Myanmanr earthquake: म्यांमार में शुक्रवार दोपहर 12:50 बजे (स्थानीय समयानुसार) एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 7.7 मापी गई। इसका केंद्र सगाइंग शहर से 16 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में, 10 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। इस भूकंप के कारण म्यांमार और पड़ोसी देशों में भारी तबाही और जनहानि हुई है।
Earthquake sum up 3pm (Mynamar/Thailand)
– 7.7 quake hit near Mandalay/Myanmar
– Hundreds of homes collapsed (various Myanmar cities)
– Strong shocks in Thailand + multiple building collapse in Bangkok
– USGS predicts thousands of people dead(Bangkok clips from social media:) pic.twitter.com/kJodTn6BIg
— Florian Witulski (@vaitor) March 28, 2025
म्यांमार में विनाशकारी प्रभाव:
मृत्यु और क्षति: स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अब तक म्यांमार में कम से कम 20 लोगों की मौत हो चुकी है। मंडाले शहर में एक मस्जिद के ढहने से कई लोग मारे गए, जबकि राजधानी नेप्यीडॉ में एक विश्वविद्यालय भवन में आग लगने की खबर है। सगाइंग में अवा ब्रिज के गिरने की भी सूचना है।
अस्पतालों पर प्रभाव: नेप्यीडॉ के 1,000-बेड वाले अस्पताल को “मास कैजुअल्टी एरिया” घोषित किया गया है, जहां बड़ी संख्या में घायलों का इलाज किया जा रहा है।
सरकारी प्रतिक्रिया: म्यांमार की सैन्य सरकार ने छह क्षेत्रों में आपातकाल घोषित किया है और अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है।
7.7 magnitude earthquake hits Southeast Asia, mainly impacting Myanmar and Thailand.
— Pop Base (@PopBase) March 28, 2025
थाईलैंड में प्रभाव:
बैंकॉक में झटके: भूकंप के झटके बैंकॉक तक महसूस किए गए, जो केंद्र से लगभग 800 मील दूर है। चतुछक जिले में एक 30-मंजिला सरकारी कार्यालय निर्माणाधीन था, जो ढह गया, जिससे कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य फंस गए।
आपातकालीन उपाय: बैंकॉक के गवर्नर ने प्रभावित क्षेत्र को आपदा क्षेत्र घोषित किया है और भूकंप प्रतिक्रिया कमांड सेंटर स्थापित किया है।
अन्य देशों पर प्रभाव:
चीन: युन्नान प्रांत में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे रुइली शहर में घरों को नुकसान पहुंचा और कम से कम दो लोग घायल हुए।
भारत: दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सुबह 11:50 बजे (IST) भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई और कई इमारतों को खाली कराया गया। पूर्वोत्तर राज्यों, विशेषकर मेघालय में, 4.0 तीव्रता का आफ्टरशॉक दर्ज किया गया।
भूकंप की वैज्ञानिक पृष्ठभूमि:
भूकंप तब आते हैं जब पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती या खिसकती हैं, जिससे ऊर्जा का अचानक विमोचन होता है। म्यांमार क्षेत्र में ऐसी प्लेटों की गतिविधि सक्रिय रहती है, जिससे यहां भूकंप का खतरा बना रहता है।
सुरक्षा उपाय और तैयारी:
भूकंप के दौरान और बाद में सुरक्षा के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जाने चाहिए:
शरण लें: मजबूत फर्नीचर के नीचे छुपें और सिर व गर्दन की सुरक्षा करें।
खुले स्थान पर जाएं: यदि संभव हो तो इमारतों से बाहर खुले स्थान पर जाएं, लेकिन बिजली की तारों और ऊंची संरचनाओं से दूर रहें।
आपातकालीन किट तैयार रखें: पानी, भोजन, प्राथमिक चिकित्सा सामग्री और टॉर्च जैसी आवश्यक वस्तुएं हमेशा हाथ में रखें।
सरकारी निर्देशों का पालन करें: स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों और चेतावनियों का पालन करें और अफवाहों पर ध्यान न दें।
म्यांमार में आए इस विनाशकारी भूकंप ने पूरे क्षेत्र में भय और चिंता का माहौल बना दिया है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी हैं, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सहायता की अपील की गई है। इस त्रासदी में मारे गए लोगों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं, और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।