Trump on USAID: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत को USAID (यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट) की ओर से मिलने वाले फंड को लेकर बयान दिया है। यह उनका लगातार चौथा दिन है जब वह इस मुद्दे पर बोल रहे हैं। ट्रंप ने दावा किया कि भारत को मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए 21 मिलियन डॉलर (करीब 175 करोड़ रुपये) की राशि दी गई है। हालांकि, यह मामला उस रिपोर्ट के बाद और उलझ गया है जिसमें कहा गया था कि यह फंड बांग्लादेश के लिए था, न कि भारत के लिए।
We giving $21m for voter turnout in India, what about us, I want voter turnout too, says US Prez Trump on $21 m USAID funding for voter turnout (3rd comment in 3 days) pic.twitter.com/FZrX92spN5
— Sidhant Sibal (@sidhant) February 22, 2025
ट्रंप ने अपने ताजा बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेते हुए कहा, “21 मिलियन डॉलर मेरे दोस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत को मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए दिए गए। हम भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए 21 मिलियन डॉलर दे रहे हैं। हमारे बारे में क्या? मैं भी यहां मतदान प्रतिशत बढ़ाना चाहता हूं।”
क्या है पूरा मामला?
ट्रंप ने पहली बार इस मुद्दे को तब उठाया जब उन्होंने दावा किया कि USAID ने भारत को 21 मिलियन डॉलर की राशि दी है। उन्होंने यह भी कहा कि यह फंड 2024 के लोकसभा चुनावों में हस्तक्षेप के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, उन्होंने इस दावे के लिए कोई सबूत पेश नहीं किया है।
इस बीच, इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट ने ट्रंप के दावे को चुनौती दी। रिपोर्ट में कहा गया कि यह फंड भारत के बजाय बांग्लादेश के लिए था। रिपोर्ट के मुताबिक, USAID ने 2022 में बांग्लादेश में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए यह राशि दी थी। इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि 29 मिलियन डॉलर की राशि एक बांग्लादेशी कंपनी को दी गई, जिसके बारे में किसी ने पहले कभी नहीं सुना था।
राजनीतिक घमासान का मुद्दा
ट्रंप के इस बयान ने भारत में राजनीतिक बहस को और गर्मा दिया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच इस मुद्दे को लेकर तीखी बहस छिड़ गई है। BJP ने ट्रंप के बयान का इस्तेमाल करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि कांग्रेस अमेरिका की मदद से चुनावों में हस्तक्षेप करवाना चाहती है।
दूसरी ओर, कांग्रेस ने BJP पर जवाबी हमला बोलते हुए कहा है कि ट्रंप के बयान से साफ है कि मोदी सरकार विदेशी ताकतों के साथ मिलकर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा, “ट्रंप के बयान से साबित होता है कि मोदी सरकार लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रही है।”
क्या कहता है USAID?
USAID ने अब तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, USAID ने बांग्लादेश में चुनावी प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए यह फंड दिया था। इसके अलावा, USAID ने यह भी स्पष्ट किया है कि उसका उद्देश्य किसी देश की आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप करना नहीं है।
ट्रंप की राजनीतिक मंशा?
विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप का यह बयान उनकी घरेलू राजनीति से जुड़ा हो सकता है। अमेरिका में 2024 के राष्ट्रपति चुनावों को लेकर ट्रंप पहले ही मैदान में उतर चुके हैं। ऐसे में, वह अंतरराष्ट्रीय मुद्दों को उठाकर अपने समर्थकों का ध्यान खींचना चाहते हैं। भारत को लेकर उनका यह बयान उनकी इसी रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
ट्रंप के बयान ने भारत और अमेरिका के बीच राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया है। हालांकि, अभी तक इस मामले में कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है। ऐसे में, यह कहना जल्दबाजी होगा कि USAID की फंडिंग का इस्तेमाल भारत के चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए किया गया है। फिलहाल, यह मामला राजनीतिक बहस का विषय बना हुआ है, और आने वाले दिनों में इस पर और बहस होने की संभावना है।