Political Storm over Tasmac Scam: तमिलनाडु में 17 मार्च 2025 को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई वरिष्ठ नेताओं को राज्य सरकार के स्वामित्व वाली तमिलनाडु स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन (टास्मैक) में कथित अनियमितताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन से पहले गिरफ्तार किया गया। इन नेताओं में राज्य भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई और पूर्व तेलंगाना राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन शामिल हैं। अन्नामलाई को चेन्नई के नेलंगरई के पास उनके आवास से लगभग एक किलोमीटर दूर पुलिस ने हिरासत में लिया, जब वे एग्मोर में विरोध स्थल की ओर बढ़ रहे थे।
#WATCH | Chennai, Tamil Nadu: Police detain BJP workers protesting over the alleged TASMAC scam in state
Earlier police detained BJP leader Tamilisai Soundararajan from her residence. https://t.co/YfIYjaeRIR pic.twitter.com/yVwSyvZl1B
— ANI (@ANI) March 17, 2025
पृष्ठभूमि: टास्मैक में कथित अनियमितताएं
टास्मैक तमिलनाडु सरकार की एक इकाई है, जो राज्य में शराब की खुदरा बिक्री का एकाधिकार रखती है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में, टास्मैक में वित्तीय अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि टास्मैक में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है, जिससे राज्य के राजस्व को नुकसान पहुंच रहा है और समाज में शराब की लत को बढ़ावा मिल रहा है।
भाजपा का विरोध प्रदर्शन
भाजपा ने टास्मैक में कथित अनियमितताओं के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई थी, जिसका मुख्य आयोजन चेन्नई में टास्मैक मुख्यालय के सामने होना था। इस विरोध का नेतृत्व राज्य भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई और तमिलिसाई सुंदरराजन करने वाले थे। भाजपा नेताओं का कहना है कि टास्मैक में भ्रष्टाचार के कारण राज्य के राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है, जिसे रोकने के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने चाहिए।
पुलिस की कार्रवाई और नेताओं की गिरफ्तारी
विरोध प्रदर्शन से पहले, चेन्नई पुलिस ने एहतियातन कदम उठाते हुए भाजपा नेताओं को हिरासत में लिया। अन्नामलाई को उनके आवास से लगभग एक किलोमीटर दूर नेलंगरई के पास रोका गया और हिरासत में लिया गया। तमिलिसाई सुंदरराजन और अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया, जब वे विरोध स्थल की ओर बढ़ रहे थे। पुलिस का कहना है कि ये गिरफ्तारियां कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए की गई हैं, क्योंकि बिना अनुमति के बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन से सार्वजनिक शांति भंग हो सकती थी।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और आरोप-प्रत्यारोप
भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी पर राज्य की राजनीति में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। भाजपा ने राज्य सरकार पर लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को दबाने की कोशिश कर रही है। अन्नामलाई ने गिरफ्तारी से पहले कहा था कि वे टास्मैक में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और सरकार की दमनकारी नीतियों से डरने वाले नहीं हैं।
दूसरी ओर, सत्तारूढ़ द्रमुक (द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) सरकार ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि टास्मैक में किसी भी तरह की अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यदि कोई सबूत मिलता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने यह भी कहा कि भाजपा राज्य में अशांति फैलाने की कोशिश कर रही है और उनकी गिरफ्तारी कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक थी।
टास्मैक: राजस्व का स्रोत या सामाजिक समस्या?
टास्मैक तमिलनाडु सरकार के लिए राजस्व का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। शराब की बिक्री से होने वाली आय का उपयोग राज्य में विभिन्न विकास योजनाओं और कल्याणकारी कार्यक्रमों के लिए किया जाता है। हालांकि, टास्मैक की वजह से राज्य में शराब की खपत में वृद्धि हुई है, जिससे सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ी हैं। विपक्षी दलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार को राजस्व के अन्य स्रोतों की तलाश करनी चाहिए और शराब की बिक्री को नियंत्रित करना चाहिए।
भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी ने राज्य में राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। भाजपा ने घोषणा की है कि वे टास्मैक में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे। दूसरी ओर, सरकार ने कहा है कि वे कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे और किसी भी गैरकानूनी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
तमिलनाडु में टास्मैक को लेकर विवाद नया नहीं है, लेकिन भाजपा नेताओं की हालिया गिरफ्तारी ने इस मुद्दे को फिर से सुर्खियों में ला दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह विवाद किस दिशा में जाता है और राज्य की राजनीति पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है।