Comet browser: Perplexity AI ने हाल ही में अपना नया वेब ब्राउज़र “Comet” लॉन्च किया है, जिसे एक अलग ही तकनीकी सोच के साथ तैयार किया गया है। इस ब्राउज़र का उद्देश्य है इंटरनेट सर्च और ब्राउज़िंग के पारंपरिक तरीके को बदलना। Perplexity एक तेजी से उभरती आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी है, जिसे Nvidia, Jeff Bezos और SoftBank जैसे बड़े निवेशकों का समर्थन प्राप्त है।
Perplexity has launched their first AI-powered browser, Comet, which puts their search engine front and center in its latest move to overtake Google. pic.twitter.com/BH1Fcg2ReG
— TechCrunch (@TechCrunch) July 11, 2025
Comet को एक एआई-सक्षम ब्राउज़र कहा जा रहा है, जो न केवल खोज इंजन का काम करता है बल्कि एक व्यक्तिगत सहायक की तरह भी काम करता है। यह उपयोगकर्ता की भाषा समझता है, उनके इरादों को पहचानता है और उसी अनुसार जवाब तैयार करता है।
Comet कोई साधारण ब्राउज़र नहीं है। यह एक एजेंटिक AI तकनीक पर आधारित ब्राउज़र है। इसका मतलब है कि यह एक वर्चुअल एजेंट की तरह कार्य करता है, जो आपके रोज़मर्रा के इंटरनेट कार्यों को सरल, तेज़ और प्रभावी बना देता है।
ब्राउज़र में सबसे खास बात है Comet Assistant, जो ब्राउज़िंग करते समय साइड में खुलता है और यूज़र के किसी भी कमांड को समझकर कार्य करता है। आप उससे कह सकते हैं – “मेरे ईमेल सारांश करो”, “फ्लाइट ढूंढो”, या “किसी मीटिंग के लिए स्लॉट बुक करो” – और ये ब्राउज़र आपके लिए यह सब करेगा।
खोज करने का अनुभव भी अलग है। Comet पर आप जो कुछ भी टाइप करते हैं, उसका जवाब आपको सीधे, संक्षेप में और विज़ुअल रूप में मिलता है। पारंपरिक सर्च इंजनों की तरह कई लिंक पर क्लिक करने की जरूरत नहीं रहती।
Google Chrome इस समय दुनियाभर में सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला ब्राउज़र है। जून 2025 तक इसका ग्लोबल मार्केट शेयर 68 प्रतिशत से अधिक है। ऐसे में कोई नया ब्राउज़र जब Google को चुनौती देने की बात करता है, तो सवाल उठना लाज़मी है।
Perplexity के CEO अरविंद श्रीनिवास ने कहा है कि Google जैसी कंपनियां अपने विज्ञापन आधारित बिज़नेस मॉडल के चलते AI को पूरी तरह अपनाने में हिचक रही हैं। वहीं Comet पूरी तरह AI-प्रथम दृष्टिकोण के साथ आता है, जिससे यह उपयोगकर्ताओं को एक बेहतर, स्वचालित और निजी अनुभव दे सकता है।
अरविंद का यह भी कहना है कि Google या अन्य टेक दिग्गज आसानी से Comet की कॉपी नहीं कर सकते, क्योंकि इसकी एजेंटिक संरचना और वास्तविक कार्यशैली बहुत जटिल है।
Perplexity ने Comet को बनाते समय यूज़र्स की प्राइवेसी का विशेष ध्यान रखा है। यह ब्राउज़र अधिकतर डेटा को उपयोगकर्ता के ही डिवाइस पर प्रोसेस करता है और केवल तब ही सर्वर पर भेजता है जब यूज़र अनुमति देता है। इसका मतलब है कि उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी बिना उनकी मर्जी के कहीं साझा नहीं की जाती।
हालांकि, कुछ आलोचक मानते हैं कि जब एक ब्राउज़र आपकी खोजें, ईमेल, कैलेंडर और अन्य डेटा तक पहुंच रखता है, तो गोपनीयता को लेकर आशंका बनी रहती है। Reddit जैसे प्लेटफॉर्म्स पर कई उपयोगकर्ताओं ने इस मुद्दे को उठाया है और इसे लेकर पारदर्शिता की मांग की है।
फिलहाल Comet केवल उन्हीं उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है जिन्होंने Perplexity Max प्लान लिया हुआ है। यह प्लान $200 प्रति माह का है, जो आम उपयोगकर्ताओं के लिए काफी महंगा हो सकता है। इसके अलावा कुछ चुनिंदा यूजर्स को इनवाइट वेटलिस्ट के माध्यम से एक्सेस दिया जा रहा है।
हालांकि कंपनी का कहना है कि आने वाले महीनों में इसका एक फ्री वर्जन भी लॉन्च किया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका उपयोग कर सकें।
Perplexity AI की लोकप्रियता बहुत तेज़ी से बढ़ रही है। कंपनी की वैल्यू $18 बिलियन तक पहुंच चुकी है। मई 2025 में Perplexity ने करीब 780 मिलियन सर्च क्वेरीज को प्रोसेस किया, जो हर महीने 20 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है।
इतनी तेज़ वृद्धि ने टेक उद्योग में हलचल मचा दी है और यह साबित कर दिया है कि उपयोगकर्ता अब परंपरागत तरीकों से हटकर नए अनुभवों की तलाश में हैं।
तकनीकी वेबसाइटों और विशेषज्ञों ने Comet को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। TechRadar ने कहा कि उन्होंने केवल 48 घंटे Comet का उपयोग किया और उन्हें विश्वास हो गया कि यह भविष्य के इंटरनेट ब्राउज़िंग का तरीका हो सकता है।
Lifewire ने इसे “न्यूरल ब्राउज़िंग” मॉडल बताया है, जो यूज़र के तनाव को कम करता है, टैब क्लटर को घटाता है और एक आसान अनुभव देता है।
हर नई तकनीक की तरह Comet को भी कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। सबसे बड़ी चुनौती है इसकी कीमत। $200 प्रतिमाह का मूल्य अधिकांश उपयोगकर्ताओं के लिए बहुत अधिक है।
दूसरी बात है—AI द्वारा दिया गया उत्तर वेबसाइटों के ट्रैफ़िक को प्रभावित कर सकता है। जब उपयोगकर्ता सीधे ब्राउज़र से उत्तर प्राप्त करते हैं, तो वे वेबसाइट पर नहीं जाते, जिससे ओपन वेब और स्वतंत्र कंटेंट क्रिएटर्स को नुकसान हो सकता है।
इसके अलावा, ब्राउज़र को अब तक सार्वजनिक रूप से फुल स्केल पर नहीं परखा गया है। बड़े पैमाने पर लॉन्च होने के बाद ही यह साफ होगा कि यह कितनी बेहतर तरीके से काम करता है।
Comet एक नई सोच के साथ तैयार किया गया ब्राउज़र है। यह केवल एक सर्च इंजन नहीं बल्कि एक डिजिटल सहायक की तरह कार्य करता है। इसकी सबसे बड़ी ताकत है इसका एआई-संचालित, एजेंटिक इंटरफेस जो यूज़र्स के कार्यों को सहजता और गति देता है।
हालांकि इसकी कीमत और गोपनीयता को लेकर कुछ सवाल हैं, लेकिन यह मानना पड़ेगा कि Comet एक साहसी प्रयास है—जो इंटरनेट ब्राउज़िंग की दिशा को बदल सकता है। यदि आने वाले समय में इसका फ्री वर्जन आता है और यह बड़े पैमाने पर उपयोगकर्ताओं तक पहुंचता है, तो Google Chrome को वाकई एक गंभीर प्रतिस्पर्धा मिल सकती है।
Perplexity ने Comet के ज़रिए तकनीक के भविष्य की एक झलक पेश की है—एक ऐसा भविष्य जहां ब्राउज़िंग सिर्फ क्लिक करने तक सीमित नहीं, बल्कि संवाद, सहयोग और समझ का अनुभव होगा।
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