Microsoft layoff

Microsoft layoff: Microsoft की ‘AI क्रांति’ का दर्दनाक असर, दूसरी बड़ी छंटनी में 9,000 कर्मचारी बेरोजगार

Microsoft layoff: Microsoft ने 2 जुलाई 2025 को अपने वैश्विक कर्मचारियों को एक और बड़ा झटका देते हुए दूसरी बार बड़े पैमाने पर छंटनी का ऐलान किया। इस बार कंपनी ने करीब 9,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है, जो कि कंपनी की कुल वर्कफोर्स का लगभग 4 प्रतिशत हिस्सा है। यह छंटनी कंपनी के अलग-अलग विभागों में लागू होगी, जिनमें सेल्स डिवीजन और Xbox गेमिंग यूनिट प्रमुख हैं।

Microsoft की रणनीति: AI, डेटा सेंटर और भविष्य के लिए रास्ता साफ

Microsoft ने इस छंटनी को अपनी दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा बताया है। कंपनी का कहना है कि वह अपने संचालन को और अधिक चुस्त बनाना चाहती है ताकि तेजी से बदलते टेक्नोलॉजी माहौल में प्रतिस्पर्धा में आगे रह सके। खासतौर पर AI और डेटा केंद्रों में भारी निवेश के चलते, कंपनी को आंतरिक संसाधनों का पुनर्गठन करना पड़ रहा है।

विशेषज्ञों के अनुसार, Microsoft इस समय जनरेटिव AI और क्लाउड सेवाओं में आक्रामक रूप से निवेश कर रहा है। कंपनी की योजना है कि आने वाले सालों में वह डेटा सेंटर पर 80 अरब डॉलर से अधिक खर्च करेगी। यह निवेश तब संभव होगा जब कंपनी अपनी गैर-जरूरी लागतों को कम करे और संचालन को अधिक कुशल बनाए। इसी दिशा में यह छंटनी एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

Xbox पर असर: गेमिंग डिविजन में भारी फेरबदल

Microsoft की छंटनी का सबसे बड़ा असर Xbox गेमिंग यूनिट पर पड़ा है। कंपनी ने पुष्टि की है कि कई Xbox स्टूडियोज़ में कर्मचारियों की संख्या घटाई जा रही है। इसमें विशेष रूप से मैनेजमेंट लेवल की नौकरियों में कटौती की जा रही है, ताकि निर्णय लेने की प्रक्रिया को सरल और तेज बनाया जा सके।

Xbox के अंतर्गत आने वाले गेम डेवलपमेंट स्टूडियोज़ जैसे ZeniMax, Turn 10 (Forza Motorsport) और कुछ अन्य प्रोजेक्ट्स जैसे Everwild और Perfect Dark पर भी असर पड़ा है। कुछ गेम्स को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है या रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा, कंपनी के Barcelona स्थित King division (Candy Crush गेम बनाने वाली कंपनी) में भी लगभग 10% कर्मचारियों की छंटनी हुई है।

साल 2025 में छंटनी की तीन लहरें

Microsoft द्वारा इस साल की गई छंटनियों की यह तीसरी लहर है।

  • पहली लहर जनवरी 2025 में आई थी, जिसमें करीब 2,000 कर्मचारियों को निकाला गया था।
  • दूसरी लहर मई 2025 में आई, जब लगभग 6,000 कर्मचारियों को निकाला गया।
  • और अब जुलाई में तीसरी बार कंपनी ने 9,000 से अधिक लोगों की नौकरी समाप्त कर दी है।

इस तरह Microsoft ने साल 2025 में अब तक कुल मिलाकर 17,000 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से हटाया है, जो इसके वैश्विक कर्मचारियों का लगभग 7% है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति और शेयर बाजार पर असर

Microsoft की वित्तीय स्थिति फिलहाल मजबूत बनी हुई है। कंपनी ने हाल ही में जारी किए गए आंकड़ों में बताया कि उसका कुल राजस्व लगभग 70 अरब डॉलर रहा और नेट इनकम लगभग 26 अरब डॉलर। इसके बावजूद, इन छंटनियों की खबर का शेयर बाजार पर हल्का नकारात्मक असर देखने को मिला। Microsoft के शेयरों में करीब 0.5% की गिरावट दर्ज की गई।

विश्लेषकों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी है क्योंकि कंपनी भविष्य की ओर बड़े कदम उठा रही है, खासकर AI और क्लाउड आधारित सेवाओं में। Microsoft Azure जैसे क्लाउड प्लेटफॉर्म्स पर कंपनी का जोर आने वाले समय में इसे प्रतिस्पर्धा में आगे बनाए रखेगा।

विश्लेषकों की राय: “यह AI की दौड़ में आगे बढ़ने की रणनीति”

कई टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों का मानना है कि Microsoft यह कदम इसलिए उठा रहा है ताकि वह अपने संसाधनों का बेहतर ढंग से इस्तेमाल कर सके और AI क्षेत्र में तेजी से बढ़ती प्रतिस्पर्धा में खुद को सबसे आगे रख सके।

D.A. Davidson के विश्लेषक गिल लुरिया का कहना है कि Microsoft अपने लागत ढांचे को हल्का करने की कोशिश कर रहा है ताकि वह अपने भारी निवेश को संतुलित कर सके। वहीं RBC Capital Markets के रिषि जलूरिया ने कहा कि यह छंटनी जरूरी नहीं कि AI के कारण हुई हो, बल्कि यह संसाधनों के पुन:आवंटन की प्रक्रिया है।

क्या है आगे की दिशा?

आने वाले समय में Microsoft द्वारा और भी विभागों में आंतरिक बदलाव किए जा सकते हैं। Xbox और अन्य प्रोडक्ट डिविजनों में रणनीतिक बदलाव जारी रहेंगे। कंपनी का फोकस अब AI, क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर और कोपायलट जैसे नए टूल्स पर है।

इस छंटनी के बाद Microsoft ने यह भी संकेत दिया है कि अब कंपनी तेजी से निर्णय लेने वाली, अधिक चुस्त और केंद्रित कार्यशैली की ओर बढ़ेगी। यह दृष्टिकोण उसे एक ग्लोबल टेक लीडर के रूप में और मजबूत बनाएगा।

एक क्रूर लेकिन रणनीतिक फैसला

Microsoft द्वारा की गई यह छंटनी जहां हजारों कर्मचारियों के लिए दुखदाई है, वहीं यह कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है। यह कदम Microsoft को तेजी से बढ़ते AI और क्लाउड कंप्यूटिंग की दुनिया में खुद को और अधिक प्रभावशाली बनाने में मदद करेगा।

यह घटना यह भी दर्शाती है कि आज के टेक युग में कंपनियों के लिए परिवर्तन और पुनर्गठन अनिवार्य हो गया है। जहां एक ओर यह हजारों परिवारों को प्रभावित करेगा, वहीं दूसरी ओर यह एक संकेत है कि वैश्विक टेक्नोलॉजी दिग्गज अब केवल स्थायित्व पर नहीं बल्कि त्वरित अनुकूलन और दक्षता पर आधारित भविष्य की ओर बढ़ रही हैं।

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