Salimpur murder case: नई दिल्ली के सीलमपुर इलाके में 17 साल के किशोर कुणाल की निर्मम हत्या ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। इस जघन्य अपराध के केंद्र में एक नाम उभरकर सामने आया है – जिकरा, जिसे लोग ‘लेडी डॉन’ के नाम से जानते हैं। सोशल मीडिया पर अपनी धमाकेदार मौजूदगी और आपराधिक गतिविधियों के लिए कुख्यात जिकरा अब दिल्ली पुलिस की जांच के घेरे में है। आखिर कौन है यह जिकरा, जिसका नाम सीलमपुर की गलियों से लेकर इंस्टाग्राम की रील्स तक गूंज रहा है? आइए, इस रहस्यमयी शख्सियत के बारे में विस्तार से जानते हैं।
जिकरा का आपराधिक सफर: साधारण लड़की से ‘लेडी डॉन’ तक
जिकरा, जो सीलमपुर की तंग गलियों में एक किराए के मकान में रहती है, ने अपनी जिंदगी को अपराध की दुनिया में रंग दिया है। खबरों के मुताबिक, वह पहले कुख्यात गैंगस्टर की पत्नी के लिए बाउंसर के तौर पर काम करती थी। उसकी जेल जाने के बाद जिकरा ने अपनी खुद की गैंग बनाने की ठानी। सूत्रों का दावा है कि उसने 10-12 युवकों की एक टोली तैयार की, जो उसके इशारों पर काम करती है।
जिकरा की पहचान सिर्फ अपराध तक सीमित नहीं है। वह सोशल मीडिया पर भी खासी सक्रिय है। इंस्टाग्राम पर वह खुद को ‘लेडी डॉन’ कहती है। उसके हजारों फॉलोअर्स हैं, और वह अक्सर बंदूक लहराते हुए या सड़कों पर डांस करते हुए वीडियो पोस्ट करती है। होली के दौरान उसका एक वीडियो, जिसमें वह पिस्तौल लहरा रही थी, वायरल हुआ था। इस वीडियो के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज हुआ और उसे कुछ समय के लिए जेल भी जाना पड़ा।
कुणाल हत्याकांड: बदले की आग में सुलगता सच
17 अप्रैल, 2025 की शाम को कुणाल, जो दूध खरीदने के लिए घर से निकला था, पर सीलमपुर के जे-ब्लॉक में 4-5 लोगों ने चाकुओं से हमला कर दिया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह जिंदगी की जंग हार गया। कुणाल के परिवार का आरोप है कि इस हत्या के पीछे जिकरा और उसके भाई का हाथ है।
पुलिस जांच में सामने आया कि यह हत्या बदले की भावना से प्रेरित हो सकती है। कुछ समय पहले कुणाल के समुदाय के कुछ लोगों ने कथित तौर पर जिकरा के भाई पर हमला किया था, जिसके बाद उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ। सूत्रों के अनुसार, जिकरा और उसके भाई ने इस हमले का बदला लेने के लिए कुणाल को निशाना बनाया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दो संदिग्धों की पहचान की है, जबकि जिकरा सहित चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।
कुणाल की मां ने मीडिया से बातचीत में कहा, “जिकरा इलाके में पिस्तौल लेकर घूमती थी और मेरे बेटे को धमकी देती थी। उसने मेरे बेटे को बेवजह निशाना बनाया।” इस घटना ने सीलमपुर में डर का माहौल पैदा कर दिया है, और कुछ परिवारों ने डर के मारे इलाका छोड़ना शुरू कर दिया है।
सोशल मीडिया की चमक और अपराध की अंधेरी गलियां
जिकरा की सोशल मीडिया प्रोफाइल उसे एक बिंदास और बेखौफ शख्सियत के रूप में पेश करती है। वह अक्सर गानों पर डांस करते हुए या हथियारों के साथ रील्स बनाती है। लेकिन यह चमक-दमक उसकी आपराधिक गतिविधियों को छिपा नहीं पाई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिकरा का खौफ इतना है कि लोग उसका नाम लेने से भी डरते हैं। उसकी गैंग कथित तौर पर इलाके में डर का पर्याय बन चुकी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जिकरा ने हाल ही में एक व्यक्ति को ढूंढने की कोशिश की, जिसने उसके भाई पर हमला किया था। जब कुणाल ने इस बारे में जानकारी देने से इनकार किया, तो जिकरा ने उसे सबक सिखाने की ठान ली।
सीलमपुर में तनाव और राजनीतिक तकरार
कुणाल की हत्या के बाद सीलमपुर में तनाव चरम पर है। स्थानीय लोगों और कुछ संगठनों ने सड़कों पर प्रदर्शन किए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है।
इस मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। कुछ पार्टियों के बीच तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है। एक ओर जहां दिल्ली में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नेताओं ने आश्वासन दिया कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
जिकरा का भविष्य: कानून के शिकंजे में
दिल्ली पुलिस ने जिकरा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। हालांकि, उसकी औपचारिक गिरफ्तारी अभी तक नहीं दिखाई गई है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच हर कोण से की जा रही है, और जल्द ही सभी दोषियों को सलाखों के पीछे लाया जाएगा।
जिकरा की कहानी एक साधारण लड़की से ‘लेडी डॉन’ बनने की है, जो सोशल मीडिया की चमक और अपराध की अंधेरी दुनिया के बीच झूल रही है। लेकिन इस हत्याकांड ने उसके आपराधिक साम्राज्य पर सवाल उठा दिए हैं। क्या जिकरा कानून के शिकंजे से बच पाएगी, या यह उसकी कहानी का अंत होगा? यह तो समय ही बताएगा।
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