Ind vs Eng 3rd Test: भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में एक ऐसी घटना घटी जिसने करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों को झकझोर कर रख दिया। टीम इंडिया की मजबूत स्थिति अचानक खतरे में आ गई जब विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋषभ पंत 74 रन पर रन‑आउट हो गए। हालांकि उन्होंने मैदान पर जबरदस्त हिम्मत दिखाई थी, लेकिन KL राहुल की स्ट्राइक बदलने की कोशिश में उन्होंने एक ऐसा फैसला लिया जो भारी पड़ गया।
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— Instant News ™ (@InstaBharat) July 13, 2025
Rishabh Pant got himself run out on 74 while trying to steal a cheeky single.#TrendingNews #BigBreaking
इस पूरे प्रकरण पर KL राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में विस्तार से बात की और बताया कि पंत रन‑आउट क्यों हुए, उन्होंने क्या सोचकर रन लेने की कोशिश की थी, और दोनों के बीच क्या चल रहा था।
KL राहुल का बयान: “मुझे स्ट्राइक दिलाने की कोशिश कर रहा था पंत”
KL राहुल ने कहा कि पंत उन्हें स्ट्राइक दिलाने की कोशिश कर रहे थे क्योंकि उस वक्त वह बेहतर लय में खेल रहे थे। राहुल के मुताबिक, पंत खुद तकलीफ में थे, लेकिन फिर भी उन्होंने टीम के लिए सोचते हुए जोखिम उठाया।
राहुल ने बताया, “पंत काफी दर्द में था। वह बल्ला पकड़ने में भी संघर्ष कर रहा था, लेकिन फिर भी वह खेलने के लिए डटा रहा। जब हम दोनों बैटिंग कर रहे थे, तब पंत ने मुझसे कहा कि वह रनिंग में थोड़ी दिक्कत महसूस कर रहा है, लेकिन वह खेलना चाहता है।”
राहुल ने आगे कहा, “मुझे लगता है कि उस सिंगल को लेने का प्रयास उसने मुझे स्ट्राइक देने के लिए किया, लेकिन वो शॉट सही नहीं था और गेंदबाज़ ने फुर्ती से उसे रन‑आउट कर दिया। यह दुर्भाग्यपूर्ण था।”
चोट के बावजूद मैदान पर डटे रहे ऋषभ पंत
मैच के पहले दिन ही पंत को अभ्यास के दौरान एक चोट लग गई थी। रिपोर्ट के अनुसार, यह उंगली में लगी थी और इससे उन्हें बल्ला पकड़ने में परेशानी हो रही थी। इसके बावजूद पंत ने मैदान पर उतरकर आक्रामक अंदाज में बल्लेबाज़ी की। उन्होंने 74 रनों की साहसिक पारी खेली, जिसमें उन्होंने कई आकर्षक शॉट्स लगाए।
लेकिन जब वह अपने शतक के करीब थे, तभी एक छोटे से सिंगल के चक्कर में वह आउट हो गए। दर्शकों ने उनके चेहरे पर ग़म और निराशा के भाव देखे, जो यह दर्शाते हैं कि वह कितने समर्पण से खेल रहे थे।
KL राहुल का शतक – तकनीक, मानसिक मजबूती और अनुभव का नतीजा
KL राहुल की पारी की बात करें तो उन्होंने 100 रनों की बेहतरीन पारी खेली। यह उनका लॉर्ड्स में दूसरा टेस्ट शतक था, जो किसी भी एशियाई ओपनर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
राहुल ने खुलासा किया कि इस शतक के पीछे उनकी मानसिक तैयारी का बड़ा हाथ रहा। उन्होंने विशेष रूप से F1 रेसिंग कोचेस से माइंड ट्रेन्डिंग की थी, ताकि वह दबाव की स्थिति में खुद को शांत रख सकें। उन्होंने कहा कि अब वह हर बॉल को एक चुनौती की तरह लेते हैं और बड़े स्कोर के बारे में सोचने की बजाय हर छोटे कदम पर ध्यान देते हैं।
राहुल ने कहा, “मैंने खुद को मानसिक रूप से तैयार करने के लिए कई प्रकार की तकनीकें अपनाई हैं। मैंने सीखा है कि बड़ी पारियों के लिए मानसिक संतुलन सबसे अहम है। यह मेरे लिए एक निजी जीत है।”
साझेदारी का अंत – और टीम इंडिया की लड़खड़ाती पारी
KL राहुल और ऋषभ पंत ने तीसरे दिन भारत के लिए 141 रनों की साझेदारी की, जिसने टीम को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया। भारत इंग्लैंड के स्कोर 387 के करीब था, और ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया उसे पार कर लेगी।
लेकिन पंत के रन‑आउट होते ही भारत की पारी में गिरावट शुरू हो गई। पंत और राहुल दोनों के आउट होने के बाद मध्यक्रम बिखरने लगा और टीम इंडिया आखिरी कुछ विकेट जल्दी गंवा बैठी।
यह घटना दर्शाती है कि कभी-कभी एक ही निर्णय मैच की दिशा बदल देता है। यदि पंत कुछ देर और टिके रहते तो शायद भारत 450 के पार चला जाता।
राहुल और पंत की दोस्ती और भरोसा
KL राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पंत के साथ बल्लेबाज़ी करना उन्हें हमेशा अच्छा लगता है। राहुल ने कहा, “मैं हमेशा उससे प्रेरित होता हूं। वह निडर होकर खेलता है और उसके शॉट्स देखकर कभी-कभी लगता है कि काश मैं भी ऐसा खेल पाता।”
यह बयान दर्शाता है कि दोनों खिलाड़ियों के बीच गहरी समझ और सम्मान है। एक बल्लेबाज़ जब दूसरे के लिए जोखिम उठाता है, तो यह केवल क्रिकेट नहीं, बल्कि इंसानी भावना का प्रतीक बन जाता है।
साहस, दर्द और क्रिकेट का असली मतलब
लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन की कहानी केवल एक रन‑आउट की नहीं थी, बल्कि यह उस भावना की कहानी थी जिसमें खिलाड़ी टीम के लिए अपने दर्द को नजरअंदाज़ करते हैं। पंत का आउट होना दुर्भाग्यपूर्ण रहा, लेकिन उनकी साहसिक पारी ने सभी को प्रेरणा दी।
KL राहुल का शतक भी यह दर्शाता है कि सही मानसिकता और अनुशासन के साथ किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। भारत भले ही उस दिन पूरी तरह हावी नहीं हो पाया हो, लेकिन जो जज़्बा पंत और राहुल ने दिखाया, वही भारतीय क्रिकेट की असली ताक़त है।
ऋषभ पंत का रन‑आउट भले ही एक दुखद मोड़ रहा, लेकिन KL राहुल की लाजवाब पारी और दोनों के बीच की समझ ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों को छू लिया।
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