Pakistan earthquake: शनिवार, 12 अप्रैल 2025 को दोपहर में पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के पास 5.8 तीव्रता का भूकंप आया। इस भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था, और इसकी वजह से पाकिस्तान के कई हिस्सों में झटके महसूस किए गए। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस प्राकृतिक घटना से किसी बड़े नुकसान या जान-माल की हानि की खबर नहीं है। फिर भी, भूकंप ने लोगों के बीच डर और चिंता पैदा कर दी। आइए, इस घटना के बारे में विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि पाकिस्तान जैसे भूकंप-प्रवण क्षेत्रों में ऐसी घटनाएं क्यों बार-बार होती हैं।
An earthquake of magnitude 5.8 on the Richter scale hit Pakistan at 1:00 PM (IST): National Center for Seismology pic.twitter.com/J4X2P28f9I
— ANI (@ANI) April 12, 2025
भूकंप का केंद्र और प्रभाव
राष्ट्रीय भूकंप निगरानी केंद्र (नेशनल सिस्मिक मॉनिटरिंग सेंटर) के अनुसार, भूकंप का केंद्र इस्लामाबाद से कुछ दूरी पर था। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 मापी गई, जो मध्यम स्तर का भूकंप माना जाता है। भूकंप दोपहर करीब 1:00 बजे (आईएसटी) आया, जिसके झटके इस्लामाबाद, रावलपिंडी, पेशावर, और पंजाब व खैबर पख्तूनख्वा के कई इलाकों में महसूस किए गए। कुछ लोगों ने बताया कि झटके हल्के थे, लेकिन कुछ सेकंड तक इमारतें हिलती रहीं, जिससे लोग डरकर अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए।
पाकिस्तान में भूकंप कोई नई बात नहीं है। यह देश भौगोलिक रूप से भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों की सीमा पर स्थित है, जिसके कारण यहां भूकंपीय गतिविधियां आम हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के मध्यम तीव्रता वाले भूकंप सामान्य हैं, लेकिन अगर ये उथली गहराई पर आते हैं, तो नुकसान की संभावना बढ़ सकती है। इस बार भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी, जो सतह के काफी करीब है। फिर भी, राहत की बात यह रही कि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
लोगों की प्रतिक्रिया और प्रशासन की तैयारियां
भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग सतर्क हो गए। इस्लामाबाद और आसपास के इलाकों में कई लोग अपने घरों से बाहर निकलकर खुले मैदानों में पहुंचे। सोशल मीडिया पर लोगों ने अपने अनुभव साझा किए। एक यूजर ने लिखा, “झटके महसूस होते ही हम सब डर गए, लेकिन कुछ सेकंड बाद सब ठीक हो गया। अल्लाह का शुक्र है कि कोई नुकसान नहीं हुआ।” वहीं, कुछ लोगों ने भूकंप के दौरान शांत रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी।
पाकिस्तान प्रशासन ने तुरंत स्थिति का जायजा लिया। प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (PDMA) ने सभी प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी और लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। अधिकारियों ने बताया कि इमारतों और बुनियादी ढांचे की जांच की जा रही है ताकि किसी भी तरह के नुकसान का पता लगाया जा सके। आपातकालीन सेवाएं भी हाई अलर्ट पर हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
पाकिस्तान में भूकंप का इतिहास
पाकिस्तान का भूकंपीय इतिहास काफी पुराना और दुखद रहा है। साल 2005 में आए 7.6 तीव्रता के भूकंप ने मुजफ्फराबाद और आसपास के क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई थी, जिसमें 80,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे। इसके बाद से देश में भूकंप से बचाव के लिए कई कदम उठाए गए हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है। पुरानी और कमजोर इमारतें, खासकर ग्रामीण इलाकों में, भूकंप के दौरान सबसे ज्यादा जोखिम में रहती हैं।
हाल के वर्षों में भी पाकिस्तान में कई बार भूकंप आए हैं। 2023 में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें नौ लोगों की जान गई थी। इसके अलावा, सितंबर 2024 में भी 5.8 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था, जिसके झटके भारत के कुछ हिस्सों में भी महसूस हुए थे। इन घटनाओं से साफ है कि पाकिस्तान को भूकंप के खतरों से निपटने के लिए और बेहतर तैयारी की जरूरत है।
भविष्य के लिए सबक
इस बार का भूकंप भले ही बिना किसी बड़े नुकसान के गुजर गया, लेकिन यह हमें एक बार फिर चेतावनी देता है कि प्राकृतिक आपदाओं के लिए हमेशा तैयार रहना जरूरी है। पाकistan जैसे देशों में, जहां भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता है, लोगों को जागरूक करना और बुनियादी ढांचे को मजबूत करना बहुत जरूरी है। सरकार और नागरिकों को मिलकर काम करना होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।
12 अप्रैल 2025 का भूकंप पाकिस्तान के लिए एक और अनुस्मारक है कि प्रकृति के सामने हमें हमेशा सतर्क रहना होगा। हालांकि इस बार कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह घटना हमें भूकंप से बचाव के उपायों और तैयारियों की अहमियत बताती है। हम उम्मीद करते हैं कि प्रशासन और लोग मिलकर ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए और बेहतर कदम उठाएंगे।
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