Air India diverts routes

Air India diverts routes: तेल अवीव हवाई अड्डे पर मिसाइल हमले के बाद एयर इंडिया की उड़ान का मार्ग बदला, रूट निलंबित

Air India diverts routes: 4 मई 2025 को, इजरायल के तेल अवीव में बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक मिसाइल हमले ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा। इस हमले के कारण दिल्ली से तेल अवीव जा रही एयर इंडिया की उड़ान AI139 को अबू धाबी की ओर मोड़ना पड़ा। यह घटना उस समय हुई जब बोइंग 787 विमान अपने गंतव्य से मात्र एक घंटे की दूरी पर था। सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, एयर इंडिया ने तत्काल प्रभाव से तेल अवीव के लिए अपनी सभी उड़ानें 6 मई 2025 तक निलंबित कर दीं। इस लेख में हम इस घटना के विवरण, इसके प्रभाव और भविष्य में यात्रियों के लिए संभावित परिणामों पर चर्चा करेंगे।

क्या हुआ तेल अवीव में?

रविवार की सुबह, यमन आधारित हूती विद्रोहियों द्वारा प्रक्षेपित एक मिसाइल तेल अवीव के बेन गुरियन हवाई अड्डे के निकट गिरी। इस हमले ने हवाई यातायात को अस्थायी रूप से रोक दिया और क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा दिया। हूती विद्रोहियों ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि यह इजरायल के गाजा में सैन्य अभियानों के जवाब में किया गया। इस घटना ने न केवल स्थानीय हवाई यातायात को प्रभावित किया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों, विशेष रूप से एयर इंडिया की सेवाओं पर भी गहरा असर डाला।

एयर इंडिया की उड़ान AI139, जो दिल्ली से तेल अवीव के लिए रवाना हुई थी, उस समय जॉर्डन के हवाई क्षेत्र में थी जब मिसाइल हमले की खबर आई। विमान को तुरंत अबू धाबी की ओर डायवर्ट करने का निर्णय लिया गया। एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा, “यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया।” विमान अबू धाबी में सुरक्षित उतरा और अब यह दिल्ली वापस लौट रहा है।

एयर इंडिया का त्वरित और जिम्मेदार निर्णय

इस घटना के बाद, एयर इंडिया ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तेल अवीव के लिए अपनी सभी उड़ानों को 6 मई तक निलंबित करने की घोषणा की। एयर इंडिया ने एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी करते हुए कहा, “तेल अवीव में हाल के घटनाक्रम के कारण, हमारी उड़ानें तत्काल प्रभाव से 6 मई 2025 तक निलंबित रहेंगी। हमारी ग्राउंड टीम यात्रियों की सहायता के लिए तैनात है।”

यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का एक मजबूत उदाहरण है। इसके साथ ही, रविवार को तेल अवीव से दिल्ली के लिए निर्धारित उड़ान को भी रद्द कर दिया गया। प्रभावित यात्रियों को उड़ान रद्द करने या पुनर्निर्धारण के विकल्प और पूर्ण रिफंड की सुविधा प्रदान की जा रही है।

हूती विद्रोहियों का हमला और क्षेत्रीय तनाव

हूती विद्रोहियों ने इस मिसाइल हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि तेल अवीव हवाई अड्डा अब यात्रा के लिए सुरक्षित नहीं है। यह हमला इजरायल और गाजा के बीच चल रहे संघर्ष का हिस्सा माना जा रहा है। हूती विद्रोहियों, जो ईरान समर्थित हैं, ने पहले भी इजरायल के खिलाफ हमले किए हैं, लेकिन इस बार हवाई अड्डे को निशाना बनाना एक गंभीर और चिंताजनक कदम है।

इस हमले ने न केवल इजरायल के हवाई यातायात को प्रभावित किया, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता पर भी सवाल उठाए। कतर जैसे देशों ने इस हमले की निंदा की है, इसे क्षेत्रीय संप्रभुता के खिलाफ “खुला आक्रमण” करार दिया। इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक बार फिर मध्य पूर्व में शांति और स्थिरता के लिए कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।

यात्रियों पर प्रभाव और एयर इंडिया की प्रतिक्रिया

उड़ान AI139 के डायवर्जन और तेल अवीव रूट के निलंबन ने सैकड़ों यात्रियों को प्रभावित किया है। विशेष रूप से वे यात्री जो व्यवसाय, पारिवारिक मुलाकात या पर्यटन के लिए तेल अवीव जा रहे थे, अब अनिश्चितता का सामना कर रहे हैं। हालांकि, एयर इंडिया ने इस स्थिति को संभालने के लिए त्वरित कदम उठाए हैं।

एयर इंडिया ने अबू धाबी में अपने ग्राउंड स्टाफ को यात्रियों की सहायता के लिए तैनात किया है। प्रभावित यात्रियों को भोजन, आवास और वैकल्पिक उड़ानों की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा, एयर इंडिया ने यात्रियों को नियमित अपडेट प्रदान करने का वादा किया है।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव का एक और उदाहरण है। विमानन सुरक्षा विशेषज्ञ अनिल कुमार ने कहा, “हवाई अड्डों पर मिसाइल हमले जैसे खतरे वैश्विक विमानन उद्योग के लिए एक बड़ी चुनौती हैं। एयरलाइंस को ऐसी परिस्थितियों में त्वरित और सुरक्षित निर्णय लेने की आवश्यकता होती है, जैसा कि एयर इंडिया ने किया।”

इसके अलावा, भू-राजनीतिक विश्लेषक डॉ. रीमा शर्मा ने चेतावनी दी कि यदि मध्य पूर्व में तनाव कम नहीं हुआ, तो यह क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए और अधिक जोखिम पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा, “हूती विद्रोहियों जैसे समूहों की बढ़ती गतिविधियां वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा हैं।”

एयर इंडिया का इतिहास और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता

एयर इंडिया का इतिहास संकट के समय में मजबूत निर्णय लेने का रहा है। चाहे वह कोविड-19 महामारी के दौरान यात्रियों को स्वदेश लाने की बात हो या प्राकृतिक आपदाओं के समय उड़ानों का संचालन, एयर इंडिया ने हमेशा यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। इस घटना में भी, एयर इंडिया ने अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है।

आगे क्या?

हालांकि एयर इंडिया ने फिलहाल अपनी उड़ानें 6 मई तक निलंबित की हैं, लेकिन यह अवधि क्षेत्रीय स्थिति के आधार पर बढ़ सकती है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी उड़ानों की स्थिति की जांच के लिए एयर इंडिया की ग्राहक सेवा से संपर्क करें। इसके अलावा, मध्य पूर्व की यात्रा की योजना बनाने वाले यात्रियों को क्षेत्रीय समाचारों पर नजर रखने और ट्रैवल एडवाइजरी का पालन करने की सलाह दी जाती है।

तेल अवीव के बेन गुरियन हवाई अड्डे पर मिसाइल हमला एक चिंताजनक घटना है, जिसने वैश्विक विमानन और क्षेत्रीय स्थिरता पर गहरा प्रभाव डाला। एयर इंडिया ने इस स्थिति में त्वरित और जिम्मेदार कार्रवाई करके यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की। हालांकि यह घटना यात्रियों के लिए असुविधा का कारण बनी, लेकिन यह सुरक्षा के महत्व को भी रेखांकित करती है। मध्य पूर्व में शांति और स्थिरता की उम्मीद के साथ, हम सभी को इस क्षेत्र की स्थिति पर नजर रखनी चाहिए।

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