Trump’s Potential Travel Ban List: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक नया कार्यकारी आदेश जारी किया है, जिसके तहत 41 देशों के नागरिकों पर अमेरिका में प्रवेश को लेकर नए प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। इस सूची में पाकिस्तान, भूटान और म्यांमार सहित कई देश शामिल हैं। यह कदम अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने और संभावित खतरों को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
🚨Trump government is considering 🇺🇸US Travel restrictions for 41 countries including Pakistan 🇵🇰 and Bhutan 🇧🇹 .
The 41 countries list is divided into 3 groups👇 pic.twitter.com/IejccRmLQs
— Sumit Kapoor (@moneygurusumit) March 15, 2025
तीन श्रेणियों में विभाजित देश
इस नए प्रस्तावित यात्रा प्रतिबंध में देशों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है:
पूर्ण वीजा निलंबन: पहली श्रेणी में 10 देश शामिल हैं, जिन पर पूर्ण वीजा निलंबन लागू किया जाएगा। इन देशों में अफगानिस्तान, ईरान, सीरिया, क्यूबा और उत्तर कोरिया शामिल हैं।
आंशिक वीजा निलंबन: दूसरी श्रेणी में 5 देश शामिल हैं, जिन पर आंशिक वीजा निलंबन लागू होगा। यह निलंबन पर्यटक और छात्र वीजा सहित अन्य अप्रवासी वीजाओं पर लागू होगा, कुछ अपवादों के साथ। इन देशों में इरिट्रिया, हैती, लाओस, म्यांमार और दक्षिण सूडान शामिल हैं।
सुधार की आवश्यकता वाले देश: तीसरी श्रेणी में 26 देश शामिल हैं, जिनमें पाकिस्तान, भूटान और म्यांमार शामिल हैं। इन देशों को 60 दिनों के भीतर अपनी सुरक्षा जांच प्रक्रियाओं में सुधार करने का निर्देश दिया गया है। यदि वे ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो उन पर आंशिक वीजा निलंबन लागू किया जा सकता है।
पाकिस्तान और भूटान पर संभावित प्रभाव
पाकिस्तान और भूटान को तीसरी श्रेणी में रखा गया है, जिसका मतलब है कि यदि वे अपनी सुरक्षा जांच प्रक्रियाओं में सुधार नहीं करते हैं, तो उनके नागरिकों के लिए अमेरिका में प्रवेश पर आंशिक प्रतिबंध लागू हो सकता है। यह प्रतिबंध पर्यटक, छात्र और अन्य अप्रवासी वीजाओं पर लागू हो सकता है। इससे दोनों देशों के नागरिकों के लिए अमेरिका में शिक्षा, पर्यटन और व्यवसाय के अवसरों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान पर विशेष ध्यान
अफगानिस्तान और पाकिस्तान को विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले देशों के रूप में देखा जा रहा है। अफगानिस्तान में तालिबान के पुनः सत्ता में आने के बाद से सुरक्षा स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिससे अमेरिका को वहां से आने वाले नागरिकों पर कड़ी नजर रखने की आवश्यकता महसूस हो रही है। इसी तरह, पाकिस्तान में भी आतंकवादी गतिविधियों के कारण सुरक्षा चिंताएं बढ़ी हैं, जिससे वहां के नागरिकों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने पर विचार किया जा रहा है।
ट्रंप प्रशासन की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति
राष्ट्रपति ट्रंप का यह कदम उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देने की नीति का हिस्सा है। उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में भी सात मुस्लिम बहुल देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाया था, जिसे 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा था। हालांकि, 2021 में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस प्रतिबंध को हटा दिया था। अब, ट्रंप प्रशासन एक बार फिर से सुरक्षा खतरों को ध्यान में रखते हुए नए यात्रा प्रतिबंध लागू करने की योजना बना रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया और आलोचना
इस प्रस्तावित यात्रा प्रतिबंध की अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ देशों ने इसे अमेरिका की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम बताया है, जबकि अन्य ने इसे भेदभावपूर्ण और अनुचित करार दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के प्रतिबंध से प्रभावित देशों के साथ अमेरिका के संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और यह वैश्विक सहयोग को कमजोर कर सकता है।
आगे की संभावनाएं
यदि ये प्रतिबंध लागू होते हैं, तो प्रभावित देशों के नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश के लिए कड़ी प्रक्रियाओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, इन देशों की सरकारों को अपनी सुरक्षा जांच प्रक्रियाओं में सुधार करने के लिए दबाव का सामना करना पड़ेगा। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ये देश अमेरिका की मांगों को कैसे पूरा करते हैं और इससे उनके नागरिकों पर क्या प्रभाव पड़ता है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह नया यात्रा प्रतिबंध प्रस्तावित रूप से 41 देशों के नागरिकों पर लागू हो सकता है, जिसमें पाकिस्तान, भूटान और म्यांमार शामिल हैं। इसका उद्देश्य अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना है, लेकिन इससे प्रभावित देशों के नागरिकों के लिए अमेरिका में प्रवेश कठिन हो सकता है। आने वाले समय में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ये देश अपनी सुरक्षा जांच प्रक्रियाओं में किस हद तक सुधार करते हैं और इससे उनके अमेरिका के साथ संबंधों पर क्या प्रभाव पड़ता है।