Donald Trump shares AI-generated video: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक एआई-जनित वीडियो साझा किया है, जिसमें उन्होंने युद्ध-ग्रस्त गाज़ा पट्टी के पुनर्निर्माण की अपनी महत्वाकांक्षी योजना प्रस्तुत की है। इस वीडियो में गाज़ा को एक आधुनिक, समृद्ध शहर के रूप में दिखाया गया है, जहां विशाल स्वर्णिम ट्रंप की मूर्तियाँ, गगनचुंबी इमारतें, और उनके सहयोगी एलन मस्क धनवर्षा के बीच चलते हुए नजर आते हैं। इसके अलावा, ट्रंप इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ समुद्र तट पर धूप सेंकते हुए भी दिखाई देते हैं।
Donald Trump shared this ‘Trump Gaza’ video on his Truth Social platform.
It’s disgusting.
And not just because it has bearded transsexuals in bikinis dancing on the beach. pic.twitter.com/O2puEsWDN9— Jayda Fransen (@JaydaBF) February 26, 2025
यह वीडियो ट्रंप की उस योजना का हिस्सा है, जिसमें वे गाज़ा पट्टी को अमेरिकी नियंत्रण में लेकर उसे “मध्य पूर्व का रिवेरा” बनाना चाहते हैं। इस प्रस्ताव के तहत, गाज़ा के निवासियों को अस्थायी रूप से जॉर्डन और मिस्र जैसे पड़ोसी देशों में पुनर्वासित किया जाएगा, ताकि क्षेत्र का पुनर्निर्माण किया जा सके। ट्रंप ने इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “अमेरिका गाज़ा पट्टी पर कब्जा करेगा, और हम इसे विकसित करेंगे।”
ट्रंप की इस योजना को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मिश्रित प्रतिक्रियाएँ मिली हैं। हमास ने इसे “अराजकता और तनाव पैदा करने वाला फार्मूला” करार देते हुए खारिज कर दिया है। हमास के अनुसार, गाज़ा के निवासियों ने लंबे समय से बमबारी और विस्थापन का सामना किया है, और वे अपनी जमीन छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं।
अरब देशों ने भी ट्रंप के इस प्रस्ताव की निंदा की है। सऊदी अरब ने अपने बयान में कहा कि फिलिस्तीनी राज्य के लिए उनका समर्थन “दृढ़, मजबूत और अडिग” है। इसके अलावा, डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने भी ट्रंप की योजना पर सवाल उठाए हैं। सीनेटर क्रिस मर्फी ने इसे “हजारों अमेरिकी सैनिकों के लिए नरसंहार” और “मध्य पूर्व में दशकों तक चलने वाले नए युद्ध की शुरुआत” बताया है।
ट्रंप प्रशासन ने हालांकि अपने प्रस्ताव का बचाव किया है। पश्चिम एशिया के लिए ट्रंप के दूत, स्टीव विटकॉफ ने कहा कि फिलिस्तीनियों के लिए बेहतर जीवन जरूरी नहीं कि वर्तमान भौगोलिक स्थान से जुड़ा हो। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति कह रहे हैं, ‘आइए, इन लोगों के लिए इसे बेहतर बनाएं। आइए, उन्हें और अधिक उम्मीद दें।'”
गाज़ा पट्टी, जो इज़राइल और मिस्र के बीच भूमध्य सागर के किनारे स्थित है, लंबे समय से संघर्ष और विनाश का केंद्र रही है। लगभग 140 वर्ग मील क्षेत्रफल वाली इस पट्टी में करीब 23 लाख लोग रहते हैं, जिससे यह दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है। हाल के संघर्षों में गाज़ा की अधिकांश बुनियादी संरचना नष्ट हो चुकी है, और इसके पुनर्निर्माण के लिए व्यापक अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता है।
ट्रंप की योजना, जिसमें गाज़ा को अमेरिकी नियंत्रण में लेकर पुनर्निर्मित करने की बात कही गई है, अंतरराष्ट्रीय कानून और संप्रभुता के सिद्धांतों के खिलाफ मानी जा रही है। संयुक्त राष्ट्र के तहत, किसी भी प्रकार के जबरन विस्थापन को प्रतिबंधित किया गया है, और ट्रंप की यह योजना उसी के विपरीत है। इसके अलावा, गाज़ा के निवासियों को उनकी जमीन से हटाना और उन्हें अन्य देशों में पुनर्वासित करना व्यावहारिक और नैतिक दोनों दृष्टिकोणों से चुनौतीपूर्ण है।
इस प्रस्ताव ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में एक नई बहस को जन्म दिया है कि कैसे गाज़ा और फिलिस्तीनी मुद्दे का समाधान किया जाए। जबकि ट्रंप की योजना एक नए दृष्टिकोण की पेशकश करती है, यह महत्वपूर्ण है कि समाधान न्यायसंगत, टिकाऊ और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप हो, ताकि क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित की जा सके।