International Women’s Day 2025: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशेष पहल करते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को देश की छह प्रेरणादायक महिलाओं को सौंपा। इस कदम का उद्देश्य नारी शक्ति की उपलब्धियों को उजागर करना और समाज में उनके योगदान को सम्मानित करना था। आइए जानते हैं इन छह महिलाओं के बारे में, जिन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं।
#Swipe | #Women‘s Day: Several of the women achievers on Saturday were given the control of Prime Minister Narendra Modi’s X handle on the occasion of International Women’s Day. Indian chess Grandmaster R Vaishali, and scientists Elina Mishra and Shilpi Soni were given the… pic.twitter.com/5qqIi1SLYG
— Jagran English (@JagranEnglish) March 8, 2025
1. वैशाली रमेशबाबू (चेन्नई)
चेन्नई की रहने वाली वैशाली रमेशबाबू ने सामाजिक कार्यों में अपनी विशेष पहचान बनाई है। उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिससे समाज के कमजोर वर्गों को आगे बढ़ने में सहायता मिली है।
2. डॉ. अंजली अग्रवाल (दिल्ली)
दिल्ली की डॉ. अंजली अग्रवाल एक प्रतिष्ठित चिकित्सक हैं, जिन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। उनकी पहल से अनेक ग्रामीण समुदायों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ प्राप्त हुई हैं।
3. अनीता देवी (नालंदा)
बिहार के नालंदा की अनीता देवी ने कृषि के क्षेत्र में नवाचार करते हुए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया है। उन्होंने मशरूम की खेती को प्रोत्साहित किया, जिससे स्थानीय महिलाओं को रोजगार के नए अवसर मिले। उनकी तकनीक से केवल पलंग जितनी जगह में भी मशरूम उगाया जा सकता है, जिससे महिलाओं को आर्थिक संबल मिला है。
4. एलिना मिश्रा (भुवनेश्वर)
ओडिशा की एलिना मिश्रा एक परमाणु वैज्ञानिक हैं, जिन्होंने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर कार्य किया है। उनकी उपलब्धियाँ विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का प्रतीक हैं। एलिना ने लो एनर्जी हाई इंटेंसिटी प्रोटॉन एक्सीलरेटर (LEHIPA) के लिए ड्रिफ्ट ट्यूब लिनाक कैविटीज के चुंबकीय और आरएफ लक्षण वर्णन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके अलावा, उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट फर्मिलाब कोलाबरेशन (IIFC) के तहत शिकागो के फर्मी नेशनल एक्सीलरेटर लेबोरेटरी की 800 MeV प्रोटॉन इम्प्रूवमेंट प्लान (PIP-II) परियोजना के लिए कई फोकसिंग क्वाड्रुपोल मैग्नेट और बीम स्टीयरिंग डिपोल करेक्टर मैग्नेट को स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया है。
5. अजयता शाह (राजस्थान)
राजस्थान की अजयता शाह ने ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं। उन्होंने सौर ऊर्जा के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त किया है, जिससे न केवल उनकी आय में वृद्धि हुई है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान मिला है।
6. शिल्पी सोनी (सागर)
मध्य प्रदेश के सागर की शिल्पी सोनी एक अंतरिक्ष वैज्ञानिक हैं, जिन्होंने इसरो में 24 वर्षों से अधिक समय तक सेवा की है। उन्होंने इसरो के 35 से अधिक संचार और नेविगेशन मिशनों के लिए अत्याधुनिक RF और माइक्रोवेव सबसिस्टम प्रौद्योगिकियों के डिजाइन, विकास और प्रेरण में योगदान दिया है। शिल्पी वर्तमान में GSAT-22/23 संचार पेलोड के लिए एसोसिएट प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में कार्यरत हैं, जो भारत के नागरिकों के लिए संचार आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए समर्पित है। उन्होंने इसरो के साथ अपने कार्यकाल को एक सपने के सच होने जैसा बताया है, जहाँ उन्हें नवीन समाधानों के साथ जटिल चुनौतियों का समाधान करने का अवसर मिला है。
प्रधानमंत्री की पहल का महत्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस पहल का उद्देश्य समाज में महिलाओं की उपलब्धियों को व्यापक मंच प्रदान करना था। इससे न केवल इन महिलाओं को अपनी कहानियाँ साझा करने का अवसर मिला, बल्कि समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिली। यह कदम नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास के रूप में देखा जा सकता है, जो समाज में महिलाओं की भूमिका को और मजबूत करता है।
समाज पर प्रभाव
इन महिलाओं की कहानियाँ समाज के विभिन्न वर्गों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। इनकी उपलब्धियाँ यह दर्शाती हैं कि समर्पण, मेहनत और दृढ़ संकल्प से किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल की जा सकती है। इनकी कहानियाँ न केवल महिलाओं को, बल्कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करती हैं।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को इन छह प्रेरणादायक महिलाओं को सौंपना नारी शक्ति के सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। इन महिलाओं की कहानियाँ समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की क्षमता रखती हैं और हमें यह सिखाती हैं कि चुनौतियों का सामना करते हुए भी कैसे आगे बढ़ा जा सकता है।