Microsoft Recession

Microsoft Recession: माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही में अपने प्रदर्शन प्रबंधन नीतियों में एक बड़ा बदलाव किया है, जो कर्मचारियों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। कंपनी अब उन कर्मचारियों को, जिन्हें “कम प्रदर्शनकर्ता” के रूप में पहचाना गया है, दो विकल्प दे रही है: या तो प्रदर्शन सुधार योजना (Performance Improvement Plan – PIP) में शामिल हों या 16 सप्ताह का वेतन लेकर स्वेच्छा से कंपनी छोड़ दें। इस निर्णय के लिए कर्मचारियों को केवल पांच दिन का समय दिया गया है।

नई नीति का विवरण

माइक्रोसॉफ्ट की नई नीति के तहत, कम प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को दो विकल्प दिए जा रहे हैं:

  1. प्रदर्शन सुधार योजना (PIP): इस योजना में शामिल होकर कर्मचारी अपने प्रदर्शन में सुधार कर सकते हैं। हालांकि, इस विकल्प को चुनने पर वे 16 सप्ताह के वेतन के भुगतान के पात्र नहीं होंगे।
  2. स्वैच्छिक पृथक्करण समझौता (GVSA): इस विकल्प के तहत, कर्मचारी 16 सप्ताह के वेतन के साथ कंपनी छोड़ सकते हैं। हालांकि, इस विकल्प को चुनने के बाद वे दो वर्षों तक माइक्रोसॉफ्ट में पुनः नियुक्ति के लिए पात्र नहीं होंगे।

यह नीति माइक्रोसॉफ्ट की मुख्य मानव संसाधन अधिकारी एमी कोलमैन द्वारा प्रबंधकों को भेजे गए एक आंतरिक ईमेल में विस्तृत की गई है। इसमें कहा गया है कि यह प्रक्रिया वर्ष भर उपलब्ध रहेगी ताकि प्रदर्शन से संबंधित मुद्दों को पारदर्शिता के साथ तेजी से संबोधित किया जा सके।

प्रदर्शन मूल्यांकन प्रणाली में बदलाव

माइक्रोसॉफ्ट ने अपने प्रदर्शन मूल्यांकन प्रणाली में भी बदलाव किए हैं। अब कर्मचारियों का मूल्यांकन 0 से 200 के पैमाने पर किया जाएगा, जिसमें 100 से कम स्कोर वाले कर्मचारियों को सुधार की आवश्यकता वाले के रूप में पहचाना जाएगा। इस स्कोर के आधार पर कर्मचारियों को बोनस और स्टॉक पुरस्कारों में भी अंतर किया जाएगा।

अन्य कंपनियों से तुलना

माइक्रोसॉफ्ट की यह नई नीति अमेज़न की ‘पिवट’ कार्यक्रम के समान है, जिसमें कर्मचारियों को PIP में शामिल होने या कंपनी छोड़ने का विकल्प दिया जाता है। हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट की नीति में दो साल की पुनः नियुक्ति प्रतिबंध जैसी कठोर शर्तें शामिल हैं, जो इसे और अधिक सख्त बनाती हैं।

कर्मचारियों की प्रतिक्रिया और प्रभाव

इस नई नीति के कारण कर्मचारियों में असुरक्षा की भावना बढ़ी है। कई कर्मचारियों का मानना है कि यह नीति उन्हें प्रदर्शन सुधार के बजाय कंपनी छोड़ने के लिए मजबूर कर रही है। इसके अलावा, दो साल की पुनः नियुक्ति प्रतिबंध और आंतरिक स्थानांतरण पर रोक जैसे प्रावधानों ने कर्मचारियों के लिए विकल्प सीमित कर दिए हैं।

माइक्रोसॉफ्ट की यह नई नीति कंपनी के प्रदर्शन प्रबंधन दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाती है। हालांकि, यह नीति कंपनी के लिए उच्च प्रदर्शन सुनिश्चित करने में सहायक हो सकती है, लेकिन इससे कर्मचारियों में असुरक्षा और तनाव भी बढ़ सकता है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अन्य तकनीकी कंपनियां इस दिशा में क्या कदम उठाती हैं और माइक्रोसॉफ्ट की यह नीति उद्योग में एक नई प्रवृत्ति स्थापित करती है या नहीं।

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