PM Modi on Lex Fridman podcast:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ एक विशेष पॉडकास्ट में भाग लिया, जिसमें उन्होंने अपने आध्यात्मिक विश्वासों, प्रारंभिक प्रभावों और नेतृत्व दर्शन पर गहन चर्चा की। यह पॉडकास्ट रविवार को प्रसारित हुआ, जिसमें मोदी ने स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी के अपने जीवन पर पड़े प्रभाव और आध्यात्मिकता के साथ अपनी गहरी संबंध के बारे में बात की।
I tell Zelensky, regardless of how many people stand with you in the world, there will never be a resolution on the battlefield. Resolution will come only on the table, and only when both Ukraine and Russia are present at the table: PM Modi in podcast with Lex Fridman pic.twitter.com/6sEKJjK6Fl
— OpIndia.com (@OpIndia_com) March 16, 2025
‘मैं कभी अकेला नहीं होता, भगवान हमेशा मेरे साथ हैं’
जब फ्रिडमैन ने मोदी से पूछा कि क्या वे कभी अकेलापन महसूस करते हैं, तो प्रधानमंत्री ने उत्तर दिया, “मैं कभी अकेला महसूस नहीं करता। मैं ‘वन प्लस वन’ सिद्धांत में विश्वास करता हूँ – एक मोदी है और दूसरा दिव्य। मैं वास्तव में कभी अकेला नहीं होता क्योंकि भगवान हमेशा मेरे साथ हैं।” उन्होंने आगे कहा कि उनके लिए “जन सेवा ही प्रभु सेवा है” और वे अपनी शक्ति का स्रोत ईश्वर और 140 करोड़ भारतीयों से प्राप्त करते हैं।
लेक्स फ्रिडमैन द्वारा गायत्री मंत्र का उच्चारण
पॉडकास्ट के दौरान, फ्रिडमैन ने गायत्री मंत्र का उच्चारण किया और मोदी से उसके उच्चारण की पुष्टि मांगी। इसके उत्तर में, प्रधानमंत्री ने स्वयं मंत्र का पाठ किया और उसके गहरे आध्यात्मिक और वैज्ञानिक अर्थ को समझाया। उन्होंने कहा, “गायत्री मंत्र सूर्य उपासना में गहराई से निहित है और इसमें एक गहरा आध्यात्मिक सार है। प्रत्येक मंत्र केवल शब्दों का समूह नहीं होता, बल्कि उसका एक वैज्ञानिक संबंध होता है, जो जीवन और ब्रह्मांड के विभिन्न पहलुओं को प्रतिबिंबित करता है।”
स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी का प्रभाव
मोदी ने अपने गांव की लाइब्रेरी में स्वामी विवेकानंद के बारे में पढ़ने के अनुभव को साझा किया, जिसने उनके जीवन के दृष्टिकोण को आकार दिया। उन्होंने कहा, “विवेकानंद से मैंने सीखा कि सच्ची संतुष्टि व्यक्तिगत उपलब्धियों से नहीं, बल्कि दूसरों की निःस्वार्थ सेवा से आती है।” उन्होंने एक प्रसंग भी साझा किया, जिसमें विवेकानंद ने अपनी बीमार मां के लिए श्री रामकृष्ण परमहंस से मदद मांगी और यह महसूस किया कि मानवता की सेवा ही भक्ति का सर्वोच्च रूप है।
प्रधानमंत्री ने रामकृष्ण परमहंस आश्रम में अपने समय के बारे में भी बताया, जहां उनकी स्वामी आत्मस्थानंद से घनिष्ठ संबंध बना। मोदी ने याद किया, “उन्होंने मुझे लोगों की सेवा करने और समाज के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित करने का मार्गदर्शन दिया।”
लेक्स फ्रिडमैन: एक परिचय
लेक्स फ्रिडमैन एक प्रसिद्ध अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक और पॉडकास्टर हैं। उन्होंने 2018 में ‘द लेक्स फ्रिडमैन पॉडकास्ट’ की शुरुआत की, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी, राजनीति और संस्कृति के क्षेत्रों में गहन चर्चाओं के लिए जाना जाता है। उनके पॉडकास्ट में एलन मस्क, जेफ बेजोस, डोनाल्ड ट्रंप, मार्क जुकरबर्ग और वलोडिमिर ज़ेलेंस्की जैसी विश्व प्रसिद्ध हस्तियां शामिल हो चुकी हैं।
पॉडकास्ट का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी का लेक्स फ्रिडमैन के साथ यह पॉडकास्ट भारत की प्रौद्योगिकी और सांस्कृतिक उपलब्धियों पर प्रकाश डालता है। इस बातचीत में डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में देश की प्रगति जैसे विषयों पर चर्चा की गई। यह बातचीत न केवल भारत की तकनीकी उपलब्धियों को उजागर करती है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की छवि को और मजबूत करती है।
प्रधानमंत्री मोदी के पिछले पॉडकास्ट अनुभव
यह प्रधानमंत्री मोदी का दूसरा पॉडकास्ट था। इससे पहले, उन्होंने जेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के साथ अपना पहला पॉडकास्ट किया था, जिसमें उन्होंने अपने निजी जीवन, राजनीति और भारत के भविष्य के बारे में अपनी विचारधारा को साझा किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लेक्स फ्रिडमैन के बीच यह विशेष पॉडकास्ट न केवल एक नेता के आध्यात्मिक और व्यक्तिगत पहलुओं को उजागर करता है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और तकनीकी प्रगति पर भी प्रकाश डालता है। इस प्रकार की चर्चाएं वैश्विक दर्शकों को भारत की विविधता और गहराई को समझने में मदद करती हैं, जिससे देश की अंतर्राष्ट्रीय छवि और मजबूत होती है।