Nikita Casap: विस्कॉन्सिन के 17 वर्षीय किशोर निकिता कैसैप पर हाल ही में एक सनसनीखेज मामले में आरोप लगे हैं, जिसमें उसने कथित तौर पर अपने माता-पिता की हत्या कर दी और इस अपराध से प्राप्त धन का उपयोग अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या की साजिश रचने के लिए किया। यह मामला न केवल अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है। इस लेख में हम इस घटना के नवीनतम अपडेट्स, इसकी पृष्ठभूमि और इसके सामाजिक प्रभावों पर प्रकाश डालेंगे।
🚨 Nikita Casap (17) from Wisconsin murdered his parents to fund a plot to assassinate Donald Trump, per FBI
— GlobeUpdate (@Globupdate) April 14, 2025
He lived with their bodies for weeks, fled with $14K, praised Hitler in a manifesto, & plotted a drone attack on #Trump
Arrested in Kansas. Trial on May 7#nikitacasap pic.twitter.com/hNZDUQOGSj
घटना का विवरण
फरवरी 2025 में वॉकेसा काउंटी, विस्कॉन्सिन में निकिता कैसैप ने अपनी मां तातियाना कैसैप (35 वर्ष) और सौतेले पिता डोनाल्ड मेयर (51 वर्ष) की गोली मारकर हत्या कर दी। अधिकारियों के अनुसार, निकिता ने अपने माता-पिता की हत्या के बाद उनके शवों को कई हफ्तों तक घर में छिपाए रखा। वह $14,000 नकद, पासपोर्ट और परिवार के कुत्ते के साथ कंसास भाग गया, जहां उसे 28 फरवरी को गिरफ्तार किया गया। जांच में पता चला कि उसने यह अपराध न केवल व्यक्तिगत लाभ के लिए किया, बल्कि इसके पीछे एक गहरी साजिश थी, जिसमें राष्ट्रपति ट्रम्प को निशाना बनाना और अमेरिकी सरकार को अस्थिर करने की योजना शामिल थी।
निकिता की साजिश और चरमपंथी विचारधारा
एफबीआई द्वारा हाल ही में खोले गए कोर्ट दस्तावेजों से पता चला है कि निकिता के इरादे बेहद खतरनाक थे। उसके फोन में “ऑर्डर ऑफ नाइन एंगल्स” नामक एक नव-नाजी समूह से संबंधित सामग्री मिली, जो चरमपंथी और नस्लवादी विचारधारा को बढ़ावा देता है। इसके अलावा, निकिता ने एक तीन पेज का मेनिफेस्टो लिखा था, जिसमें उसने ट्रम्प की हत्या को “राजनीतिक क्रांति” और “श्वेत नस्ल को बचाने” का जरिया बताया। इस दस्तावेज में एडॉल्फ हिटलर की तस्वीरें और “हेल हिटलर, हेल द व्हाइट रेस, हेल विक्ट्री” जैसे नारे भी शामिल थे।
निकिता ने कथित तौर पर ड्रोन और विस्फोटकों की खरीद की थी, जिन्हें वह सामूहिक विनाश के हथियार के रूप में इस्तेमाल करना चाहता था। उसने अपने एक सहपाठी को बताया था कि वह अपने माता-पिता को मारने की योजना बना रहा है और इसके लिए बंदूक हासिल करने की कोशिश कर रहा है। इसके अलावा, वह रूस में एक व्यक्ति के संपर्क में था और यूक्रेन भागने की योजना बना रहा था। उसने टेलीग्राम पर एक संदेश में पूछा था, “क्या यूक्रेन में मैं सामान्य जीवन जी सकूंगा, भले ही यह पता चल जाए कि मैंने यह किया?”
कानूनी कार्रवाई और आरोप
निकिता पर वॉकेसा काउंटी में नौ गंभीर आपराधिक आरोप लगाए गए हैं, जिनमें दो प्रथम डिग्री हत्या, दो शव छिपाने, $10,000 से अधिक की संपत्ति की चोरी और पहचान की चोरी शामिल हैं। इसके साथ ही, संघीय जांचकर्ता उस पर राष्ट्रपति की हत्या की साजिश, षड्यंत्र और सामूहिक विनाश के हथियारों के उपयोग जैसे गंभीर आरोपों की जांच कर रहे हैं। वह वर्तमान में $1 मिलियन के बॉन्ड पर वॉकेसा काउंटी जेल में बंद है और उसकी अगली सुनवाई 7 मई, 2025 को होनी है।
निकिता की ओर से कोई आधिकारिक बयान या याचिका अभी तक दर्ज नहीं की गई है। उसकी वकील, निकोल ओस्ट्रोव्स्की ने कोर्ट में उसके युवा होने और हाई स्कूल के छात्र होने का हवाला देते हुए कुछ आरोपों को खारिज करने की मांग की है। हालांकि, इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उसे वयस्क के रूप में मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है।
सामाजिक और मनोवैज्ञानिक पहलू
यह मामला कई सवाल उठाता है। एक 17 वर्षीय किशोर इतनी खतरनाक और हिंसक विचारधारा की ओर कैसे आकर्षित हुआ? क्या यह ऑनलाइन चरमपंथी सामग्री का प्रभाव है, या इसके पीछे सामाजिक और पारिवारिक कारक भी हैं? विशेषज्ञों का मानना है कि युवा दिमाग आसानी से चरमपंथी विचारधाराओं का शिकार हो सकते हैं, खासकर तब जब वे ऑनलाइन मंचों पर ऐसी सामग्री के संपर्क में आते हैं। यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि हमें अपने बच्चों को ऐसी विचारधाराओं से बचाने के लिए और अधिक जागरूक होने की जरूरत है।
मामले का प्रभाव
निकिता कैसैप का यह मामला अमेरिका में न केवल कानूनी, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर भी व्यापक चर्चा का विषय बन गया है। यह चरमपंथ, युवाओं में हिंसक प्रवृत्तियों और ऑनलाइन प्रचार के खतरों को उजागर करता है। साथ ही, यह उन परिवारों के लिए एक सबक है जो अपने बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान नहीं देते।
निकिता कैसैप का मामला एक दुखद और डरावनी घटना है, जो हमें समाज में बढ़ते चरमपंथ और हिंसा के प्रति सतर्क रहने की याद दिलाता है। यह हमें यह भी सोचने पर मजबूर करता है कि हम अपने युवाओं को ऐसी खतरनाक विचारधाराओं से कैसे बचा सकते हैं। इस मामले की जांच अभी जारी है और आने वाले समय में और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।
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