Cyber Attack on Ukraine Railways: यूक्रेन की सबसे बड़ी रेलवे कंपनी उक्रज़ालिज़नित्सिया (Ukrzaliznytsia) को सोमवार को एक बड़े साइबर हमले का सामना करना पड़ा, जिसके कारण ऑनलाइन टिकटिंग सिस्टम पूरी तरह ठप हो गया। यह हमला ऐसे समय में हुआ जब देश पहले से ही साइबर खतरों और युद्ध जैसी चुनौतियों का सामना कर रहा है। हालांकि, कंपनी ने यह स्पष्ट किया है कि ट्रेन सेवाएँ सामान्य रूप से जारी रहेंगी और यात्रियों को अधिक दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
🔴 Ukraine said its national rail operator was hit by a large-scale enemy cyber attack as Russian-US peace talks were in “full-swing”
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— The Telegraph (@Telegraph) March 24, 2025
कंपनी ने अपने आधिकारिक टेलीग्राम चैनल पर एक बयान जारी कर कहा, “दुश्मन अपने मुख्य उद्देश्य में विफल रहा। ट्रेन सेवाएँ स्थिर हैं, बिना किसी देरी के चल रही हैं, और हमने सभी ऑपरेशनल प्रक्रियाओं को बैकअप सिस्टम में स्थानांतरित कर दिया है।”
ऑनलाइन टिकट सेवा ठप, स्टेशनों पर लंबी कतारें
इस हमले के कारण रेलवे की मोबाइल ऐप और वेबसाइट के जरिए टिकट बुक करने की सुविधा बाधित हो गई। इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। खासकर, कीव के सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर सुबह के समय यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जहाँ लोग लंबी कतारों में खड़े होकर टिकट खरीदने के लिए इंतजार कर रहे थे।
यूक्रेनी पत्रकार डारिना अंतोनियुक ने रिपोर्ट किया कि स्टेशन पर असामान्य रूप से अधिक भीड़ थी। कई यात्री घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए टिकट खरीदने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन सिस्टम डाउन होने के कारण उन्हें परेशानी हुई।
हालांकि, रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों को सलाह दी कि अगर वे टिकट काउंटर पर टिकट खरीदने में असमर्थ हैं, तो वे सीधे ट्रेन में जाकर टिकट प्राप्त कर सकते हैं। कंपनी ने यह भी घोषणा की कि उन्होंने टिकट काउंटरों पर अतिरिक्त कर्मचारियों की नियुक्ति की है ताकि यात्रियों को कम से कम इंतजार करना पड़े।
यूक्रेन पर लगातार बढ़ते साइबर हमले
यह हमला यूक्रेन पर हाल के महीनों में हुए लगातार साइबर हमलों की कड़ी में एक और बड़ा झटका है। इससे पहले, यूक्रेनी ऊर्जा कंपनियों, डाक सेवा और सरकारी संस्थानों को भी साइबर हमलों का सामना करना पड़ा था।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमले यूक्रेन के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को प्रभावित करने की कोशिश हैं। यूक्रेनी साइबर सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, 2024 में साइबर हमलों की संख्या में 70% की वृद्धि देखी गई है, जिनमें से अधिकतर हमले ऊर्जा, परिवहन और संचार क्षेत्रों पर केंद्रित रहे हैं।
यूक्रेनी रेलवे ने कैसे किया जवाब?
इस हमले के बावजूद, उक्रज़ालिज़नित्सिया ने अपनी सेवाओं को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए तत्काल कदम उठाए। रेलवे अधिकारियों ने पुष्टि की कि ट्रेन सेवाएँ किसी भी प्रकार की देरी के बिना जारी रहेंगी, और यात्रियों को अधिक परेशानी न हो, इसके लिए ऑफलाइन टिकट काउंटरों को अधिक प्रभावी ढंग से संचालित किया जा रहा है।
इसके अलावा, रेलवे कंपनी के आईटी विशेषज्ञ और साइबर सुरक्षा टीम इस हमले की जाँच कर रहे हैं और इसे जल्द से जल्द हल करने के प्रयास कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि सिस्टम को पूरी तरह से पुनर्स्थापित करने में कुछ समय लग सकता है, लेकिन यात्रियों की सुविधा के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
क्या यह हमले भविष्य में बढ़ सकते हैं?
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यूक्रेन पर साइबर हमलों का खतरा आने वाले महीनों में और बढ़ सकता है। रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच, कई महत्वपूर्ण सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों को हैकिंग, डेटा चोरी, और ऑनलाइन सेवाओं में रुकावटों का सामना करना पड़ रहा है।
यूक्रेन की साइबर सुरक्षा एजेंसी ने पहले ही चेतावनी दी थी कि 2025 में भी साइबर हमले बड़े पैमाने पर जारी रह सकते हैं। ऐसे में, यूक्रेन सरकार और उसकी कंपनियों को साइबर सुरक्षा को और मजबूत करने की जरूरत होगी।
यूक्रेनी रेलवे पर हुआ यह साइबर हमला डिजिटल बुनियादी ढांचे पर बढ़ते खतरों को दर्शाता है। हालांकि ऑनलाइन टिकटिंग सेवाएँ प्रभावित हुई हैं, लेकिन रेलवे कंपनी ने त्वरित कार्रवाई करके यात्रियों को राहत देने का प्रयास किया है। साइबर हमलों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, यह आवश्यक है कि रेलवे और अन्य महत्वपूर्ण संस्थान अपनी साइबर सुरक्षा को और मजबूत करें ताकि भविष्य में इस तरह के हमलों से बचा जा सके।