Hindi Dropped From Digital Signboards At Bengaluru Airport: बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (KIA) पर हाल ही में डिजिटल साइनबोर्ड्स से हिंदी भाषा को हटाने का मामला सामने आया है, जिससे सोशल मीडिया पर तीव्र बहस छिड़ गई है। अब एयरपोर्ट पर केवल कन्नड़ और अंग्रेजी भाषाओं में संकेत दिखाई दे रहे हैं, जिससे यात्रियों और नागरिकों के बीच विभिन्न प्रतिक्रियाएं उत्पन्न हुई हैं।
‘Make travel easy, not complicated’: Kempegowda Airport’s Hindi-free display boards spark controversy, prompts language debate in Bengaluruhttps://t.co/vk4226ftHI
— Economic Times (@EconomicTimes) April 13, 2025
विवाद की पृष्ठभूमि
दिसंबर 2023 में बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें सभी दुकानों, होटलों और मॉल्स को अपने साइनबोर्ड्स पर कम से कम 60% कन्नड़ भाषा का उपयोग अनिवार्य किया गया था। इस आदेश का पालन नहीं करने पर लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी दी गई थी। इस आदेश के बाद, कन्नड़ समर्थक समूहों ने प्रदर्शन किए और गैर-कन्नड़ साइनबोर्ड्स को निशाना बनाया।
एयरपोर्ट पर हिंदी हटाने का निर्णय
हाल ही में, केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर डिजिटल साइनबोर्ड्स से हिंदी भाषा को हटाकर केवल कन्नड़ और अंग्रेजी में संकेत प्रदर्शित किए गए हैं। इस कदम ने यात्रियों के बीच मिश्रित प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर इस निर्णय को लेकर तीव्र बहस छिड़ गई है। कुछ उपयोगकर्ताओं ने इसे स्थानीय भाषा को बढ़ावा देने के रूप में सराहा है, जबकि अन्य ने इसे गैर-कन्नड़ भाषी यात्रियों के लिए असुविधाजनक बताया है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी का बयान
अब तक, केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के अधिकारियों की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि, BBMP के मुख्य आयुक्त तुषार गिरि नाथ ने कहा है कि आदेश का पालन नहीं करने वाले प्रतिष्ठानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बेंगलुरु एयरपोर्ट पर हिंदी भाषा के साइनबोर्ड्स को हटाने का निर्णय भाषा और सांस्कृतिक पहचान के मुद्दों को उजागर करता है। यह कदम स्थानीय भाषा को बढ़ावा देने का प्रयास हो सकता है, लेकिन इसे लागू करते समय सभी भाषाओं और यात्रियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखना आवश्यक है।
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