Delhi CM Oath Taking: दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की विधायक रेखा गुप्ता ने गुरुवार को दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। रामलीला मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में उन्होंने पद और गोपनीयता की शपथ ली। इसके साथ ही, पार्टी ने 27 साल बाद दिल्ली में अपनी सरकार बनाई है।
Rekha Gupta is not my CM.
My CM is Arvind Kejriwal.
I request the Chief Justice of India to take suo motu action and make Arvind Kejriwal CM again.
The oath-taking ceremony is unconstitutional because Arvind Kejriwal is alive, and he is the owner of Delhi#RekhaGupta pic.twitter.com/SHqAY1uyH9
— Yanika_Lit (@LogicLitLatte) February 20, 2025
रेखा गुप्ता, जो शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनी हैं, ने अपने भाषण में दिल्ली के विकास और जनता की समस्याओं को हल करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “यह जीत केवल BJP की नहीं, बल्कि दिल्ली की जनता की जीत है। हमारी सरकार हर दिल्लीवासी के लिए काम करेगी और शहर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।”
कैबिनेट में शामिल हुए छह मंत्री
रेखा गुप्ता के साथ-साथ छह अन्य BJP विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इनमें पार्वेश वर्मा, कपिल मिश्रा और चार अन्य नेता शामिल हैं। यह टीम दिल्ली सरकार के प्रमुख मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभालेगी। पार्टी ने इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 48 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया है।
27 साल बाद BJP की वापसी
दिल्ली में BJP की यह वापसी ऐतिहासिक मानी जा रही है। पिछले 27 सालों से आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस का दबदबा रहा है। लेकिन इस बार BJP ने अपनी मजबूत रणनीति और जनता के बीच बढ़ते विश्वास के दम पर जीत हासिल की है। पार्टी ने अपने चुनाव प्रचार में सुरक्षा, स्वच्छता, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया था।
रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर
रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर काफी प्रेरणादायक है। वह पहली बार विधायक बनी हैं, लेकिन उन्होंने सामाजिक कार्यों और पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के दम पर यह मुकाम हासिल किया है। शालीमार बाग से उनकी जीत ने साबित कर दिया कि जनता उन पर भरोसा करती है। उनके नेतृत्व में दिल्ली के विकास की नई योजनाएं बनने की उम्मीद है।
चुनौतियां और उम्मीदें
हालांकि, नई सरकार के सामने कई चुनौतियां भी हैं। दिल्ली की जनसंख्या, प्रदूषण, यातायात और बुनियादी ढांचे की समस्याएं अभी भी बरकरार हैं। इन समस्याओं को हल करने के लिए सरकार को मजबूत नीतियां और योजनाएं बनानी होंगी। साथ ही, विपक्षी दलों की ओर से भी सरकार को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ सकता है।
जनता की उम्मीदें
दिल्ली की जनता को नई सरकार से काफी उम्मीदें हैं। लोग चाहते हैं कि सरकार उनकी समस्याओं को गंभीरता से ले और उनके जीवन स्तर में सुधार करे। रेखा गुप्ता ने अपने भाषण में जनता के विश्वास को बनाए रखने का वादा किया है। अब देखना होगा कि कैसे वह और उनकी टीम इन उम्मीदों पर खरा उतरती है।
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में BJP सरकार ने एक नए युग की शुरुआत की है। 27 साल बाद मिली इस जीत ने पार्टी के मनोबल को बढ़ाया है। अब सबकी नजरें इस बात पर होंगी कि कैसे यह सरकार दिल्ली को नई दिशा देती है और जनता के विश्वास को कायम रखती है।