Trump-Putin call: हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच एक महत्वपूर्ण फोन कॉल हुआ, जिसमें यूक्रेन में चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों पर चर्चा की गई। इस वार्ता के बाद, दोनों नेताओं ने 30 दिनों के लिए यूक्रेनी ऊर्जा अवसंरचना पर हमलों को रोकने पर सहमति व्यक्त की है।
Trump-Putin Call: Over 2 hours of talks on Russia-Ukraine War — key highlights from White House & Kremlin statements! #DonaldTrump #VladimirPutin #Politics | @KuheenaSharma pic.twitter.com/TfHKoEo8N1
— News18 (@CNNnews18) March 19, 2025
वार्ता का उद्देश्य और प्रमुख बिंदु
इस फोन कॉल का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन में शांति स्थापना के लिए ठोस कदम उठाना था। व्हाइट हाउस ने इस वार्ता को “शांति की ओर बढ़ता कदम” कहा है, जबकि क्रेमलिन ने इसे सकारात्मक लेकिन सतर्क दृष्टिकोण से देखा है।
वार्ता के दौरान निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा हुई:
ऊर्जा अवसंरचना पर हमलों का अस्थायी विराम: पुतिन ने 30 दिनों के लिए यूक्रेनी ऊर्जा अवसंरचना पर हमले रोकने पर सहमति व्यक्त की है। हालांकि, उन्होंने बिना शर्त युद्धविराम पर सहमति नहीं जताई, क्योंकि उन्हें कीव की प्रतिबद्धता पर संदेह है।
काला सागर में समुद्री संघर्ष विराम: दोनों नेताओं ने काला सागर में समुद्री संघर्ष विराम के लिए तकनीकी वार्ता शुरू करने पर सहमति व्यक्त की है।
अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में सुधार: ट्रंप और पुतिन ने अमेरिका-रूस संबंधों में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया और वैश्विक सुरक्षा और आर्थिक साझेदारी के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की।
यूक्रेनी प्रतिक्रिया: यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने ऊर्जा अवसंरचना पर हमलों के अस्थायी विराम का स्वागत किया, लेकिन रूस की आक्रामक मंशा और सेना की तैनाती पर चिंता व्यक्त की।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ
इस वार्ता के बाद, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रियाएँ मिश्रित रही हैं:
यूरोपीय नेताओं की प्रतिक्रिया: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्ज़ और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने इस पहल का समर्थन किया, लेकिन जोर दिया कि किसी भी शांति वार्ता में यूक्रेन की भागीदारी आवश्यक है।
सावधानीपूर्ण दृष्टिकोण: कुछ विश्लेषकों ने चिंता व्यक्त की है कि रूस इस अस्थायी विराम का उपयोग अपनी सेना को पुनर्गठित करने के लिए कर सकता है, जिससे भविष्य में और आक्रामकता की संभावना बढ़ सकती है।
आगे की राह
हालांकि यह अस्थायी विराम एक सकारात्मक कदम है, लेकिन स्थायी शांति स्थापित करने के लिए और भी प्रयासों की आवश्यकता है। ट्रंप और पुतिन ने इस दिशा में आगे की वार्ताओं के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। इसके अलावा, अमेरिका और रूस के वरिष्ठ अधिकारी सऊदी अरब में आगामी वार्ताओं के लिए मिलने वाले हैं, जिससे शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
ट्रंप और पुतिन के बीच हुई यह वार्ता यूक्रेन में शांति स्थापना की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि चुनौतियाँ अभी भी बनी हुई हैं, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी और निरंतर वार्ता से स्थायी समाधान की उम्मीद की जा सकती है। आने वाले दिनों में इन प्रयासों का प्रभाव स्पष्ट होगा, और विश्व शांति की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।