New SEBI Chairperson: भारत सरकार ने 27 फरवरी 2025 को वित्त और राजस्व सचिव तुहिन कांत पांडेय को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। वह वर्तमान अध्यक्ष माधबी पुरी बुच का स्थान लेंगे, जिनका तीन वर्षीय कार्यकाल 28 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है।
केन्द्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के नए अध्यक्ष के रूप में वित्त सचिव तुहिन कांत पांडे की नियुक्ति को मंजूरी दी है। वे अगले तीन साल तक इस पद पर रहेंगे। वे माधबी पुरी बुच का स्थान लेंगे।#TuhinKantaPandey #SEBI #SEBIchairman pic.twitter.com/Kp198LZjmC
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) February 28, 2025
ओडिशा कैडर के 1987 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी तुहिन कांत पांडेय ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उन्होंने निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव के रूप में 24 अक्टूबर 2019 से पांच वर्षों से अधिक समय तक सेवा दी। इस दौरान, उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया के सफल निजीकरण और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की शेयर बाजार में सूचीबद्धता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जनवरी 2025 में, पांडेय को वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव नियुक्त किया गया था, जहां उन्होंने केंद्रीय बजट 2025-26 की तैयारी में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई थी जब सरकार केंद्रीय बजट की तैयारी कर रही थी, जिसे 1 फरवरी 2025 को पेश किया गया।
SEBI के अध्यक्ष के रूप में, पांडेय का कार्यकाल भारतीय वित्तीय बाजारों के लिए महत्वपूर्ण समय पर शुरू हो रहा है। उनकी नियुक्ति से पहले, SEBI ने बाजार में पारदर्शिता और निवेशकों की सुरक्षा के लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं। पांडेय के नेतृत्व में, SEBI से उम्मीद की जाती है कि वह इन सुधारों को और आगे बढ़ाएगा और भारतीय वित्तीय बाजारों की विश्वसनीयता को मजबूत करेगा।
पांडेय की शिक्षा की बात करें, तो उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री और यूनाइटेड किंगडम से एमबीए किया है। अपने तीन दशकों से अधिक के प्रशासनिक करियर में, उन्होंने ओडिशा और केंद्र सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिसमें ओडिशा राज्य वित्त निगम (OSFC) में कार्यकारी निदेशक और ओडिशा लघु उद्योग निगम (OSIC) में प्रबंध निदेशक शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने संबलपुर जिले के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में भी सेवा दी है।
माधबी पुरी बुच, जो SEBI की पहली महिला अध्यक्ष थीं, ने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण पहलें शुरू कीं, जिनमें निवेशकों की सुरक्षा और बाजार की पारदर्शिता को बढ़ावा देना शामिल है। उनके नेतृत्व में, SEBI ने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से निवेशकों तक पहुंच बढ़ाने और बाजार में धोखाधड़ी गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए सख्त नियम लागू किए।
पांडेय के सामने अब चुनौती होगी कि वे इन पहलों को और सुदृढ़ करें और भारतीय वित्तीय बाजारों को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाएं। उनकी व्यापक प्रशासनिक अनुभव और वित्तीय क्षेत्र में गहन समझ से उम्मीद की जाती है कि वे SEBI के माध्यम से भारतीय बाजारों में निवेशकों का विश्वास बढ़ाएंगे और बाजार की स्थिरता को सुनिश्चित करेंगे।
नए SEBI अध्यक्ष के रूप में तुहिन कांत पांडेय की नियुक्ति भारतीय वित्तीय बाजारों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो बाजार की पारदर्शिता, निवेशकों की सुरक्षा और समग्र वित्तीय स्थिरता को और मजबूत करेगा।