Kathua encounter: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के सान्याल गांव में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच एक भीषण मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए और पांच सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। यह मुठभेड़ चार दिनों तक चली, जिसमें सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के एक समूह को घेर लिया था।
A fierce gun battle in a remote forested area of the Kathua district has left two terrorists dead and five security personnel injured as the security forces intensified their operation to neutralise an infiltrating group of about five militants, officials said on Thursday.… pic.twitter.com/SgSV3jBq2C
— The Hindu (@the_hindu) March 27, 2025
मुठभेड़ की पृष्ठभूमि
सान्याल गांव, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, में संदिग्ध आतंकवादियों की गतिविधियों की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान शुरू किया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने हथियारों से लैस पांच संदिग्ध व्यक्तियों को देखा था, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने त्वरित कार्रवाई की।
मुठभेड़ का विवरण
तलाशी अभियान के दौरान, आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे दोनों पक्षों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस संघर्ष में दो आतंकवादी मारे गए, जबकि पांच सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। घायल सुरक्षाकर्मियों को तत्काल चिकित्सा सहायता के लिए निकटतम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी
इस महत्वपूर्ण अभियान की निगरानी जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) नलिन प्रभात और जम्मू जोन के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) भीम सेन टूटी ने स्वयं की। उनकी उपस्थिति ने ऑपरेशन की गंभीरता और महत्व को दर्शाया।
स्थानीय निवासियों की भूमिका
मुठभेड़ के दौरान, स्थानीय निवासी अनीता देवी और उनके पति के साथ एक अप्रत्याशित घटना घटी। लकड़ी इकट्ठा करने के दौरान, आतंकवादियों ने उनके पति को बंधक बना लिया। अनीता देवी ने साहस और चतुराई का परिचय देते हुए वहां से भागकर सुरक्षा बलों को सूचना दी, जिससे समय रहते कार्रवाई संभव हो सकी।
सुरक्षा बलों की तत्परता
मुठभेड़ के दौरान, सुरक्षा बलों ने क्षेत्र की घेराबंदी मजबूत कर दी और आतंकवादियों को भागने का कोई मौका नहीं दिया। सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों की संयुक्त टीमों ने अभियान में हिस्सा लिया, जिससे आतंकवादियों को निष्क्रिय करने में सफलता मिली।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
मुठभेड़ के बाद, स्थानीय प्रशासन ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है और निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है। साथ ही, घायलों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
कठुआ जिले में हुई इस मुठभेड़ ने एक बार फिर साबित किया है कि सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह से सक्षम और सतर्क हैं। स्थानीय निवासियों की जागरूकता और सुरक्षा बलों की तत्परता के कारण एक बड़े खतरे को टाला जा सका। यह घटना हमें सतर्क रहने और सुरक्षा एजेंसियों के साथ सहयोग करने की आवश्यकता की याद दिलाती है, ताकि हमारे समाज में शांति और स्थिरता बनी रहे।