Putin to visit India: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत की यात्रा पर आने वाले हैं, जो 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद उनकी पहली भारत यात्रा होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक निमंत्रण पर यह दौरा आयोजित किया जा रहा है, और इसे दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
Arrangements are currently being made for Putin to visit India, Russia’s top diplomat, Sergey Lavrov, said in a video address to a conference titled “Russia and India: Toward a New Bilateral Agenda” being hosted by the RIAC:https://t.co/67lHOXk9Oz pic.twitter.com/iFTA2wBwdO
— TASS (@tassagency_en) March 27, 2025
भारत-रूस संबंधों की पृष्ठभूमि
भारत और रूस के बीच दशकों से घनिष्ठ संबंध रहे हैं, जो रक्षा, ऊर्जा, व्यापार और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग पर आधारित हैं। रूस भारत के लिए सैन्य उपकरणों का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता रहा है, जिसमें लड़ाकू विमान, पनडुब्बियाँ और उन्नत प्रौद्योगिकियाँ शामिल हैं। इसके अलावा, दोनों देशों ने परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष अनुसंधान और वैज्ञानिक विकास में भी सहयोग किया है।
यात्रा की तैयारी और संभावित तिथियाँ
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पुष्टि की है कि पुतिन की भारत यात्रा की तैयारियाँ चल रही हैं, हालांकि अभी तक सटीक तिथियों की घोषणा नहीं की गई है। रिपोर्टों के अनुसार, यह यात्रा 2025 की शुरुआत में होने की संभावना है। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले वर्ष मास्को में पुतिन से मुलाकात के दौरान उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया था, जिसे पुतिन ने स्वीकार कर लिया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध और भारत की भूमिका
रूस-यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में, भारत ने हमेशा शांति और स्थिरता की आवश्यकता पर जोर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने अक्टूबर 2024 में कज़ान में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान पुतिन से कहा था कि समस्याओं का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए और भारत शांति और स्थिरता की जल्द बहाली का पूर्ण समर्थन करता है।
भारत की कूटनीतिक भूमिका
अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की भूमिका को देखते हुए, पुतिन की यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन के बीच संभावित मुलाकात भारत में हो सकती है, जिससे रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की दिशा में प्रयास किए जा सकते हैं। यदि ऐसा होता है, तो यह न केवल युद्ध को समाप्त करने में मदद करेगा, बल्कि भारत की कूटनीतिक साख को भी बढ़ाएगा।
राष्ट्रपति पुतिन की आगामी भारत यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगी। यह दौरा रक्षा, ऊर्जा, व्यापार और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के साथ-साथ वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श का मंच भी होगा। भारत और रूस के बीच यह घनिष्ठता न केवल द्विपक्षीय संबंधों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है।