UN on Pahalgam terror attack: दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला पूरे देश को झकझोर गया। इस हमले में 26 निर्दोष लोग अपनी जान गंवा बैठे और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए। अब इस हमले पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया भी सामने आई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने इस आतंकी घटना की कड़ी निंदा करते हुए जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने की मांग की है।
#BREAKING: United Nations Security Council (UNSC) issues statement on Pahalgam terror attack, strongly condemns and expresses deepest sympathy and condolences.
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) April 26, 2025
“The members of the Security Council reaffirmed that terrorism in all its forms and manifestations constitutes one of… pic.twitter.com/d5rFJhRPl0
UNSC ने दिखाई सख्ती
15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए कहा कि वे जम्मू-कश्मीर में हुए इस “आतंकी हमले” की “सबसे कड़े शब्दों में निंदा” करते हैं। बयान में यह भी जोर दिया गया कि इस घृणित हमले के योजनाकारों और समर्थकों को न्याय के दायरे में लाया जाए। परिषद ने सभी देशों से भारत सरकार के साथ पूरा सहयोग करने की अपील की है ताकि दोषियों को पकड़कर उन्हें सजा दिलाई जा सके।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन
हमले के बाद दुनियाभर के नेताओं ने भारत के प्रति एकजुटता जताई है। अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों ने इस नृशंस घटना की निंदा की और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। सभी ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़े होने का संकल्प दोहराया।
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव
हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है। भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा प्रक्रिया पर रोक लगा दी है और पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया और वीजा सेवाएं रोक दीं। साथ ही भारत ने सिंधु जल संधि को भी निलंबित कर दिया है, जिसे पाकिस्तान ने बेहद गंभीर कदम बताया है।
महासचिव गुटेरेस की शांति की अपील
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी हमले की निंदा करते हुए दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सभी विवादों का समाधान केवल शांतिपूर्ण और रचनात्मक संवाद के जरिए ही संभव है। महासचिव ने कहा कि आतंकवाद किसी भी रूप में अस्वीकार्य है और इसके खिलाफ वैश्विक स्तर पर एकजुटता की आवश्यकता है।
पहलगाम आतंकी हमला न केवल एक राष्ट्रीय शोक का विषय है, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए एक चेतावनी भी है कि आतंकवाद से निपटने के लिए एकजुट प्रयास कितने जरूरी हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्पष्ट निंदा और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन भारत के लिए एक मजबूत संदेश है। अब वक्त आ गया है कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिले और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को और मजबूत किया जाए।
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