Dupahiya Review: दुपहिया वेब सीरीज़ एक मनोरंजक ग्रामीण कॉमेडी है जो दर्शकों को बिहार के काल्पनिक गाँव धड़कपुर की सैर कराती है। यह गाँव पिछले 25 वर्षों से अपराध-मुक्त रहा है, लेकिन एक मोटरसाइकिल की चोरी इस रिकॉर्ड को तोड़ देती है और कहानी को रोचक मोड़ देती है।
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कहानी की झलक
कहानी बनवारी झा (गजराज राव) और उनके परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसमें उनकी पत्नी मालती (अंजुमन सक्सेना), बेटी रोशनी (शिवानी रघुवंशी) और बेटा भूगोल (स्पर्श श्रीवास्तव) शामिल हैं। रोशनी की शादी के लिए मुंबई में बसे कुंवर (अविनाश द्विवेदी) से बात चलती है, लेकिन दहेज में मोटरसाइकिल की मांग पूरी करने के बाद भी मोटरसाइकिल चोरी हो जाती है, जिससे गाँव में हड़कंप मच जाता है।
प्रमुख पात्र और प्रदर्शन
गजराज राव ने बनवारी झा के रूप में अपने सहज अभिनय से प्रभावित किया है। शिवानी रघुवंशी ने रोशनी के किरदार में गाँव की लड़की की महत्वाकांक्षाओं और संघर्षों को बखूबी दर्शाया है। स्पर्श श्रीवास्तव ने भूगोल के रूप में अपने अभिनय से हास्य और संवेदना का मिश्रण प्रस्तुत किया है। रेणुका शहाणे ने पंचायत सदस्य पुष्पलता यादव के रूप में अपनी भूमिका को प्रभावशाली ढंग से निभाया है।
सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश
‘दुपहिया’ केवल हास्य तक सीमित नहीं है; यह दहेज प्रथा, रंगभेद और ग्रामीण-शहरी अंतर जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों को भी उजागर करती है। रोशनी का शहर में बसने की इच्छा और दहेज में मोटरसाइकिल की मांग इन मुद्दों को दर्शाती है। इसके अलावा, पुष्पलता की बेटी निर्मला का आत्मविश्वास उसकी त्वचा के रंग के कारण प्रभावित होता है, जो समाज में व्याप्त रंगभेद को रेखांकित करता है।
निर्देशन और प्रस्तुति
निर्देशक सोनम नायर ने ग्रामीण जीवन की बारीकियों को सजीव रूप में प्रस्तुत किया है। कहानी की सरलता और पात्रों की विश्वसनीयता दर्शकों को बाँधे रखती है। ग्रामीण परिवेश, भाषा और संस्कृति को सटीकता से चित्रित किया गया है, जो सीरीज़ को प्रामाणिकता प्रदान करता है।
संगीत और तकनीकी पक्ष
सीरीज़ का संगीत और पृष्ठभूमि स्कोर कहानी के मूड के साथ मेल खाता है, जो दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ता है। छायांकन और संपादन भी उच्च स्तर के हैं, जो दर्शकों को धड़कपुर की गलियों में ले जाते हैं।
‘दुपहिया’ एक मनोरंजक और विचारोत्तेजक वेब सीरीज़ है जो हास्य और सामाजिक संदेश का संतुलित मिश्रण प्रस्तुत करती है। पात्रों का उत्कृष्ट प्रदर्शन, सजीव निर्देशन और प्रासंगिक सामाजिक मुद्दों की प्रस्तुति इसे विशेष बनाती है। यदि आप ‘पंचायत’ जैसी सीरीज़ के प्रशंसक हैं, तो ‘दुपहिया’ निश्चित रूप से आपकी पसंद बनेगी।