Myanmar Earthquake: 28 मार्च 2025 को म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने देश में भारी विनाश किया, जिसमें 1,700 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई और हजारों घायल हुए। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने इस आपदा के बाद प्रभावित क्षेत्रों की सैटेलाइट तस्वीरें जारी की हैं, जो विनाश की गंभीरता को दर्शाती हैं।
ISRO's Cartosat-3 images show damage caused by the Earthquake in Myanmar on 28 Mar 2025.https://t.co/px63Hqxmus pic.twitter.com/SEWP4THUNK
— Anshuman (TitaniumSV5) (@TitaniumSV5) March 31, 2025
ISRO की सैटेलाइट तस्वीरों में विनाश की झलक
ISRO के CARTOSAT-3 उपग्रह ने भूकंप के बाद मांडले और सगाइंग शहरों की उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीरें लीं। इन तस्वीरों में इमारतों के ढहने, पुलों के टूटने और सड़कों के क्षतिग्रस्त होने के स्पष्ट प्रमाण दिखाई देते हैं। विशेषज्ञ इन तस्वीरों का उपयोग प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों की योजना बनाने में कर रहे हैं।
मांडले में भारी क्षति
मांडले, जो म्यांमार का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित हुआ। यहां कई बहुमंजिला इमारतें ढह गईं, जिससे सैकड़ों लोग मलबे में दब गए। स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, एक 12-मंजिला अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स का आधा हिस्सा गिर गया, जिसमें 90 से अधिक लोग फंसे हुए थे। बचाव दल लगातार मलबे से जीवित लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं।
सगाइंग में भीषण विनाश
सगाइंग शहर में भी भूकंप ने भारी तबाही मचाई। यहां लगभग 600 लोगों की मृत्यु हुई और 90% इमारतें नष्ट हो गईं। अवा ब्रिज का अधिकांश हिस्सा गिर गया, जिससे परिवहन बाधित हुआ। स्थानीय मस्जिदों और अग्निशमन केंद्रों के ढहने से राहत कार्यों में और कठिनाई आई।
थाईलैंड में प्रभाव और सुरक्षा सलाह
भूकंप के झटके पड़ोसी देश थाईलैंड तक महसूस किए गए, जहां बैंकॉक में एक निर्माणाधीन 30-मंजिला इमारत गिर गई, जिससे कम से कम 10 लोगों की मृत्यु हुई और 100 से अधिक लोग लापता हैं। थाई अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों में आपातकाल घोषित किया है और यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
अंतर्राष्ट्रीय सहायता और राहत प्रयास
म्यांमार की सैन्य सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय सहायता की अपील की है। भारत, चीन, मलेशिया और सिंगापुर जैसे देशों ने राहत सामग्री और बचाव दल भेजे हैं। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने भी सहायता प्रदान करने का वादा किया है। हालांकि, दूरस्थ क्षेत्रों में संचार बाधित होने के कारण राहत कार्यों में चुनौतियाँ आ रही हैं।
म्यांमार में आए इस विनाशकारी भूकंप ने देश को गहरे संकट में डाल दिया है। ISRO द्वारा जारी सैटेलाइट तस्वीरें इस आपदा की भयावहता को उजागर करती हैं और राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सहयोग से, प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्निर्माण के प्रयास जारी हैं, लेकिन यह एक लंबी और चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया होगी।