Trump Zelensky spat

Trump Zelensky spat: व्हाइट हाउस में ट्रंप-जेलेंस्की की 139 मिनट की बैठक बनी टकराव का अखाड़ा, कूटनीतिक संबंधों में बढ़ी दरार

Trump Zelensky spat: 28 फरवरी 2025 को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के बीच हुई बैठक ने अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में एक नया मोड़ ला दिया। 139 मिनट की इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच तनावपूर्ण माहौल और असहमति की घटनाएं सामने आईं, जो वैश्विक राजनीति में चर्चा का विषय बन गईं।

मुलाकात की पृष्ठभूमि

यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के प्रयास में, अमेरिका ने मध्यस्थ की भूमिका निभाने की कोशिश की है। ट्रंप प्रशासन ने रूस के साथ शांति वार्ता में यूक्रेन की भागीदारी को लेकर अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया है। हालांकि, जेलेंस्की ने इस प्रक्रिया में यूक्रेन को शामिल न करने पर नाराजगी जताई है।

मुलाकात के दौरान तनावपूर्ण माहौल

बैठक की शुरुआत से ही माहौल तनावपूर्ण था। ट्रंप ने जेलेंस्की की सैन्य वर्दी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह राजनयिक शिष्टाचार के अनुरूप नहीं है। इससे जेलेंस्की असहज महसूस करने लगे। इसके बाद, ट्रंप ने यूक्रेन में चुनाव न होने पर सवाल उठाए, जिसे जेलेंस्की ने युद्ध के कारण उत्पन्न परिस्थितियों का हवाला देकर समझाने की कोशिश की।

प्रस्तावित खनिज समझौता और असहमति

बैठक का एक महत्वपूर्ण मुद्दा यूक्रेन के प्राकृतिक संसाधनों के दोहन से संबंधित था। ट्रंप ने सुझाव दिया कि अमेरिका द्वारा दी गई आर्थिक सहायता के बदले, अमेरिकी कंपनियों को यूक्रेन के खनिज संसाधनों तक प्राथमिक पहुंच मिलनी चाहिए। जेलेंस्की ने इस प्रस्ताव पर तत्काल सहमति नहीं दी, जिससे दोनों नेताओं के बीच असहमति और बढ़ गई।

अधूरा भोजन और रद्द समारोह

बैठक के दौरान तनाव इतना बढ़ गया कि नियोजित लंच अधूरा रह गया। इसके अलावा, खनिज समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए आयोजित समारोह को भी रद्द करना पड़ा। यह घटनाक्रम दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है।

प्रतिक्रियाएं और आगे का रास्ता

इस मुलाकात के बाद, जेलेंस्की ने मीडिया से बातचीत में ट्रंप पर रूस द्वारा फैलाई गई गलत सूचनाओं पर भरोसा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ट्रंप यूक्रेन की वास्तविक स्थिति को समझने में असफल रहे हैं।

दूसरी ओर, ट्रंप ने जेलेंस्की को “बिना चुनाव वाला तानाशाह” कहकर उनकी आलोचना की।

28 फरवरी की यह बैठक अमेरिका और यूक्रेन के बीच संबंधों में आई खटास को उजागर करती है। दोनों देशों के नेताओं के बीच आपसी समझ और संवाद की कमी ने कूटनीतिक प्रयासों को प्रभावित किया है। आने वाले समय में, यह आवश्यक होगा कि दोनों पक्ष आपसी मतभेदों को दूर करके शांति और सहयोग की दिशा में कदम बढ़ाएं, ताकि वैश्विक स्थिरता सुनिश्चित की जा सके।

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