Meghalaya honeymoon murder: शिलांग की जिला एवं सत्र न्यायालय ने 11 जून 2025 को चर्चित हनीमून मर्डर केस में एक बड़ा निर्णय लेते हुए मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी और चार अन्य आरोपियों को आठ दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पुलिस ने अदालत को बताया कि इस अपराध में पूर्व नियोजित साज़िश के ठोस सबूत सामने आए हैं, जिससे यह मामला महज एक व्यक्तिगत विवाद न होकर दुष्टतापूर्ण आपराधिक योजना प्रतीत होता है।
Honeymoon murder: Sonam Raghuvanshi and 4 other accused remanded to 8-day police custody by Meghalaya court, police say they have adequate evidencehttps://t.co/TNZ3PUuDGO pic.twitter.com/FpGu21LtHc
— OpIndia.com (@OpIndia_com) June 11, 2025
केस की भयावह पृष्ठभूमि
यह मामला देशभर में सुर्खियों में तब आया, जब इंदौर की एक नवविवाहित जोड़ी—राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी—हनीमून के लिए मेघालय के खूबसूरत सोहरा (चेरापूंजी) पहुंचे और फिर रहस्यमयी ढंग से गायब हो गए।
शादी और यात्रा
11 मई 2025 को इंदौर में दोनों की शादी हुई।
20 मई 2025 को दोनों हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए।
23 मई 2025 को दोनों आखिरी बार खासी पहाड़ी इलाके में देखे गए। उसी दिन दोपहर को उनका फोन आखिरी बार एक्टिव मिला।
इसके बाद किसी को भी इस दंपती के बारे में कोई खबर नहीं मिली। परिवार और दोस्तों को उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता सताने लगी।
पुलिस की जांच और चौंकाने वाले खुलासे
शव की बरामदगी और हत्या की पुष्टि
2 जून को, मेघालय पुलिस को चेरापूंजी के जंगल क्षेत्र में एक गहरी खाई के पास राजा रघुवंशी का शव बरामद हुआ। शव की स्थिति देखकर पुलिस ने हत्या की आशंका जताई और तुरंत जांच तेज कर दी।
आरोपी कौन-कौन?
- सोनम रघुवंशी – मृतक की पत्नी और मुख्य आरोपी
- राज कुशवाहा – सोनम का प्रेमी और इस हत्याकांड का सह-साज़िशकर्ता
- विशाल सिंह चौहान
- आकाश राजपूत
- आनंद कुर्मी
इन सभी को मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर शिलांग लाया गया।
पुलिस का दावा: सोनम की “गंभीर संलिप्तता”
पुलिस अधीक्षक विवेक सियेम ने स्पष्ट किया कि सोनम केवल इस मामले की दर्शक नहीं है, बल्कि पूरी साज़िश की मास्टरमाइंड हो सकती है। शुरुआती पूछताछ में मिले सुराग और डिजिटल सबूतों से यह संकेत मिले हैं कि हत्या की योजना पहले से तैयार की गई थी और इसमें भावनात्मक धोखा, लालच और व्यक्तिगत दुश्मनी जैसे तत्व शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, सोनम और राज पहले से प्रेम संबंध में थे, और शादी के बाद भी उनके बीच संपर्क बना रहा। यही नहीं, राज कुशवाहा की माँ ने यह बयान भी दिया कि उनका बेटा राजा को “भाई” जैसा मानता था, लेकिन बाद में उसकी भूमिका हत्या में सामने आई।
सबूत जो केस को मज़बूती दे रहे हैं
- राजा की जेब से बरामद चेन और अंगूठी – जो शव से कुछ दूर मिली।
- मोबाइल फोन की टूटी स्क्रीन – घटना स्थल के पास मिली।
- ब्लिस्टर पैक और दवाइयाँ – जो यह दर्शाते हैं कि उसे कोई नशीला पदार्थ दिया गया हो सकता है।
- मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स – सभी आरोपियों के मोबाइल उस समय चेरापूंजी क्षेत्र में एक्टिव थे।
इन सबूतों से यह संकेत मिलता है कि राजा को पहले किसी तरह धोखे से उस खाई के पास लाया गया और फिर धक्का देकर हत्या की गई।
कोर्ट की कार्यवाही
11 जून को शिलांग कोर्ट में पांचों आरोपियों को पेश किया गया। कोर्ट ने पुलिस के पक्ष में सहमति जताते हुए 8 दिन की पुलिस कस्टडी मंज़ूर की, ताकि मामले की गहराई से जांच की जा सके।
इस दौरान पुलिस:
- आरोपियों को क्राइम सीन रीक्रिएट करवाने ले जाएगी
- मोबाइल डाटा और डिजिटल फोरेंसिक की मदद लेगी
- और आरोपी के पूर्व संबंधों, लेन-देन, मानसिक स्थिति की भी जांच करेगी
परिवारों की प्रतिक्रिया
राजा रघुवंशी का परिवार
उनके पिता ने मीडिया को बताया, “हमें अंदेशा था कि शादी में कुछ गलत है, लेकिन हम अपनी बेटी समान बहू पर कभी शक नहीं कर पाए।” उन्होंने न्याय की मांग की और कहा कि अगर सोनम दोषी है, तो उसे सख़्त सजा मिलनी चाहिए।
सोनम का परिवार
सोनम के भाई गोविंद ने कहा कि वह अब तक इस सदमे से उबर नहीं पाए हैं। उन्होंने माना कि परिवार को इस रिश्ते की गहराई नहीं समझ आई थी। सोनम के पिता ने CBI जांच की मांग की, यह दावा करते हुए कि मेघालय पुलिस से निष्पक्षता की उम्मीद नहीं की जा सकती।
आगे क्या?
- पुलिस क्राइम सीन रीक्रिएशन के लिए आरोपियों को फिर से चेरापूंजी लेकर जाएगी
- डिजिटल डेटा जैसे कॉल रिकॉर्ड, चैट हिस्ट्री, ईमेल, सोशल मीडिया मैसेजिंग की जांच की जा रही है
- यह भी जांचा जाएगा कि क्या किसी और को इस साज़िश की जानकारी थी या नहीं
पुलिस ने संकेत दिया है कि अगर ज़रूरी हुआ, तो सोनम का नार्को टेस्ट भी करवाया जा सकता है।
यह पूरा मामला एक नवविवाहित जीवन की असमय समाप्ति और प्यार के नाम पर विश्वासघात की कहानी बन चुका है। जिस विवाह को जीवन की शुरुआत माना जाता है, वहीं से एक नृशंस हत्या की पटकथा लिखी गई।
मेघालय पुलिस की त्वरित कार्यवाही, तकनीकी सबूतों की गहन जांच और सटीक पकड़ इस भयावह अपराध को उजागर करने की दिशा में एक शक्तिशाली प्रयास है।
आगामी दिनों में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, कई और चौंकाने वाले रहस्य सामने आने की उम्मीद की जा रही है।
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