Fire at Mahakumbh: प्रयागराज के महाकुंभ मेले में शुक्रवार को एक बार फिर आग लगने की घटना सामने आई। यह हादसा सेक्टर 18, शंकराचार्य मार्ग पर हुआ, जहां आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना मिलते ही दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया गया।
हालांकि, इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, दमकल अधिकारियों ने बताया कि आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है और स्थिति नियंत्रण में है।
खाक चौक पुलिस थाने के इंस्पेक्टर योगेश चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया, “पुरानी जीटी रोड पर तुलसी चौराहा के पास एक शिविर में आग लग गई थी। हालांकि, दमकल कर्मियों की तत्परता से आग को जल्द ही नियंत्रित कर लिया गया।”
महाकुंभ मेले में यह आग लगने की दूसरी घटना है। इससे पहले भी एक आगजनी की घटना सामने आई थी। महाकुंभ मेला इस साल 13 जनवरी से शुरू हुआ है और 26 फरवरी तक चलेगा। लाखों श्रद्धालु हर दिन इस धार्मिक आयोजन में शामिल होने आ रहे हैं।
#WATCH | Prayagraj | A fire breaks out in Sector 18, Shankaracharya Marg of Maha Kumbh Mela Kshetra. Fire tenders are at the spot. More detail awaited pic.twitter.com/G4hTeXyRd9
— ANI (@ANI) February 7, 2025
इस आगजनी में करीब 40 झोपड़ियां जलकर खाक हो गईं, वहीं छह तंबू भी पूरी तरह जल गए। हालांकि, राहत की बात यह रही कि किसी की जान जाने की खबर नहीं है। दमकल विभाग और पुलिस प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष सतर्कता बरतने का दावा कर रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने के बाद शिविर में भगदड़ मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। शिविरों में रहने वाले संतों और श्रद्धालुओं ने तुरंत प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं।
प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि मेले में किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शॉर्ट सर्किट या किसी अन्य तकनीकी कारण से आग लग सकती है, हालांकि इसकी सटीक वजह का अभी पता नहीं चल पाया है।
महाकुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है, जिसमें लाखों की संख्या में साधु-संत और श्रद्धालु शामिल होते हैं। ऐसे में किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन लगातार निगरानी रख रहा है।
मेले में सुरक्षा बढ़ाने के लिए दमकल की और गाड़ियां तैनात की जा रही हैं और अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया गया है। प्रशासन ने अपील की है कि श्रद्धालु किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत सुरक्षा कर्मियों को दें ताकि समय रहते किसी भी घटना को टाला जा सके।
इस हादसे के बाद मेले में सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि, प्रशासन का दावा है कि हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है। फिलहाल, आग लगने की जांच की जा रही है और अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन कराया जाए।