Kunal Kamra on T-Series: स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा अपने नवीनतम स्टैंड-अप स्पेशल ‘नया भारत’ को लेकर विवादों में घिर गए हैं। इस शो में उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर व्यंग्यात्मक टिप्पणियाँ कीं, जिसके परिणामस्वरूप राजनीतिक और कानूनी प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं।
Hello @TSeries, stop being a stooge.
Parody & Satire comes under fair use Legally.
I haven’t used the lyrics or the original instrumental of the song.
If you take this video down every cover song/dance video can be taken down.
Creators please take a note of it.Having said… pic.twitter.com/Q8HXl1UhMy
— Kunal Kamra (@kunalkamra88) March 26, 2025
कॉपीराइट विवाद और टी-सीरीज़ की प्रतिक्रिया
कुणाल कामरा ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर आरोप लगाया कि उनके ‘नया भारत’ वीडियो को यूट्यूब पर टी-सीरीज़ द्वारा कॉपीराइट उल्लंघन के तहत ब्लॉक कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह वीडियो 23 मार्च को प्रकाशित हुआ था और कॉपीराइट दावों के कारण अब इसे न तो देखा जा सकता है और न ही इससे कोई राजस्व उत्पन्न हो सकता है।
कामरा ने टी-सीरीज़ से अपील की कि वे “चापलूसी करना बंद करें” और यह दावा किया कि पैरोडी और व्यंग्य कानूनी रूप से फेयर यूज़ के अंतर्गत आते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने न तो मूल गीत के बोलों का उपयोग किया है और न ही उसके मूल संगीत का। कामरा ने अन्य रचनाकारों को सतर्क करते हुए कहा कि यदि उनके वीडियो को हटाया जाता है, तो हर कवर सॉन्ग या डांस वीडियो को भी हटाया जा सकता है।
शिवसेना की प्रतिक्रिया और स्टूडियो में तोड़फोड़
कामरा के वीडियो के प्रकाशन के बाद, शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने मुंबई के हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़ की, जहां यह शो रिकॉर्ड किया गया था। इस घटना के बाद, स्टूडियो ने एक बयान जारी कर अस्थायी रूप से अपने संचालन को बंद करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वे हाल की घटनाओं से “हैरान, चिंतित और बेहद दुखी” हैं और यह भी स्पष्ट किया कि कलाकार अपनी राय और रचनात्मक विकल्पों के लिए स्वयं जिम्मेदार होते हैं। स्टूडियो ने यह भी कहा कि वे मुक्त अभिव्यक्ति के लिए एक सुरक्षित मंच प्रदान करने के तरीकों पर पुनर्विचार कर रहे हैं।
कानूनी कार्रवाई और राजनीतिक बयान
मुंबई पुलिस ने कुणाल कामरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें उन पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का मजाक उड़ाने और अशांति फैलाने का आरोप है। इसके अलावा, शिवसेना नेता राहुल कनाल समेत 11 शिवसैनिकों को स्टूडियो में तोड़फोड़ के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले पर कहा कि कुणाल कामरा को माफी मांगनी चाहिए और यह भी जोड़ा कि अभिव्यक्ति की आज़ादी है, लेकिन किसी को भी जो मन में आए, वह कहने की छूट नहीं है। शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “एक गाने से मिर्ची लग गई” और देवेंद्र फडणवीस को “कमजोर गृहमंत्री” कहा।
बीएमसी की कार्रवाई और स्टूडियो पर प्रभाव
तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की टीम ने हैबिटेट स्टूडियो पर कार्रवाई की। बीएमसी के कर्मचारियों ने खार स्थित इस स्टूडियो के कुछ हिस्सों को नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई उस समय हुई जब स्टूडियो पहले ही अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा कर चुका था।
कुणाल कामरा की प्रतिक्रिया और आगे की स्थिति
कुणाल कामरा ने इस पूरे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका इरादा केवल व्यंग्य और पैरोडी के माध्यम से सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर प्रकाश डालना था। उन्होंने यह भी कहा कि वे अपने कॉमेडी के माध्यम से समाज में विचार-विमर्श को बढ़ावा देना चाहते हैं और किसी की भावनाओं को आहत करना उनका उद्देश्य नहीं था। हालांकि, उन्होंने यह भी जोर दिया कि व्यंग्य और पैरोडी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के महत्वपूर्ण हिस्से हैं और उन्हें कानूनी रूप से संरक्षित किया जाना चाहिए।
यह विवाद अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, व्यंग्य की सीमाओं और राजनीतिक प्रतिक्रियाओं के बीच संतुलन की आवश्यकता को उजागर करता है। कला और कॉमेडी के माध्यम से सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करना महत्वपूर्ण है, लेकिन यह भी आवश्यक है कि यह चर्चा सम्मानजनक और संवेदनशीलता के साथ की जाए। आगे की कानूनी प्रक्रियाएं और समाज की प्रतिक्रियाएं इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी और यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद कैसे सुलझता है।