Pariksha Pe Charcha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकप्रिय कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा’ इस बार एक नए अंदाज़ और विस्तारित रूप में आयोजित किया जाएगा। इस बार, न सिर्फ़ प्रधानमंत्री मोदी छात्रों से संवाद करेंगे, बल्कि कई जानी-मानी हस्तियाँ भी इसमें शामिल होंगी। इसमें बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, बॉक्सर मैरी कॉम, पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता अवनी लेखरा, न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर, मोटिवेशनल स्पीकर सोनाली सभरवाल, यूट्यूबर ‘फूड फार्मर’, अभिनेता विक्रांत मैसी, अभिनेत्री भूमि पेडनेकर, टेक्नोलॉजी इन्फ्लुएंसर ‘टेक्निकल गुरुजी’ और निवेशक राधिका गुप्ता जैसे कई चर्चित नाम शामिल होंगे। ये सभी हस्तियाँ विद्यार्थियों को प्रेरित करेंगी और परीक्षा को लेकर उनके तनाव को कम करने में मदद करेंगी।
हर साल आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम इस बार राजधानी दिल्ली के ‘भारत मंडपम’ में टाउन हॉल प्रारूप में आयोजित किया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा आयोजित यह इंटरैक्टिव सत्र छात्रों को न केवल परीक्षा की तैयारियों में मार्गदर्शन देगा, बल्कि उनकी मानसिकता को भी मजबूत बनाने पर केंद्रित रहेगा।
2018 में शुरू हुआ ‘परीक्षा पे चर्चा’ अब एक राष्ट्रीय अभियान बन चुका है। इसकी लोकप्रियता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2025 में इसके आठवें संस्करण में रिकॉर्ड 3.56 करोड़ छात्रों ने पंजीकरण कराया, जो पिछले वर्ष के 2.26 करोड़ की तुलना में 1.3 करोड़ अधिक है। इससे साफ़ है कि परीक्षा के तनाव को कम करने और इसे एक सीखने के उत्सव के रूप में देखने की प्रधानमंत्री मोदी की पहल ने छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के बीच गहरी पकड़ बना ली है।
परीक्षा के तनाव और स्ट्रेस को कहें अलविदा! 📚🎯
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi एक बार फिर लेकर आ रहे हैं “परीक्षा पे चर्चा” – लेकिन एक नए और अनोखे अंदाज़ में!
🗓️ 10 फरवरी 2025
🕚 सुबह 11 बजे📍 #ParikshaPeCharcha के 8वें संस्करण में जुड़ें और परीक्षा को बनाएं आसान!#PPC2025 pic.twitter.com/nElXEOdq4T
— PIB in Bihar (@PIB_Patna) February 6, 2025
इस कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने के लिए 12 जनवरी 2025 (राष्ट्रीय युवा दिवस) से 25 जनवरी 2025 (नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती) तक विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कई गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इन आयोजनों में 1.42 करोड़ छात्र, 12.81 लाख शिक्षक और 2.94 लाख स्कूल शामिल हुए। इन गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य परीक्षा के तनाव को कम करना, ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को बढ़ाना और समग्र प्रदर्शन में सुधार करना था।
छात्रों के लिए पारंपरिक खेल जैसे खो-खो और कबड्डी, लघु मैराथन, रचनात्मक मीम प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर निर्माण, योग और ध्यान सत्र जैसी कई रोचक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इसके अलावा, छात्र अपने अनुभव साझा करने, चर्चाओं में भाग लेने और विशेष मेहमानों से प्रेरणा लेने के अवसर से भी लाभान्वित हुए।
पिछले वर्षों में, ‘परीक्षा पे चर्चा’ ने लाखों छात्रों को परीक्षा के तनाव से निपटने और इसे एक आनंददायक प्रक्रिया के रूप में अपनाने की प्रेरणा दी है। कोरोना महामारी के दौरान इसका एक संस्करण ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किया गया था, लेकिन बाद के संस्करणों को फिर से टाउन हॉल प्रारूप में प्रस्तुत किया गया।
इस पहल के ज़रिए प्रधानमंत्री मोदी का मुख्य उद्देश्य छात्रों को यह समझाना है कि परीक्षा किसी दबाव की स्थिति नहीं बल्कि सीखने और निखरने का अवसर है। यह कार्यक्रम अब सिर्फ़ एक वार्षिक आयोजन नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है, जिससे पूरे देश के छात्र, शिक्षक और माता-पिता जुड़े हुए हैं।