RCB Wins IPL Trophy: 3 जून 2025 की रात, बेंगलुरु के लिए एक ऐसी रात थी, जिसे शहर कभी नहीं भूलेगा। 18 साल की उम्मीदों, निराशाओं और अनगिनत सपनों के बाद, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने आखिरकार इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पंजाब किंग्स के खिलाफ छह रनों की रोमांचक जीत ने RCB के प्रशंसकों के दिलों में एक नई उम्मीद जगा दी। यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि लाखों प्रशंसकों की भावनाओं, विश्वास और निष्ठा का प्रतीक थी।
𝘾𝙃𝘼𝙈𝙋𝙄𝙊𝙉𝙎! 🏆@RCBTweets Captain Rajat Patidar collects the prestigious #TATAIPL Trophy from Mr. Jay Shah, Chairman, ICC and Mr. Roger Binny, President, BCCI 🏆 👏👏#RCBvPBKS | #Final | #TheLastMile | @JayShah | @ICC pic.twitter.com/UnhFg3QcW5
— IndianPremierLeague (@IPL) June 3, 2025
एक लंबा सफर, अनगिनत चुनौतियां
2008 में जब IPL की शुरुआत हुई, तो RCB ने अपने रंग-बिरंगे जर्सी और सुपरस्टार खिलाड़ियों के साथ प्रशंसकों के दिलों में जगह बनाई। लेकिन साल-दर-साल, “ई साला कप नमदे” का नारा सिर्फ एक उम्मीद बनकर रह गया। तीन बार फाइनल में पहुंचने के बावजूद (2009, 2011, 2016), RCB को हर बार निराशा हाथ लगी। प्रशंसकों ने ट्रोलिंग का सामना किया, लेकिन उनका जुनून कभी कम नहीं हुआ।
विराट कोहली, RCB के दिल और आत्मा, इस फ्रैंचाइज़ी के साथ 18 साल तक खड़े रहे। हर सीज़न में उन्होंने अपना सब कुछ झोंक दिया, लेकिन ट्रॉफी की चमक हमेशा दूर रही। इस बार, रजत पाटीदार की कप्तानी में और कोहली की प्रेरणा के साथ, RCB ने एक ऐसी कहानी लिखी, जो इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गई।
फाइनल का रोमांच: एक अविस्मरणीय रात
3 जून 2025 को अहमदाबाद में, RCB ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 190 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। यह इस सीज़न में नरेंद्र मोदी स्टेडियम में डिफेंड किया गया सबसे कम स्कोर था। पंजाब किंग्स की मजबूत बल्लेबाज़ी लाइनअप के सामने यह स्कोर कम लग रहा था, लेकिन RCB के गेंदबाज़ों ने कमाल कर दिखाया। क्रुणाल पांड्या, भुवनेश्वर कुमार और यश दयाल की तिकड़ी ने पंजाब को 184/7 पर रोक दिया। क्रुणाल पांड्या, जिन्हें 5.75 करोड़ रुपये में खरीदा गया था, ने अपने अनुभव और चतुराई से मैच को पलट दिया और प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीता।
जब जोश हेज़लवुड ने आखिरी गेंद फेंकी और जीत पक्की हुई, तो स्टेडियम में मौजूद RCB प्रशंसकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। विराट कोहली की आंखों में आंसू थे, और उन्होंने मोटेरा की पिच को चूमकर अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। यह पल सिर्फ एक जीत नहीं था, बल्कि 18 साल की मेहनत, समर्पण और विश्वास का उत्सव था।
विराट कोहली: एक योद्धा का भावनात्मक सफर
विराट कोहली ने इस जीत को RCB के प्रशंसकों, पूर्व खिलाड़ियों और खासकर अपने पुराने साथियों एबी डिविलियर्स और क्रिस गेल को समर्पित किया। उन्होंने कहा, “मैंने हर सीज़न में इसे जीतने की कोशिश की। मैंने अपना सब कुछ दे दिया। आज का दिन आना ही था, और मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता। यह जीत उन प्रशंसकों के लिए है, जिन्होंने सबसे बुरे वक्त में भी हमारा साथ नहीं छोड़ा।”
कोहली ने अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा को भी इस जीत का श्रेय दिया, जो बेंगलुरु की बेटी होने के नाते RCB से गहरा भावनात्मक जुड़ाव रखती हैं। उन्होंने कहा, “अनुष्का ने मेरे साथ हर उतार-चढ़ाव देखा है। यह जीत उनके लिए भी उतनी ही खास है।” कोहली की ये बातें हर उस प्रशंसक के दिल को छू गईं, जो सालों से इस पल का इंतज़ार कर रहा था।
बेंगलुरु में उत्सव का माहौल
जैसे ही RCB ने ट्रॉफी उठाई, बेंगलुरु की सड़कें लाल और सुनहरे रंग में रंग गईं। इंदिरानगर से कोरमंगला, एमजी रोड से ब्रिगेड रोड तक, प्रशंसकों ने आतिशबाज़ी, नाच-गाना और जश्न के साथ इस ऐतिहासिक जीत को सेलिब्रेट किया। सोशल मीडिया पर “ई साला कप नमदे” ट्रेंड करने लगा, और प्रशंसकों ने इसे “RCB दीवस” का नाम दिया।
4 जून को, RCB ने अपने प्रशंसकों के लिए एक विजय परेड का आयोजन किया, जो विधान सौधा से शुरू होकर एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम तक गई। हजारों प्रशंसकों ने अपने नायकों का स्वागत किया, और विराट कोहली, रजत पाटीदार और अन्य खिलाड़ियों ने खुली बस में ट्रॉफी के साथ शहर का दौरा किया। यह दृश्य हर RCB प्रशंसक के लिए एक सपने के सच होने जैसा था।
क्या बनाया RCB को चैंपियन?
इस जीत के पीछे कई कारण थे। रजत पाटीदार की शांत और रणनीतिक कप्तानी ने टीम को एक नया आयाम दिया। कोच एंडी फ्लावर ने बताया कि IPL 2025 के बीच में आए ब्रेक ने चोटिल खिलाड़ियों जैसे जोश हेज़लवुड और पाटीदार को ठीक होने का समय दिया, जिसने टीम की रणनीति को मजबूत किया।
क्रुणाल पांड्या का अनुभव और भुवनेश्वर कुमार की सटीक गेंदबाज़ी ने फाइनल में निर्णायक भूमिका निभाई। इसके अलावा, प्रशंसकों का अटूट समर्थन और “12th मैन आर्मी” की ताकत ने RCB को हर कदम पर प्रेरित किया।
प्रशंसकों की जीत, एक नई शुरुआत
यह जीत सिर्फ RCB की नहीं, बल्कि हर उस प्रशंसक की थी, जिसने 18 साल तक अपने जुनून को ज़िंदा रखा। दिल्ली से बेंगलुरु, और भारत से विदेशों तक, RCB के प्रशंसकों ने इस जीत को अपने दिल से सेलिब्रेट किया। बॉलीवुड सितारों जैसे रणवीर सिंह, स्मृति ईरानी और नकुल मेहता ने भी सोशल मीडिया पर इस जीत की तारीफ की, और इसे एक ऐतिहासिक पल बताया।
RCB की यह जीत एक नई शुरुआत है। पांच खिताब जीतने वाली मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स को अब RCB से कड़ी टक्कर मिलने वाली है। प्रशंसकों का मानना है कि यह सिर्फ पहला कदम है, और आने वाले सालों में RCB और भी ऊंचाइयों को छुएगी।
एक सपने का सच होना
RCB की IPL 2025 की जीत सिर्फ एक खेल की जीत नहीं है; यह विश्वास, धैर्य और जुनून की जीत है। 18 साल का इंतज़ार, अनगिनत आंसू और अनगिनत सपने आखिरकार सच हो गए। बेंगलुरु की सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक, हर तरफ एक ही नारा गूंज रहा है: “ई साला कप नमदे!” यह जीत हर उस इंसान के लिए है, जिसने कभी हार नहीं मानी।
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