Mamata Banerjee heckled at Oxford: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में लंदन के ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान दिया, जो उनके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ते प्रभाव और मान्यता का प्रतीक है। यह यात्रा कई कारणों से चर्चा में रही, जिसमें उनके संबोधन, विरोध प्रदर्शनों और उनकी प्रतिक्रिया ने विशेष ध्यान आकर्षित किया।
VIDEO | West Bengal CM Mamata Banerjee’s speech at Kellogg College, Oxford University in #London was disrupted briefly after a group of protesters raised slogans over the issues of Bengal post-poll violence and RG Kar College case.
(Source: Third Party)
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— Press Trust of India (@PTI_News) March 28, 2025
ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में आमंत्रण और व्याख्यान
ममता बनर्जी को ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया था, जो उनके नेतृत्व और विचारों की वैश्विक मान्यता को दर्शाता है। यह निमंत्रण उन्हें नवंबर 2023 में बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट के दौरान विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर जोनाथन मिची द्वारा दिया गया था। उन्होंने इस अवसर को स्वीकार करते हुए 21 मार्च को लंदन के लिए प्रस्थान किया और 27 मार्च को ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में छात्रों और संकाय सदस्यों को संबोधित किया।
लंदन में विरोध प्रदर्शन और ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया
ममता बनर्जी के व्याख्यान के दौरान, कुछ वामपंथी छात्र संगठनों, विशेष रूप से स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के यूके शाखा के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों के दौरान हुई हिंसा, एक नाबालिग लड़की के साथ कथित बलात्कार, और 2012 में ममता बनर्जी द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान जैसे मुद्दों को उठाया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने की अनुमति नहीं दी गई और पुलिस को बुलाया गया।
इन विरोध प्रदर्शनों के जवाब में, ममता बनर्जी ने कहा, “आप चाहें तो मेरा अपमान कर सकते हैं, लेकिन मां बंगाल का अपमान न करें।” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि विदेश में उनके खिलाफ किसी भी प्रदर्शन का वह स्वागत करती हैं, क्योंकि वह बंगाल और देश का प्रतिनिधित्व करने वहां गई थीं।
विपक्ष की आलोचना और ममता बनर्जी का जवाब
ममता बनर्जी की इस यात्रा को लेकर विपक्षी दलों, विशेषकर भाजपा और वाम दलों ने आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की यह यात्रा राज्य की छवि को धूमिल कर सकती है और इसे लेकर विभिन्न विवाद खड़े किए गए। इन आलोचनाओं का जवाब देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि विदेश यात्रा से पहले किसी नेता पर हमला करने से देश की छवि धूमिल होती है। उन्होंने विपक्ष से आग्रह किया कि वे राजनीतिक मतभेदों के बावजूद, देश की प्रतिष्ठा को बनाए रखने में सहयोग करें।
राज्यपाल की प्रतिक्रिया
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने ममता बनर्जी की इस यात्रा को गर्व की बात बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में व्याख्यान देना राज्य के लिए सम्मान की बात है और इससे पश्चिम बंगाल की वैश्विक पहचान बढ़ेगी।
ममता बनर्जी की ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में व्याख्यान यात्रा ने विभिन्न प्रतिक्रियाओं को जन्म दिया है। जहां एक ओर यह उनके नेतृत्व की अंतरराष्ट्रीय मान्यता को दर्शाता है, वहीं दूसरी ओर विरोध प्रदर्शनों और राजनीतिक आलोचनाओं ने इस यात्रा को विवादास्पद बना दिया। इन सबके बावजूद, ममता बनर्जी ने अपनी उपस्थिति और वक्तव्यों से यह स्पष्ट किया कि वह अपने राज्य और देश की प्रतिष्ठा को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।