Vicky Kaushal and Akshay Khanna: फिल्म में छत्रपति संभाजी महाराज और मुगल सम्राट औरंगजेब के रूप में नजर आने वाले ये दोनों अभिनेता, अपने किरदारों में इतनी गहराई से डूबे थे कि शूटिंग से पहले उन्होंने आपस में कोई बातचीत तक नहीं की।
फिल्म ‘छावा’ में विक्की कौशल छत्रपति संभाजी महाराज की भूमिका निभा रहे हैं, जबकि अक्षय खन्ना औरंगजेब के किरदार में दिखाई देंगे। दिलचस्प बात यह है कि दोनों कलाकारों की पहली मुलाकात उसी दिन हुई, जब उन्होंने अपने सबसे तीव्र और बहुप्रतीक्षित आमने-सामने के सीन की शूटिंग की।
विक्की कौशल ने एक इंटरव्यू में बताया, “जब हम उस सीन की शूटिंग कर रहे थे, तब हमने एक-दूसरे से न तो गुड मॉर्निंग कहा और न ही गुडबाय या हैलो। वह औरंगजेब थे और मैं छत्रपति संभाजी महाराज। विक्की कौशल और अक्षय खन्ना के रूप में कोई संवाद नहीं था।”
दोनों अभिनेताओं का यह निर्णय, कि वे केवल अपने किरदारों के रूप में एक-दूसरे से बातचीत करेंगे, फिल्म में उनके ऑन-स्क्रीन प्रतिद्वंद्विता को और भी प्रबल बनाने में मददगार साबित हुआ। विक्की ने आगे बताया कि फिल्म का एक बड़ा हिस्सा औरंगजेब के संभाजी महाराज को खोजने के प्रयासों पर केंद्रित है, जिससे उनके बीच का आमना-सामना और भी रोमांचक बन जाता है।
विक्की ने कहा, “औरंगजेब को छत्रपति संभाजी महाराज को पकड़ने में नौ साल लग गए थे। फिल्म में उनके इस संघर्ष को दिखाया गया है। हालांकि कुछ दृश्य ऐसे भी हैं जहां दोनों किरदार साथ नजर आते हैं, लेकिन पूरी फिल्म में यही प्रतीक्षा बनी रहती है कि आखिरकार उनका आमना-सामना कब होगा।”
फिल्म ‘छावा’ की कहानी इतिहास के एक महत्वपूर्ण अध्याय को दर्शाती है, जहां मराठा साम्राज्य और मुगल सत्ता के बीच संघर्ष को बड़े परदे पर जीवंत किया गया है। विक्की कौशल और अक्षय खन्ना के बीच की यह सघन प्रतिद्वंद्विता दर्शकों के लिए फिल्म को और भी रोमांचक बना देती है। दोनों कलाकारों का अपने-अपने किरदारों में इस कदर डूब जाना, न केवल उनके अभिनय कौशल को दर्शाता है बल्कि फिल्म की प्रामाणिकता को भी बढ़ाता है।
‘छावा’ न केवल एक ऐतिहासिक ड्रामा है, बल्कि यह दो महान नेताओं के बीच के संघर्ष और उनकी विचारधाराओं के टकराव की कहानी भी है। विक्की कौशल और अक्षय खन्ना की अदाकारी निश्चित रूप से दर्शकों को इतिहास के उस दौर में ले जाएगी, जहां साहस, बलिदान और सत्ता की लालसा ने इतिहास रच दिया था।