Meghalaya honeymoon murder: इंदौर के युवा व्यवसायी राजा रघुवंशी की रहस्यमय हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया है। 29 वर्षीय राजा की हत्या उस वक्त की गई जब वे अपनी नई नवेली दुल्हन सोनम रघुवंशी के साथ मेघालय में हनीमून पर थे। शुरुआत में यह मामला एक प्रेम-त्रिकोण यानी ‘लव ट्रायंगल’ के रूप में सामने आया, लेकिन अब मेघालय पुलिस ने स्पष्ट किया है कि कहानी उतनी सीधी नहीं जितनी दिखाई देती है।
#NewsUpdate | #Meghalaya Honeymoon Murder: The Meghalaya Police on Tuesday recreated the crime scene in connection with the Raja Raghuvanshi murder case at Wei Sawdong Falls in Cherrapunjee. East Khasi Hills Superintendent of Police Vivek Syiem stated that accused Sonam… pic.twitter.com/dLC5gJ8SzM
— NORTHEAST TODAY (@NortheastToday) June 17, 2025
राजा की पत्नी सोनम और उसके कथित प्रेमी राज कुशवाहा की गिरफ्तारी के बाद मामले में कई नए मोड़ आ चुके हैं। पुलिस महानिदेशक ईदाशिशा नोंगरांग ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि यह केवल एक भावनात्मक धोखा या प्रेम प्रसंग की परिणति नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई परतें हैं जो अभी खुलनी बाकी हैं।
हत्या की पृष्ठभूमि: शादी, हनीमून और मौत
राजा और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। महज़ कुछ ही दिनों बाद दोनों 20 मई को मेघालय के प्रसिद्ध स्थल चेरापूंजी (सोहरा) पहुंचे थे। 23 मई को दोनों नोंग्रियाट गांव में एक ट्रेक के बाद चेक-आउट करते हैं, लेकिन इसके बाद राजा अचानक लापता हो जाते हैं।
2 जून को राजा का शव एक गहरे खड्ड (वीसावतडाउन फॉल्स) में क्षत-विक्षत अवस्था में बरामद हुआ। उनकी पहचान मोबाइल लोकेशन और कपड़ों से हुई। यह कोई सामान्य दुर्घटना नहीं थी, बल्कि पुलिस को प्रारंभिक साक्ष्यों से ही यह स्पष्ट हो गया कि यह एक साजिशन हत्या थी।
जांच में आया चौंकाने वाला मोड़
जैसे ही पुलिस ने कॉल रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय गवाहों के बयान खंगाले, एक साजिश का पूरा जाल सामने आने लगा। 9 जून को राजा की पत्नी सोनम, उसके प्रेमी राज और तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इन पांचों को मेघालय लाकर क्राइम सीन पर दोबारा पूरा दृश्य पुनर्निर्मित कराया।
पुलिस के अनुसार, घटना वाले दिन सोनम और राजा साथ ट्रेकिंग पर निकले थे। कुछ दूरी पर राज और उसके साथी भी उसी दिशा में बढ़े। जब राजा चीखने लगे, तो सोनम वहां से भाग निकली। इससे साफ होता है कि सोनम को पहले से इस हमले की जानकारी थी।
वायरल वीडियो बना जांच की दिशा का अहम सबूत
23 मई को ही एक स्थानीय पर्यटक ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया था जिसमें सोनम, राजा और कुछ अन्य लोग ट्रेकिंग करते दिख रहे हैं। वीडियो में एक व्यक्ति जानबूझकर अपना चेहरा छुपा रहा है, जिससे संदेह और गहरा हो गया। यही वीडियो पुलिस के लिए अहम सुराग साबित हुआ और आरोपियों की पहचान की प्रक्रिया तेज हुई।
डीजीपी का बयान: “सिर्फ लव ट्रायंगल नहीं”
मेघालय की पुलिस प्रमुख ईदाशिशा नोंगरांग ने कहा कि हम इस मामले को केवल प्रेम-प्रसंग के आधार पर नहीं देख रहे हैं। हत्या की मंशा और तैयारी में कई अन्य कोण सामने आ रहे हैं — जिनमें आर्थिक लाभ, भावनात्मक क्रोध, मानसिक स्थिति, और यहां तक कि तांत्रिक क्रियाएं भी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि सोनम और राज पहले से रिलेशनशिप में थे, लेकिन शादी के ठीक बाद इस तरह से पति की हत्या का किया जाना, किसी गहरी नफरत या षड्यंत्र का संकेत देता है।
तांत्रिक पहलू: नया एंगल या भ्रम?
राजा के पिता अशोक रघुवंशी ने आरोप लगाया कि सोनम ने शादी के बाद घर में किसी “तांत्रिक” का सामान टांग दिया था और वह राजा पर नियंत्रण की कोशिश कर रही थी। उन्होंने कहा कि सोनम ने मानसिक रूप से राजा को डरा रखा था और संभव है कि हत्या का उद्देश्य सिर्फ प्रेम या पैसा न होकर कुछ और भी था।
पुलिस फिलहाल इस कोण की भी जांच कर रही है, हालांकि अब तक किसी तांत्रिक गतिविधि का प्रमाण नहीं मिला है।
आर्थिक लाभ: कीमती आभूषण गायब
राजा के पास महंगे आभूषण थे जो उनके शव से बरामद नहीं हुए। सोनम द्वारा इंदौर में एक नया फ्लैट खरीदने की जानकारी, और हत्या के बाद उसके द्वारा मोबाइल डेटा मिटाने की कोशिशें, पुलिस को आर्थिक लाभ की दिशा में सोचने को मजबूर कर रही हैं।
राजा के बैंक ट्रांजैक्शन, बीमा योजनाओं, और उनके नाम पर संपत्ति के दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस मानती है कि यह हत्या बहुत सुनियोजित थी, जिसमें ‘इमोशनल एंगल’ से अधिक ‘प्रॉफिट मोटिव’ भी हो सकता है।
मानसिकता और स्वभाव में बदलाव
राजा के मित्रों और परिजनों के अनुसार, शादी के बाद सोनम का व्यवहार अजीब हो गया था। वह अचानक गुस्से में आ जाती थी, किसी से ज़्यादा बात नहीं करती थी, और हर बात में राजा को नीचा दिखाती थी। शादी के बाद के 10 दिन राजा के लिए मानसिक रूप से काफी तनावपूर्ण रहे।
इससे यह साफ होता है कि हत्या एक झटके में नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक पीड़ा के बाद रची गई साजिश थी।
पुलिस जांच में तकनीकी मदद
पुलिस इस मामले में आधुनिक तकनीक का पूरा सहारा ले रही है — मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग, सोशल मीडिया संवादों की निगरानी, बैंक ट्रांजैक्शन एनालिसिस, और सीसीटीवी फुटेज का विस्तारपूर्वक विश्लेषण किया जा रहा है।
इसके अलावा, राज्य सरकार ने एक विशेष जांच टीम (SIT) भी बनाई है जो बाहरी राज्यों से सूचना समन्वय कर रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच जारी है।
न्याय की दिशा में कदम
पुलिस का दावा है कि वे लगभग सारे साक्ष्य जुटा चुके हैं। अब सिर्फ ‘छूटे हुए सिरों को जोड़ना’ बाकी है। डीजीपी ने कहा कि हम एक ऐसा ‘फूलप्रूफ’ केस तैयार कर रहे हैं, जिसे अदालत में कोई चुनौती न दे सके।
इस केस ने देशभर में रिश्तों की विश्वसनीयता, विश्वासघात और मानसिक तनाव के मुद्दों को फिर से उजागर कर दिया है। यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि आज के समाज में रिश्तों की गहराई और उनके पीछे छिपे खतरों की एक दर्दनाक कहानी है।
राजा रघुवंशी की हत्या महज एक प्रेम प्रसंग की परिणति नहीं है, बल्कि इसमें लालच, नफरत, मानसिक जटिलता और योजना शामिल है। पुलिस की कड़ी मेहनत और तकनीकी समर्थन से यह मामला धीरे-धीरे एक मुकम्मल दिशा में आगे बढ़ रहा है।
जहाँ एक तरफ पीड़ित परिवार को न्याय की उम्मीद है, वहीं देश की जनता भी जानना चाहती है कि कोई नई दुल्हन इतनी जल्दी अपने पति की जान कैसे ले सकती है? क्या यह मामला मानसिक असंतुलन का है, या एक खतरनाक अपराध का? इस सवाल का जवाब आने वाले दिनों में अदालत और जांच एजेंसियां देंगी।
अंत में कह सकते हैं, यह एक दिल दहला देने वाला मामला है, जिसमें इंसानी रिश्तों की सबसे नकारात्मक और भयावह सच्चाई सामने आई है।
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