Meghalaya honeymoon murder: मेघालय हनीमून मर्डर केस इन दिनों पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। एक नई-नई शादीशुदा जोड़ी – राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम – 11 मई को विवाह बंधन में बंधे और 20 मई को हनीमून मनाने के लिए मेघालय रवाना हुए। लेकिन इस यात्रा ने एक भयानक मोड़ ले लिया।
मामला क्या है?
राजा रघुवंशी, जो इंदौर के एक सफल व्यापारी थे, अपनी पत्नी सोनम के साथ मेघालय घूमने गए थे। उन्होंने चेरापूंजी के प्रसिद्ध वॉटरफॉल्स देखने की योजना बनाई थी। लेकिन 23 मई से दोनों गायब हो गए। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने तलाशी शुरू की। कई दिनों तक तलाश के बाद, राजा का शव 2 जून को वाईसावडोंग जलप्रपात के पास एक गहरी खाई में मिला। वहीं सोनम का कोई अता-पता नहीं था। लेकिन 8 जून को वह उत्तर प्रदेश के एक ढाबे से पकड़ी गई, जहां वह अपनी पहचान छिपाकर बैठी थी और तबीयत खराब होने का बहाना कर रही थी।
क्या सोनम ने कबूल किया है हत्या?
पुलिस की मानें तो पूछताछ के दौरान सोनम ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। रिपोर्ट्स के अनुसार, उसने बताया कि वह अपने प्रेमी राज के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश में शामिल थी। उसने राज को ₹50,000 दिए, ताकि वह तीन हत्यारों – अक्ष, आनंद और विशाल – को मेघालय भेजे। योजना ये थी कि राजा को जलप्रपात की ओर ले जाकर उसकी हत्या कर दी जाए। रिपोर्ट्स में कहा गया कि सोनम ने खुद इस हत्या के वक्त पास रहकर हत्यारों का साथ दिया।
Sonam Raghuvanshi has confessed to killing her husband during their Meghalaya honeymoon. Police say she plotted the murder with her alleged boyfriend and hired hitmen. https://t.co/XvrismdR6V#meghalayamurdercase #sonamraghuvanshi #raja #confession pic.twitter.com/l8CODLUsSy
— THE WEEK (@TheWeekLive) June 11, 2025
हालांकि, ईस्ट खासी हिल्स के एडिशनल एसपी आशिष ने मीडिया से कहा कि “जो जानकारी अभी तक सार्वजनिक डोमेन में है, वह पूरी तरह ‘कन्क्रीट’ या प्रमाणिक नहीं मानी जा सकती।” यानी पुलिस अब भी सभी सबूतों की पुष्टि कर रही है।
टेक्नोलॉजी बनी कातिलों की दुश्मन
इस केस में डिजिटल सबूतों की बड़ी भूमिका रही। पुलिस ने कॉल डिटेल रिकॉर्ड, मोबाइल लोकेशन, होटल सीसीटीवी फुटेज और एक खून से सना हुआ रेनकोट बरामद किया। पुलिस को यह भी पता चला कि हत्या के कुछ घंटों बाद सोनम मेघालय से निकलकर सीधे इंदौर लौटी और वहां से प्रेमी राज से मिली। फिर वह यूपी भाग गई थी, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया।
राजा को पीट-पीटकर और धारदार हथियारों से मारा गया और फिर उसका शव खाई में फेंक दिया गया था। पुलिस का मानना है कि हत्या सुनियोजित थी और इसमें कई लोग शामिल थे।
परिवार की प्रतिक्रिया
राजा के परिवार ने सोनम पर गहरा आरोप लगाया है। सोनम के भाई गोविंद ने मीडिया से कहा कि “हमें अब उसमें कोई बहन नहीं दिखती। वह हमारे लिए अब मर चुकी है।” राजा की मां ने नम आंखों से मीडिया से कहा कि उनका बेटा बहुत सीधा था, जिसे अपने जीवन की सबसे बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। उन्होंने यह भी कहा कि “हम चाहते हैं कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले ताकि कोई और राजा इस तरह ना मारा जाए।”
केस की स्थिति अभी
पुलिस ने अब तक सोनम, उसके प्रेमी राज और तीनों हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक आरोपी फरार बताया गया है। पूरी जाँच अब एक विशेष जांच टीम (SIT) को सौंपी गई है जो फोरेंसिक रिपोर्ट, कॉल रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज की गहन समीक्षा कर रही है। कोर्ट में आरोपियों की पेशी के बाद आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी।
कानूनी दृष्टिकोण
पुलिस का कहना है कि सोनम ने जो भी बयान दिया है, वह अभी तक अदालत में मैजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज नहीं हुआ है, इसलिए उसे कानून की दृष्टि से ‘स्वीकार्य’ कबूलनामा नहीं कहा जा सकता। भारतीय दंड संहिता के तहत कोई भी व्यक्ति जब तक कोर्ट के समक्ष दोषी सिद्ध न हो, तब तक उसे दोषी नहीं माना जाता। इसलिए अभी भी इस केस में बहुत कुछ सामने आना बाकी है।
मनोवैज्ञानिक पहलू
यह केस समाज के उस काले पहलू को उजागर करता है जहां शादी सिर्फ एक मुखौटा बन जाता है। यह केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि सामाजिक ट्रस्ट पर भी हमला है। अगर पुलिस की जांच सही साबित होती है तो यह घटना एक क्रूर और अमानवीय साज़िश मानी जाएगी। शादी, जो प्रेम और विश्वास का प्रतीक होती है, यहां मौत और धोखे का जरिया बन गई।
क्या ये हत्या प्रेम में धोखा थी?
– अगर आरोप सिद्ध होते हैं तो यह मामला भारतीय इतिहास की उन गिनी-चुनी घटनाओं में से होगा जो न सिर्फ पारिवारिक विश्वास तोड़ती हैं बल्कि समाज को झकझोरकर रख देती हैं।
यह मामला हर उस इंसान के लिए सबक है जो रिश्तों में आंख मूंदकर भरोसा करता है। न्याय की प्रक्रिया चल रही है और पूरा देश इस पर निगाहें गड़ाए बैठा है।
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