PM Modi at Vantara: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गुजरात के जामनगर में वंटारा पशु बचाव और पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन किया। अपने तीन दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान, उन्होंने इस अत्याधुनिक केंद्र का दौरा किया, जो 2,000 से अधिक प्रजातियों और 1.5 लाख से अधिक बचाए गए, लुप्तप्राय और संकटग्रस्त जानवरों का घर है। यह केंद्र वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो पशु चिकित्सा देखभाल और पुनर्वास के लिए उन्नत सुविधाएं प्रदान करता है।
PM Narendra Modi inaugurated and visited the wildlife rescue, rehabilitation, and conservation centre, Vantara in Gujarat. Vantara is home to more than 2,000 species and over 1.5 lakh rescued, endangered, and threatened animals. PM explored various facilities at the centre. PM… pic.twitter.com/2OSU15KecH
— ANI (@ANI) March 4, 2025
वंटारा केंद्र: वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
वंटारा पशु बचाव और पुनर्वास केंद्र का उद्देश्य घायल, परित्यक्त और संकटग्रस्त जानवरों को आश्रय, चिकित्सा देखभाल और पुनर्वास प्रदान करना है। यह केंद्र आधुनिक चिकित्सा उपकरणों और सुविधाओं से सुसज्जित है, जिसमें एमआरआई, सीटी स्कैन और आईसीयू शामिल हैं। इसके अलावा, यहां वन्यजीव एनेस्थीसिया, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, एंडोस्कोपी, डेंटिस्ट्री और आंतरिक चिकित्सा जैसे विभिन्न विभाग स्थापित किए गए हैं, जो जानवरों की व्यापक चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करते हैं।
प्रधानमंत्री का दौरा: जानवरों के प्रति स्नेह और संवेदनशीलता का प्रदर्शन
प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र में विभिन्न प्रजातियों के जानवरों के साथ घनिष्ठ बातचीत की, जो उनकी जानवरों के प्रति संवेदनशीलता और स्नेह को दर्शाता है। उन्होंने वन्यजीव अस्पताल का दौरा किया, जहां उन्होंने एक एशियाई शेर के एमआरआई प्रक्रिया को देखा। इसके अलावा, उन्होंने ऑपरेशन थिएटर में एक तेंदुए की जीवनरक्षक सर्जरी का भी निरीक्षण किया, जिसे राजमार्ग पर एक कार दुर्घटना के बाद बचाया गया था।
वन्यजीव संरक्षण में वंटारा की भूमिका
वंटारा केंद्र वन्यजीव संरक्षण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह न केवल घायल और परित्यक्त जानवरों को चिकित्सा सहायता प्रदान करता है, बल्कि उन्हें पुनर्वासित करके प्राकृतिक आवास में वापस छोड़ने का भी प्रयास करता है। इसके अलावा, केंद्र शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से समुदाय को वन्यजीव संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करता है।
गुजरात में वन्यजीव संरक्षण की पहल
गुजरात सरकार ने वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में कई पहल की हैं। वंटारा केंद्र का उद्घाटन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके अलावा, राज्य में गिर राष्ट्रीय उद्यान और कच्छ का रण जैसे संरक्षित क्षेत्र हैं, जो विभिन्न लुप्तप्राय प्रजातियों का घर हैं। इन क्षेत्रों में संरक्षण प्रयासों के परिणामस्वरूप एशियाई शेरों और अन्य प्रजातियों की संख्या में वृद्धि हुई है।
प्रधानमंत्री की वन्यजीव संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता
प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। उनकी सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान, नमामि गंगे और अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन जैसी पहल शुरू की हैं, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। वंटारा केंद्र का उद्घाटन उनकी इस प्रतिबद्धता का एक और उदाहरण है।
समुदाय की भागीदारी: संरक्षण की कुंजी
वन्यजीव संरक्षण में समुदाय की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। वंटारा केंद्र स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर काम करता है, ताकि लोग वन्यजीव संरक्षण के महत्व को समझ सकें और इसमें सक्रिय भूमिका निभा सकें। केंद्र में नियमित रूप से शैक्षणिक कार्यक्रम, कार्यशालाएं और जागरूकता अभियान आयोजित किए जाते हैं, जो समुदाय को संरक्षण प्रयासों में शामिल करने में मदद करते हैं।
भविष्य की योजनाएं: संरक्षण के नए आयाम
वंटारा केंद्र भविष्य में और अधिक प्रजातियों के लिए आश्रय और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने की योजना बना रहा है। इसके अलावा, केंद्र अनुसंधान और विकास के माध्यम से वन्यजीव चिकित्सा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने का प्रयास कर रहा है। यह न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर वन्यजीव संरक्षण के लिए एक मॉडल बन सकता है।
वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वंटारा पशु बचाव और पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह केंद्र न केवल घायल और संकटग्रस्त जानवरों को चिकित्सा सहायता और पुनर्वास प्रदान करता है, बल्कि समुदाय को संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक भी करता है। प्रधानमंत्री की इस पहल से वन्यजीव संरक्षण के प्रयासों को नई गति मिलेगी और यह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी और समृद्ध पर्यावरण सुनिश्चित करने में मदद करेगा।