Ranveer Allahbadia row

Ranveer Allahbadia row: सुप्रीम कोर्ट से रणवीर अल्लाहबादिया को राहत, ‘द रणवीर शो’ फिर होगा शुरू, लेकिन शालीनता और नैतिकता की शर्त के साथ

Ranveer Allahbadia row: सोमवार, 3 मार्च 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर अल्लाहबादिया को उनके शो ‘द रणवीर शो’ को पुनः प्रसारित करने की अनुमति दी, बशर्ते कि वे शो में शालीनता और नैतिकता के मानकों का पालन सुनिश्चित करें, ताकि सभी आयु वर्ग के दर्शक इसे देख सकें। यह निर्णय ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो में उनकी आपत्तिजनक टिप्पणियों के बाद लगाए गए प्रतिबंध के संदर्भ में आया है।

Credit: Mint

पृष्ठभूमि

रणवीर अल्लाहबादिया, जो ‘बीयर बाइसेप्स’ के नाम से भी प्रसिद्ध हैं, ने ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो में अतिथि भूमिका के दौरान माता-पिता और यौन संबंधों पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। इन टिप्पणियों के कारण महाराष्ट्र, राजस्थान और असम में उनके खिलाफ अश्लीलता के आरोप में कई एफआईआर दर्ज की गई थीं। इन मामलों में गिरफ्तारी से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अंतरिम संरक्षण प्रदान किया था, लेकिन शर्त रखी थी कि वे तब तक कोई नया शो प्रसारित नहीं करेंगे।

सुप्रीम कोर्ट की शर्तें

सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस सूर्यकांत और एन. कोटिश्वर सिंह की पीठ ने रणवीर को शो पुनः प्रारंभ करने की अनुमति दी, लेकिन कुछ शर्तों के साथ:

  • शालीनता और नैतिकता का पालन: रणवीर को एक लिखित आश्वासन देना होगा कि उनके शो में शालीनता और नैतिकता के मानकों का पालन होगा, ताकि सभी आयु वर्ग के दर्शक इसे देख सकें।

  • विचाराधीन मामलों पर टिप्पणी नहीं: शो में उन मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं की जाएगी जो अदालत में विचाराधीन हैं।

इसके अलावा, अदालत ने इस बात पर नाराजगी जताई कि आरोपियों में से एक ने विदेश में जाकर मामले पर टिप्पणी की थी। जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, “इनमें से एक कनाडा गया और इस सब के बारे में बात की… ये युवा और अति-चतुर लोग सोचते हैं कि वे हमसे अधिक जानते हैं… हम जानते हैं कि इसे कैसे संभालना है।” रणवीर के वकील ने दावा किया कि उनका उस व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है।

अदालत की पूर्व टिप्पणियां

इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने रणवीर की टिप्पणियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी। अदालत ने कहा था कि इस तरह के व्यवहार की निंदा की जानी चाहिए और सिर्फ इसलिए कि कोई लोकप्रिय है, उसे समाज के मानदंडों के खिलाफ कुछ भी बोलने का लाइसेंस नहीं मिल जाता। अदालत ने यह भी कहा था कि उनके दिमाग में गंदगी भरी है, जिसे उन्होंने उगला है।

गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण

रणवीर को गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण प्रदान करते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया था। साथ ही, अदालत ने कहा था कि ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ शो के प्रसारित एपिसोड के आधार पर उनके खिलाफ कोई और एफआईआर दर्ज नहीं की जाएगी। उन्हें अपना पासपोर्ट पुलिस के पास जमा करने और अदालत की अनुमति के बिना देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगाया गया था।

सामाजिक प्रतिक्रिया

रणवीर की टिप्पणियों के बाद, उन्हें समाज के विभिन्न वर्गों से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा। कई लोगों ने उनकी टिप्पणियों को अश्लील और अस्वीकार्य बताया। सोशल मीडिया पर भी उनके खिलाफ नाराजगी व्यक्त की गई। कुछ संगठनों ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की, जिससे विभिन्न राज्यों में एफआईआर दर्ज की गईं।

रणवीर की प्रतिक्रिया

विवाद के बाद, रणवीर ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और कहा कि उनकी टिप्पणियों का उद्देश्य किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि वे भविष्य में अधिक सतर्क रहेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि उनके शो में शालीनता और नैतिकता के मानकों का पालन हो।

सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सामाजिक जिम्मेदारी के बीच संतुलन स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। यह मामला दर्शाता है कि सार्वजनिक व्यक्तित्वों को अपनी लोकप्रियता के बावजूद सामाजिक मानदंडों और नैतिकता का पालन करना आवश्यक है। रणवीर अल्लाहबादिया के लिए यह एक सीख है कि उन्हें अपने मंच का उपयोग जिम्मेदारी से करना चाहिए, ताकि समाज में सकारात्मक संदेश प्रसारित हो और किसी की भावनाएं आहत न हों।

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