Saurabh Rajput murder: मेरठ से एक ऐसी दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जिसने रिश्तों में विश्वास और मानवीयता दोनों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मर्चेंट नेवी अफसर सौरभ राजपूत की उसकी पत्नी मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी। इस निर्मम हत्या के बाद सौरभ के शव के 15 टुकड़े कर उन्हें सीमेंट से भरे ड्रम में छिपा दिया गया।
Merchant navy officer killed after London return: Wife, lover dismember body, hide it in cement drum in #Meerut
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— The Times Of India (@timesofindia) March 19, 2025
साजिश की शुरुआत: जब प्यार बना खूनी खेल
सौरभ राजपूत लंदन में मर्चेंट नेवी में तैनात थे। 4 मार्च को वह छुट्टियां मनाने अपने मेरठ स्थित घर लौटे थे। इस बीच, उनकी पत्नी मुस्कान रस्तोगी के साहिल शुक्ला नामक युवक के साथ प्रेम संबंध बन चुके थे। पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, मुस्कान और साहिल को सौरभ की मौजूदगी एक बाधा लगने लगी और उन्होंने उसे हटाने की खतरनाक योजना बना डाली।
हत्या की रात: जब नींद मौत में बदल गई
पुलिस के मुताबिक, मुस्कान और साहिल ने पहले सौरभ के खाने में नींद की गोलियां मिलाईं ताकि वह बेहोश हो जाए। जब सौरभ होश में नहीं रहे, तो दोनों ने मिलकर चाकू से उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को काटकर 15 हिस्सों में बांटा गया और एक बड़े ड्रम में डालकर उसे सीमेंट से पूरी तरह सील कर दिया गया। मकसद साफ था — हत्या को हमेशा के लिए छिपा देना।
शिमला की सैर और गुनाह का कबूलनामा
हत्या के अगले दिन मुस्कान ने अपनी 6 वर्षीय बेटी को अपने माता-पिता के घर छोड़ा और साहिल के साथ शिमला घूमने निकल गई, मानो कुछ हुआ ही न हो। लेकिन जब वह शिमला से लौटी, तो शायद अपराधबोध से बोझिल हो गई और अपने माता-पिता को सारी सच्चाई बता दी। यह सुनते ही माता-पिता ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस की जांच और शव की बरामदगी
पुलिस ने मुस्कान की निशानदेही पर सौरभ का शव बरामद किया। ड्रम को खोलते ही सच्चाई सामने आ गई और इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने हत्या, साजिश रचने और सबूत मिटाने की धाराओं में मामला दर्ज किया है। पूछताछ में मुस्कान और साहिल ने जुर्म कबूल कर लिया है।
रिश्तों की गिरावट और समाज पर असर
इस हत्याकांड ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि जब रिश्तों में ईमानदारी की जगह धोखा ले लेता है, तो परिणाम कितना भयानक हो सकता है। सौरभ राजपूत, जिन्हें उनके परिचित एक जिम्मेदार और शांत स्वभाव के व्यक्ति के रूप में जानते थे, अपने ही घर में विश्वासघात का शिकार हो गए।
न्याय और कानून का शिकंजा
फिलहाल मुस्कान रस्तोगी और साहिल शुक्ला पुलिस की हिरासत में हैं। मामले की न्यायिक प्रक्रिया चल रही है और दोनों को उनके अपराधों की कड़ी सजा मिलने की संभावना है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस साजिश में कोई और भी शामिल था।
गुनाह का कोई छिपा रास्ता नहीं
सौरभ राजपूत की हत्या केवल एक व्यक्ति की मौत नहीं है, बल्कि यह रिश्तों की गिरती हुई नींव और इंसानियत के पतन की कहानी है। मुस्कान और साहिल ने जिस निर्दयता से इस गुनाह को अंजाम दिया, उसने हर किसी को झकझोर दिया है। यह घटना एक सख्त सबक है कि झूठ, धोखा और लालच का अंत केवल बर्बादी ही होता है — और कानून के शिकंजे से कोई बच नहीं सकता।