Bhagwant Mann on US Deportees: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए अमृतसर में अमेरिका से लौटाए गए भारतीयों की फ्लाइट लैंड कराने को “षड्यंत्र” करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह फैसला पंजाब और पंजाबियों की छवि खराब करने के लिए लिया गया है। उनका कहना है कि अवैध अप्रवास पूरे देश की समस्या है, लेकिन इसे केवल पंजाब से जोड़कर पेश किया जा रहा है।
पंजाब को बदनाम करने की साजिश: भगवंत मान
भगवंत मान ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, “पंजाब देश का अन्नदाता है, स्वतंत्रता संग्राम में सबसे ज्यादा कुर्बानियां हमारे राज्य से आईं, लेकिन आज इसी पंजाब को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।” उन्होंने सवाल किया कि जब भारत के कई अन्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे उपलब्ध हैं, तो निर्वासितों को लाने वाली उड़ानों को केवल अमृतसर में ही क्यों उतारा जा रहा है?
“मैं पहले भी इस मुद्दे को विदेश मंत्रालय (MEA) और गृह मंत्रालय (MHA) के सामने उठा चुका हूं, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। कुछ दिन पहले एक ऐसी फ्लाइट अमृतसर आई थी और अब दो और भेजी जा रही हैं। यह सरासर अन्याय है,” मान ने कहा।
#WATCH | Amritsar | Punjab CM Bhagwant Mann says, “A second plane carrying (Indian citizens who allegedly illegally migrated to the US) will land in Amritsar tomorrow…Ministry of External Affairs should tell the criteria based on which Amritsar was selected to land the… pic.twitter.com/TmPivL0xpn
— ANI (@ANI) February 14, 2025
केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि यह साफ दिखाता है कि भाजपा सरकार पंजाबियों को टारगेट कर रही है। उन्होंने कहा, “भारत के स्वतंत्रता संग्राम में 90% से ज्यादा शहीद, जेल जाने वाले और देश निकाला झेलने वाले पंजाबी थे, लेकिन आज उन्हीं पंजाबियों के साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा है।”
मान ने मोदी सरकार की नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब सुरक्षा कारणों का हवाला देकर अमृतसर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद किया गया, तो निर्वासितों को लाने के लिए यहां हवाई जहाज क्यों उतारे जा रहे हैं? उन्होंने कहा, “अमृतसर पाकिस्तान सीमा से सिर्फ 40 किलोमीटर दूर है। अगर सरकार सुरक्षा कारणों से यहां से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू नहीं कर सकती, तो अमेरिकी सेना का विमान यहां कैसे उतर सकता है?”
राष्ट्रीय समस्या को पंजाब तक सीमित करना गलत
भगवंत मान ने जोर देकर कहा कि अवैध अप्रवासन पूरे देश की समस्या है, लेकिन इसे पंजाब के साथ जोड़कर दिखाना गलत है। उन्होंने कहा, “जब बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का विमान हिंडन एयरबेस पर उतर सकता है और राफेल जेट अंबाला में लैंड कर सकते हैं, तो निर्वासितों को लाने वाली फ्लाइट दिल्ली, मुंबई या किसी अन्य बड़े हवाई अड्डे पर क्यों नहीं उतारी जा रही?”
‘मोदी के दोस्त ट्रंप का तोहफा’
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह खुद को “वैश्विक नेता” बताते हैं, लेकिन भारतीय नागरिकों के हितों की रक्षा करने में असफल रहे हैं। उन्होंने कहा, “जब मोदी अपने मित्र डोनाल्ड ट्रंप से हाथ मिला रहे थे, तब भारतीय नागरिकों को जंजीरों में बांधकर निर्वासित किया जा रहा था। ये जंजीरों में जकड़े भारतीय ट्रंप का मोदी को दिया गया तोहफा हैं।”
पंजाब सरकार का रुख
भगवंत मान ने साफ किया कि उनकी सरकार पंजाब के हितों से समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर फिर से केंद्र सरकार से जवाब मांगेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो इसे संसद में भी उठाया जाएगा। “हम पंजाबियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे। यह राज्य किसी के एहसान से नहीं, बल्कि अपनी मेहनत से बना है,” उन्होंने कहा।
सियासी संग्राम तेज होने के आसार
भगवंत मान के इस बयान के बाद राजनीतिक घमासान तेज होने के आसार हैं। भाजपा के नेता इसे मुख्यमंत्री की “अनावश्यक बयानबाजी” कह सकते हैं, जबकि आम आदमी पार्टी इसे पंजाब की अस्मिता से जुड़ा मुद्दा बनाएगी।
यह मामला न केवल पंजाब बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। क्या केंद्र सरकार इस पर कोई स्पष्टीकरण देगी, या यह विवाद आने वाले चुनावों में भी एक बड़ा मुद्दा बनेगा? यह देखना दिलचस्प होगा।