Pakistan Train Hijack update: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में हाल ही में हुए एक ट्रेन हाईजैक की घटना ने देश की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा अंजाम दिए गए इस हमले में 21 यात्रियों और 4 सुरक्षा कर्मियों की मौत हो गई, जबकि सुरक्षा बलों ने 33 हमलावरों को मार गिराया।
🚨 All train passengers taken hostage by Baloch Liberation Army (BLA) militants in Pakistan have been freed. All rebels, who were involved in the Pakistan train hijack, have also been killed in a Pakistani Army operation, ending the militants’ over 24-hour siege.
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— Mint (@livemint) March 12, 2025
घटना का विवरण
यह घटना उस समय हुई जब जाफर एक्सप्रेस ट्रेन क्वेटा से पेशावर की ओर जा रही थी। बलूचिस्तान के पहाड़ी इलाके में आतंकवादियों ने रेल ट्रैक को विस्फोटक से उड़ाकर ट्रेन को रोक दिया और यात्रियों को बंधक बना लिया। ट्रेन में लगभग 440 यात्री सवार थे, जिनमें से कई को हमलावरों ने क्षेत्र के आधार पर समूहों में बांटा और सैनिकों तथा विशेष व्यक्तियों को निशाना बनाया।
सुरक्षा बलों की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही सैकड़ों सैनिकों और विशेष बलों ने इलाके को घेर लिया और बचाव अभियान शुरू किया। लगभग 24 घंटे चले इस ऑपरेशन में सभी 33 आतंकवादियों को मार गिराया गया और बंधकों को मुक्त कराया गया। हालांकि, इस दौरान 21 यात्रियों और 4 सुरक्षा कर्मियों की जान चली गई।
BLA की मांगें और उद्देश्य
BLA ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए बलूच राजनीतिक कैदियों की रिहाई की मांग की थी। यह संगठन बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों से अधिक लाभ और क्षेत्र की स्वायत्तता के लिए संघर्षरत है। BLA पहले भी पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और विदेशी नागरिकों, विशेषकर चीनी नागरिकों, पर हमले कर चुका है।
प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस हमले की कड़ी निंदा की और बलूचिस्तान प्रांत का दौरा कर बचाए गए यात्रियों और ऑपरेशन में शामिल कमांडोज से मुलाकात की। उन्होंने इस घटना को कायरतापूर्ण करार देते हुए कहा कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी।
बलूचिस्तान में बढ़ती हिंसा
पिछले कुछ वर्षों में बलूचिस्तान में हिंसा की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। BLA जैसे संगठनों ने अपने हमलों को तेज कर दिया है, जिससे क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ रही है। बलूचिस्तान, जो पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है, लेकिन स्थानीय आबादी सरकार पर उनके अधिकारों की अनदेखी का आरोप लगाती है।
अंतरराष्ट्रीय प्रभाव
बलूचिस्तान में बढ़ती हिंसा न केवल पाकिस्तान के लिए बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी चिंता का विषय है। चीन, जो बलूचिस्तान में कई विकास परियोजनाओं में निवेश कर रहा है, इन हमलों से विशेष रूप से प्रभावित हुआ है। BLA ने चीनी नागरिकों और परियोजनाओं को भी निशाना बनाया है, जिससे चीन और पाकिस्तान के बीच संबंधों पर असर पड़ा है।
बलूच संगठनों का एकीकरण
हाल ही में, बलूच राजी आजोई संगार (BRAS) की संयुक्त बैठक के बाद बलूच लिबरेशन आर्मी, बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट, बलूच रिपब्लिकन गार्ड्स और सिंधी लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन जैसे संगठनों ने मिलकर बलूच नेशनल आर्मी के गठन की घोषणा की है। इससे पाकिस्तान और चीन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि ये समूह अब संयुक्त रूप से अपने उद्देश्यों के लिए संघर्ष करेंगे।
बलूचिस्तान में हालिया ट्रेन हाईजैक की घटना ने क्षेत्र में बढ़ती अस्थिरता और हिंसा की ओर ध्यान आकर्षित किया है। स्थानीय संगठनों की बढ़ती सक्रियता और उनके एकीकरण से पाकिस्तान सरकार के लिए चुनौतियाँ बढ़ गई हैं। आवश्यक है कि सरकार स्थानीय समुदायों की मांगों पर ध्यान दे और क्षेत्र में शांति और स्थिरता स्थापित करने के लिए सार्थक कदम उठाए।