"India Exposed" donald trump on india

“India Exposed” Donald Trump on India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दावा किया है कि भारत ने अपने आयात शुल्कों में कटौती करने पर सहमति व्यक्त की है, यह कहते हुए कि “आखिरकार किसी ने उन्हें उजागर किया है कि उन्होंने क्या किया है।” ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब टेस्ला जैसी कंपनियां भारतीय बाजार में प्रवेश करने की योजना बना रही हैं, और भारत सरकार आयातित इलेक्ट्रिक वाहनों पर शुल्क कम करने पर विचार कर रही है।

भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों की पृष्ठभूमि

भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध लंबे समय से मजबूत रहे हैं। वित्त वर्ष 2021-24 के दौरान, अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था, जिसमें दोनों देशों के बीच वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार 82.52 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था। इस अवधि में, भारत ने अमेरिका को 52.89 अरब डॉलर का निर्यात किया, जबकि अमेरिका से 29.63 अरब डॉलर का आयात किया, जिससे भारत के पक्ष में 23.26 अरब डॉलर का व्यापार अधिशेष रहा।

आयात शुल्क और टेस्ला की भारत में संभावित प्रवेश

भारत में वर्तमान में आयातित इलेक्ट्रिक वाहनों पर 100% तक का आयात शुल्क लगता है, जो विदेशी कंपनियों के लिए भारतीय बाजार में प्रवेश को महंगा बनाता है। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने पहले भी भारत के उच्च आयात शुल्क की आलोचना की है, जो टेस्ला के भारत में प्रवेश में बाधा बन रहे हैं। हालांकि, हाल ही में खबरें आई हैं कि भारत सरकार आयातित इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क को 110% से घटाकर 15% करने पर विचार कर रही है, जिससे टेस्ला जैसी कंपनियों के लिए भारतीय बाजार में प्रवेश आसान हो सकता है।

ट्रंप की प्रतिक्रिया और जवाबी शुल्क की धमकी

राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत के उच्च आयात शुल्क की आलोचना करते हुए कहा है कि अमेरिका भी भारत से आने वाले उत्पादों पर समान शुल्क लगाएगा। उन्होंने कहा, “दुनिया का हर देश हमारा फायदा उठाता है और वे शुल्क लगाकर ऐसा करते हैं।” ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ टैरिफ के मुद्दे पर चर्चा की है और अमेरिका भी भारत पर जवाबी शुल्क लगाएगा।

भारत की प्रतिक्रिया और संभावित प्रभाव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पारस्परिक टैरिफ लगाने की धमकी भारत के निर्यात करने वाले सेक्टर्स में चिंता पैदा कर रही है, जिससे संभावित रूप से सालाना 7 बिलियन डॉलर का नुकसान होने का अनुमान है। इन क्षेत्रों में कैमिकल, मेटल प्रोडक्ट और आभूषण शामिल हैं।

भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों में आयात शुल्क एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। ट्रंप के दावों और भारत सरकार के संभावित कदमों से संकेत मिलता है कि दोनों देश इस मुद्दे को सुलझाने के लिए प्रयासरत हैं। आने वाले समय में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ये परिवर्तन दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को कैसे प्रभावित करते हैं और भारतीय उपभोक्ताओं को इसका क्या लाभ मिलता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *