PM Modi at Gir Safari: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर गुजरात के गिर वन्यजीव अभयारण्य में एक सफारी का आनंद लिया और वहां की वन्यजीव संपदा की तस्वीरें साझा कीं। सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर साझा की गई इन तस्वीरों में प्रधानमंत्री मोदी ने गिर के जंगलों की सुंदरता और वहां के वन्यजीवों की झलक प्रस्तुत की। उन्होंने लिखा, “आज सुबह, #WorldWildlifeDay पर, मैंने गिर में सफारी की, जो कि हम सभी जानते हैं, शानदार एशियाई शेरों का घर है।
This morning, on #WorldWildlifeDay, I went on a Safari in Gir, which, as we all know, is home to the majestic Asiatic Lion. Coming to Gir also brings back many memories of the work we collectively did when I was serving as Gujarat CM. In the last many years, collective efforts… pic.twitter.com/S8XMmn2zN7
— Narendra Modi (@narendramodi) March 3, 2025
गिर वन्यजीव अभयारण्य, गुजरात के जूनागढ़ जिले में स्थित, एशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक आवास है। यह अभयारण्य न केवल शेरों के लिए, बल्कि अन्य वन्यजीवों और वनस्पतियों के लिए भी प्रसिद्ध है। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल वन्यजीव संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि भारत की समृद्ध जैव विविधता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी एक प्रयास है।
प्रधानमंत्री मोदी के इस सफारी के दौरान ली गई तस्वीरों में गिर के घने जंगल, वहां की विविध वनस्पतियां और विभिन्न वन्यजीवों की झलकियां शामिल हैं। इन तस्वीरों के माध्यम से उन्होंने प्रकृति के साथ अपने जुड़ाव और फोटोग्राफी के प्रति अपने शौक को भी प्रदर्शित किया है। यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री ने अपनी फोटोग्राफी कौशल का प्रदर्शन किया है; इससे पहले भी विभिन्न अवसरों पर उन्होंने अपनी खींची हुई तस्वीरें साझा की हैं।
विश्व वन्यजीव दिवस हर वर्ष 3 मार्च को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य विश्वभर में वन्यजीवों और वनस्पतियों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है। इस वर्ष की थीम “वन्यजीव संरक्षण के लिए साझेदारी” है, जो यह दर्शाती है कि वन्यजीव संरक्षण के लिए सभी की सहभागिता आवश्यक है। प्रधानमंत्री मोदी का गिर अभयारण्य का यह दौरा इस थीम के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
गिर वन्यजीव अभयारण्य का इतिहास और महत्व भी उल्लेखनीय है। 20वीं सदी की शुरुआत में एशियाई शेर विलुप्ति के कगार पर थे, लेकिन संरक्षण प्रयासों के कारण उनकी संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। आज, गिर अभयारण्य में लगभग 600 से अधिक शेर निवास करते हैं, जो संरक्षण की एक सफल कहानी है। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल इस सफलता की कहानी को मान्यता देता है, बल्कि भविष्य में भी ऐसे प्रयासों की निरंतरता की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
प्रधानमंत्री मोदी के इस सफारी के दौरान ली गई तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर व्यापक प्रतिक्रिया प्राप्त की है। लोगों ने उनकी फोटोग्राफी कौशल की प्रशंसा की है और वन्यजीव संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की है। कई उपयोगकर्ताओं ने टिप्पणी की है कि प्रधानमंत्री का यह कदम वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक होगा और लोगों को प्रकृति के प्रति अधिक संवेदनशील बनाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल वन्यजीव संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि भारत की समृद्ध जैव विविधता को संरक्षित करने के लिए निरंतर प्रयास आवश्यक हैं। गिर वन्यजीव अभयारण्य जैसे स्थान न केवल वन्यजीवों के लिए, बल्कि मानवता के लिए भी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे हमें प्रकृति के साथ संतुलित जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं।
अंत में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गिर वन्यजीव अभयारण्य का यह दौरा और वहां की तस्वीरें साझा करना वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। यह हमें याद दिलाता है कि प्रकृति और वन्यजीव हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं, और उनकी सुरक्षा और संरक्षण हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।