Elon Musk: टेस्ला के मालिक और अरबपति एलन मस्क ने शुक्रवार को घोषणा की कि वे मार्को एलेज़ को दोबारा नौकरी पर रखेंगे। 25 वर्षीय एलेज़, जो पहले डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) में कार्यरत थे, ने हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आने के बाद इस्तीफा दे दिया था। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि उनके पुराने सोशल मीडिया अकाउंट से नस्लवादी और भारतीयों के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणियां पोस्ट की गई थीं।
विवाद कैसे शुरू हुआ?
अमेरिकी अख़बार द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में एलेज़ का नाम सामने आया था, जिसमें यह खुलासा किया गया कि उनके सोशल मीडिया अकाउंट से भारतीयों और अन्य जातीय समुदायों के खिलाफ भेदभावपूर्ण पोस्ट की गई थीं।
उनके अकाउंट से किए गए कुछ विवादास्पद पोस्ट इस प्रकार थे:
- “मैं तब भी नस्लवादी था जब यह फैशन में नहीं था।”
- “मुझे पैसे देकर भी मेरी जाति के बाहर शादी नहीं कराई जा सकती।”
- “भारतीयों के प्रति नफरत को सामान्य बनाओ।”
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद, एलेज़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन यह मामला यहीं नहीं रुका, बल्कि अमेरिकी राजनीति और कॉर्पोरेट जगत में बहस का कारण बन गया।
जेडी वांस ने किया समर्थन, मस्क ने जनता से राय ली
एलेज़ के इस्तीफे के बाद, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वांस ने उनके समर्थन में बयान दिया। उन्होंने कहा कि, “बेवकूफी भरी सोशल मीडिया गतिविधि किसी के करियर को खत्म नहीं करनी चाहिए। अगर कोई बुरा इंसान है या अपने काम में अयोग्य है, तो उसे उस आधार पर नौकरी से निकाला जाना चाहिए, लेकिन पुरानी सोशल मीडिया पोस्ट के आधार पर नहीं।”
इसके बाद, एलन मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोल किया, जिसमें उन्होंने जनता से पूछा कि क्या एलेज़ को वापस नौकरी दी जानी चाहिए? इस पोल में 78% लोगों ने उनके पक्ष में वोट दिया।
मस्क ने पोल के नतीजों के बाद घोषणा करते हुए कहा, “गलती करना इंसान का स्वभाव है, लेकिन क्षमा करना ईश्वरीय गुण है।”
Here’s my view:
I obviously disagree with some of Elez’s posts, but I don’t think stupid social media activity should ruin a kid’s life.
We shouldn’t reward journalists who try to destroy people. Ever.
So I say bring him back.
If he’s a bad dude or a terrible member of… https://t.co/OgG6Z3hKPE
— JD Vance (@JDVance) February 7, 2025
Bring back @DOGE staffer who made inappropriate statements via a now deleted pseudonym?
— Elon Musk (@elonmusk) February 7, 2025
🫡
He will be brought back.
To err is human, to forgive divine. https://t.co/TV6SJIb5P6
— Elon Musk (@elonmusk) February 7, 2025
डोनाल्ड ट्रंप ने किया समर्थन, लेकिन रो खन्ना ने उठाए सवाल
मामला तब और बड़ा हो गया जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी एलेज़ की वापसी का समर्थन किया। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैं उपराष्ट्रपति के साथ हूं।”
हालांकि, डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद रो खन्ना ने इस फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, “अगर आप किसी को दोबारा नौकरी दे रहे हैं, तो क्या यह जरूरी नहीं कि वह अपनी नस्लवादी टिप्पणी के लिए माफी मांगे?”
विवाद के पीछे सिर्फ सोशल मीडिया पोस्ट ही नहीं थी वजह
हालांकि, एलेज़ का विवाद सिर्फ उनकी पुरानी सोशल मीडिया पोस्ट तक सीमित नहीं था। AFP की रिपोर्ट के अनुसार, वे अमेरिकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट में एक और विवाद में फंस चुके थे।
इस विवाद में आरोप था कि उन्होंने और एक अन्य DOGE कर्मचारी ने फेडरल पेमेंट सिस्टम तक अनधिकृत रूप से पहुंच बनाई थी, जिसके चलते अदालत ने उनके सिस्टम एक्सेस को सीमित करने का आदेश दिया था।
अमेरिका में बढ़ी बहस: माफी ज़रूरी या दूसरा मौका?
इस पूरे मामले ने अमेरिका में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, नस्लवाद और सार्वजनिक पदों पर काम करने वालों की जिम्मेदारी को लेकर एक नई बहस को जन्म दिया है।
एक ओर, मस्क और जेडी वांस का तर्क है कि पुरानी गलतियों के लिए किसी का करियर खत्म नहीं किया जाना चाहिए, जबकि दूसरी ओर, रो खन्ना जैसे नेताओं का मानना है कि किसी को वापस नौकरी पर रखने से पहले उन्हें अपनी भड़काऊ और नस्लवादी टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
आगे क्या होगा?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मार्को एलेज़ अपनी वापसी के बाद कोई सार्वजनिक माफी जारी करेंगे या नहीं। साथ ही, यह भी सवाल बना हुआ है कि क्या उनके पिछले विवादों का असर उनकी नई पोजीशन पर पड़ेगा या नहीं।
यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति के पुनर्नियुक्ति का नहीं, बल्कि एक बड़े सामाजिक और नैतिक मुद्दे का प्रतीक बन चुका है, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या समाज को लोगों को दूसरा मौका देना चाहिए, या उन्हें उनके पिछले कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराना चाहिए?