Champions Trophy 2025: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबला होने वाला है, और इस महत्वपूर्ण मैच से पहले मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती पर सभी की निगाहें टिकी हैं। पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने वरुण को इस मुकाबले में भारत का ‘ट्रम्प कार्ड’ बताया है, जो टीम की जीत में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
Varun Chakaravarthy has got something different, creates good selection headache: Rohit Sharma
· After India sealed their semi-final date with Australia in the 2025 Champions Trophy with a 44-run win over New Zealand, skipper Rohit Sharma said the move to play Varun… pic.twitter.com/i3oOF65l8M
— IANS (@ians_india) March 2, 2025
वरुण चक्रवर्ती का अब तक का सफर
वरुण चक्रवर्ती ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने पांच मैचों में 14 विकेट लेकर ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ का खिताब जीता। उनकी इस सफलता ने चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें वनडे टीम में शामिल किया गया और अब वे चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में खेलने के लिए तैयार हैं।
आकाश चोपड़ा का नजरिया
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि जब जसप्रीत बुमराह चोटिल हुए, तो टीम में पहले से ही चार स्पिनर मौजूद थे। गौतम गंभीर और चयनकर्ताओं ने पांचवें स्पिनर के रूप में वरुण को शामिल किया, जिस पर कई विशेषज्ञों ने सवाल उठाए थे। लेकिन अब चोपड़ा मानते हैं कि वरुण का चयन सही फैसला साबित हो सकता है, और वे सेमीफाइनल में भारत के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
वरुण की गेंदबाजी की विशेषताएं
वरुण चक्रवर्ती की गेंदबाजी की सबसे बड़ी खासियत उनकी ‘मिस्ट्री स्पिन’ है, जो बल्लेबाजों को समझने में मुश्किल होती है। उनकी विविधताओं और सटीकता ने उन्हें टी20 प्रारूप में सफल बनाया है, और अब वनडे में भी वे अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रणनीति
ऑस्ट्रेलिया की टीम स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ संघर्ष करती रही है, और ऐसे में वरुण चक्रवर्ती का रोल और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। उनकी मिस्ट्री स्पिन और विविधताएं ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं, जिससे भारत को बीच के ओवरों में विकेट मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
टीम कॉम्बिनेशन और संतुलन
वरुण चक्रवर्ती का शामिल होना टीम के संतुलन को और मजबूत करता है। उनकी मौजूदगी से कप्तान के पास गेंदबाजी में विविधता और विकल्प बढ़ जाते हैं, जो किसी भी मैच की परिस्थितियों के अनुसार रणनीति बनाने में सहायक होते हैं।
सेमीफाइनल जैसे महत्वपूर्ण मुकाबले में वरुण चक्रवर्ती का प्रदर्शन निर्णायक साबित हो सकता है। उनकी मिस्ट्री स्पिन और हालिया फॉर्म को देखते हुए, वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के ‘ट्रम्प कार्ड’ बन सकते हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इस बड़े मंच पर किस तरह का प्रदर्शन करते हैं और क्या वे भारत को फाइनल में पहुंचाने में सफल होते हैं।