Urfi Javed video: टीवी और सोशल मीडिया की चर्चित हस्ती उर्फी जावेद एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह उनकी फैशन स्टाइल नहीं, बल्कि उनका दर्दभरा और साहसी फैसला है। उर्फी जावेद ने हाल ही में अपने लिप फिलर हटवाए हैं और इस पूरी प्रक्रिया को उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर खुलकर शेयर किया है। इस फैसले ने इंटरनेट पर हलचल मचा दी है, क्योंकि इसमें उनका चेहरा इतना सूजा हुआ दिख रहा है कि कई लोग उन्हें पहचान ही नहीं पाए।
उर्फी जावेद ने हटवाए अपने Face Fillers! 😳
— CheckPost News (@CheckPostNews) July 20, 2025
"बुरी हालत हो गई है मेरी…" – उर्फी ने खुद शेयर किया एक painful वीडियो जिसमें वो lip और laugh-line fillers dissolve करवा रही हैं।
🧪 Hyaluronidase नाम की enzyme से fillers हटाए गए, जिससे चेहरा सूज गया और दर्द भी हुआ।
उर्फी ने कहा –… pic.twitter.com/HCUvAJ5sj2
उर्फी का साहसिक निर्णय
उर्फी जावेद ने बताया कि उन्होंने 18 साल की उम्र में पहली बार लिप फिलर करवाया था। तब से अब तक लगभग 9 साल बीत चुके हैं और इस दौरान उन्होंने चेहरे की बनावट में बदलाव लाने के लिए कई बार कॉस्मेटिक प्रक्रिया करवाई। लेकिन हाल ही में उन्हें यह महसूस हुआ कि उनके होंठों की बनावट गड़बड़ हो गई है और फिलर असमान हो चुके हैं।
इसलिए उन्होंने एक बड़ा और बहादुर फैसला लिया – फिलर हटवाने का। यह सिर्फ एक कॉस्मेटिक चेंज नहीं था, बल्कि एक शारीरिक और मानसिक चुनौती भी थी। उर्फी ने इस प्रक्रिया के हर पहलू को बिना छिपाए साझा किया, जिसमें दर्द, सूजन और उनकी हालत को साफ तौर पर देखा जा सकता है।
दर्दनाक प्रक्रिया – और भी दर्दनाक नतीजे
वीडियो में देखा जा सकता है कि डॉक्टर उनके होंठों में एक स्पेशल इंजेक्शन डालते हैं जिससे फिलर घुल जाए। उर्फी के चेहरे पर दर्द साफ नजर आता है और कुछ ही समय में उनका चेहरा पूरी तरह सूज जाता है। कई लोगों को लगा कि यह कोई फिल्टर है या फिर एडिट किया गया वीडियो, लेकिन उर्फी ने खुद स्पष्ट किया कि यह पूरी तरह रियल है।
उन्होंने कहा, “यह बहुत दर्दनाक था। मेरी हालत बहुत बिगड़ गई थी, लेकिन मुझे इसे हटवाना जरूरी लगा। मैं चाहती हूं कि जो लोग कॉस्मेटिक प्रक्रियाएं करवाते हैं, वे इसके दुष्प्रभाव को भी समझें।”
क्या कहती हैं विशेषज्ञ राय?
लिप फिलर और अन्य कॉस्मेटिक प्रक्रियाएं आजकल बहुत आम हो चुकी हैं। लेकिन इनका असर हर किसी पर एक जैसा नहीं होता। कई बार यह चेहरे की बनावट को बिगाड़ भी सकती हैं, जैसा कि उर्फी के मामले में हुआ। डॉक्टरों का कहना है कि लिप फिलर अगर सही तकनीक और संतुलन के साथ न किया जाए तो समय के साथ यह चेहरे की प्राकृतिक रचना को नुकसान पहुंचा सकता है।
फिलर को हटाना आसान नहीं होता। इसके लिए एक अलग तरह की दवा का इंजेक्शन देना पड़ता है जो फिलर को घुला देता है, लेकिन इसके साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं – जैसे कि असामान्य सूजन, खुजली, जलन या एलर्जी।
सोशल मीडिया पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं
उर्फी की इस वीडियो को लेकर इंटरनेट पर लोगों की प्रतिक्रियाएं बहुत मिश्रित रहीं। कुछ लोगों ने उनकी बहादुरी की तारीफ की कि उन्होंने बिना झिझक अपनी असली हालत शेयर की और यह दिखाया कि सौंदर्य की दुनिया सिर्फ चमक और ग्लैमर से नहीं, बल्कि कड़वे अनुभवों से भी भरी होती है।
वहीं कुछ लोगों ने सवाल उठाया कि जब वे जानती थीं कि ये सब लंबे समय तक नहीं टिकेगा, तो शुरुआत में ही ये प्रक्रियाएं क्यों करवाईं। इस पर उर्फी ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत पसंद थी और वे अपने अनुभव से दूसरों को आगाह करना चाहती हैं।
क्या उर्फी फिर से फिलर करवाएंगी?
उर्फी ने बताया कि वे भविष्य में फिर से लिप फिलर करवाएंगी, लेकिन इस बार वे नेचुरल लुक को प्राथमिकता देंगी। उन्होंने कहा कि “मैं subtle तरीके से और कम मात्रा में करवाना चाहूंगी ताकि चेहरा नैचुरल लगे और मेरी असली पहचान बनी रहे।”
उर्फी का साहस और पारदर्शिता एक मिसाल
यह घटना न केवल एक चर्चित पब्लिक फिगर की व्यक्तिगत कहानी है, बल्कि एक सामाजिक संदेश भी देती है – खुद से ईमानदार रहना, और अपनी कमियों को छिपाने के बजाय स्वीकार करना। उर्फी जावेद जैसी सेलेब्रिटी जब अपनी कमजोरियों को इतने खुले तरीके से प्रस्तुत करती हैं, तो यह समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
यह वीडियो और उनकी बातें उन युवाओं के लिए एक सीख हो सकती हैं जो ब्यूटी स्टैंडर्ड्स के दबाव में आकर जल्दबाज़ी में कोई भी निर्णय ले लेते हैं। उर्फी की यह कहानी यह भी सिखाती है कि हर चमकता चेहरा के पीछे भी संघर्ष और दर्द होता है।
कॉस्मेटिक प्रक्रियाएं – सावधानी जरूरी
अगर आप भी फिलर या किसी प्रकार की कॉस्मेटिक प्रक्रिया करवाने की सोच रहे हैं, तो पहले किसी योग्य और प्रमाणित डॉक्टर से सलाह जरूर लें। किसी भी इंस्टाग्राम ट्रेंड या इंटरनेट पर दिख रही तस्वीरों के प्रभाव में आकर कोई कदम न उठाएं। सुंदरता का असली मतलब खुद से प्यार करना और अपनी पहचान को बनाए रखना है।
उर्फी जावेद का यह ट्रांसफॉर्मेशन और पूरी प्रक्रिया एक ऐसा शॉकिंग लेकिन प्रेरणादायक उदाहरण है जो दिखाता है कि जीवन में कभी-कभी पीछे लौटना ही आगे बढ़ने का रास्ता होता है। उनका यह कदम न केवल उनके फॉलोअर्स बल्कि पूरे समाज को यह सोचने पर मजबूर करता है कि सुंदरता के मायने क्या हैं और उसे हासिल करने की राह कितनी संवेदनशील हो सकती है।
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