Y+Security to Actor Thalapathy Vijay: सुपरस्टार थलापति विजय, जिनकी पहचान केवल फिल्म इंडस्ट्री तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वह अब राजनीति में भी अपनी सक्रियता बढ़ा रहे हैं, को अब भारत सरकार ने “Y+” श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। यह कदम हाल ही में गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा लिए गए निर्णय के तहत उठाया गया, जिसके पीछे भारतीय खुफिया एजेंसी, इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) द्वारा किए गए खतरे के आकलन का हाथ था। इस सुरक्षा कवच के तहत, विजय की सुरक्षा के लिए 11 सुरक्षा कर्मी तैनात किए जाएंगे, जिनमें से चार कमांडो और बाकी पुलिसकर्मी होंगे।
Ministry of Home Affairs Providing “Y” Category Security to Actor & TVK President @actorvijay In the ‘Y’ category, CRPF soldiers and armed guards will provide 8 to 11 protection 🫡🔥
The Central Government is providing security to the protection of prominent figures in the… pic.twitter.com/IAHoeDbKJw
— Arun Vijay (@AVinthehousee) February 14, 2025
क्या है Y+ सुरक्षा?
भारत में सुरक्षा की श्रेणियां विभिन्न खतरे के स्तर के आधार पर निर्धारित की जाती हैं। Y+ श्रेणी सुरक्षा का मतलब है एक उच्च स्तर की सुरक्षा, जो सामान्यत: राज्य के मुख्यमंत्री, उच्च प्रोफाइल व्यक्तित्व और प्रमुख नेताओं को प्रदान की जाती है। इस सुरक्षा पैकेज में कुल 11 सुरक्षा कर्मी शामिल होंगे, जिनमें से चार विशेष कमांडो होंगे जो प्रमुख सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे।
यह सुरक्षा पैकेज थलापति विजय को इसलिए दी गई है क्योंकि उनकी राजनीति में सक्रियता के कारण उनके खिलाफ खतरे का आकलन किया गया है। खासकर, पिछले साल उन्होंने अपना राजनीतिक दल “तमिलगा वैत्री कझगम” (TVK) बनाया था और अब वह तमिलनाडु चुनावों में सक्रिय रूप से भाग लेने की योजना बना रहे हैं।
भारत में सुरक्षा श्रेणियाँ
भारत में सुरक्षा का स्तर विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया है। सबसे ऊंची श्रेणी “विशेष सुरक्षा समूह” (SPG) है, जो केवल प्रधानमंत्री और उनके परिवार के करीबी सदस्य, साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिवार के लिए होती है। इस सुरक्षा कवच में भारतीय सशस्त्र बलों के विशेष दलों का भी समावेश होता है।
दूसरी श्रेणी है “Z+” सुरक्षा, जिसे उच्च जोखिम वाले व्यक्तित्वों को दिया जाता है। इस श्रेणी में सुरक्षा कर्मियों की संख्या लगभग 30 होती है। इसके बाद “Z” श्रेणी आती है, जो वरिष्ठ नेताओं और उच्च जोखिम वाले व्यक्तित्वों को दी जाती है। इसमें सुरक्षा कर्मियों की संख्या लगभग 20 होती है।
Y+ सुरक्षा चौथी श्रेणी में आती है, जो अब विजय को प्रदान की गई है। इसमें 11 सुरक्षा कर्मी होते हैं, और यह सुरक्षा पैकेज उच्च प्रोफाइल व्यक्तित्वों और मुख्यमंत्री जैसी महत्वपूर्ण शख्सियतों के लिए होती है।
सबसे कम सुरक्षा “X” श्रेणी में दी जाती है, जो व्यक्तियों को दी जाती है जिनके खिलाफ कम खतरा होता है। इस श्रेणी में एक व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी (PSO) होता है, जो व्यक्ति के करीबी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालता है।
विजय की राजनीति में सक्रियता
तमिल सिनेमा के एक प्रमुख सितारे के तौर पर विजय ने कई फिल्में की हैं और अपनी अभिनय क्षमता के लिए लाखों फैंस के बीच लोकप्रिय हैं। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने राजनीतिक क्षेत्र में भी कदम रखा है। उनका राजनीतिक दल “तमिलगा वैत्री कझगम” (TVK) तमिलनाडु में बदलाव की उम्मीदों के साथ खड़ा हुआ है। विजय की राजनीतिक यात्रा ने उन्हें केवल फिल्मी दुनिया तक ही सीमित नहीं रखा, बल्कि अब वह राज्य के भीतर एक प्रभावशाली नेता के रूप में उभर रहे हैं।
विजय के राजनीतिक सफर की शुरुआत के बाद से उनके खिलाफ विभिन्न प्रकार की धमकियाँ और खतरे बढ़ने लगे थे। यही कारण है कि सुरक्षा एजेंसियों ने उनकी सुरक्षा को गंभीरता से लिया और Y+ श्रेणी का सुरक्षा कवर प्रदान किया। विजय अब अपनी फिल्मों की शूटिंग के बाद, अगले कुछ सालों में चुनावी मैदान में सक्रिय भूमिका निभाने की योजना बना रहे हैं।
इसके साथ ही, विजय ने हाल ही में राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुलाकात की थी, जिन्होंने उन्हें 2026 के विधानसभा चुनावों में मार्गदर्शन देने का आश्वासन दिया है। यह संकेत है कि विजय पूरी तरह से चुनावी राजनीति में शामिल होने के लिए तैयार हैं और उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर कोई भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
विजय की बढ़ती राजनीतिक सक्रियता और उनके खिलाफ संभावित खतरों को देखते हुए सरकार का यह कदम समय रहते लिया गया है। उनके लिए Y+ सुरक्षा एक संकेत है कि अब वह केवल एक फिल्म स्टार नहीं रहे, बल्कि एक ऐसे नेता के रूप में उभरने जा रहे हैं, जिनके खिलाफ खतरे की स्थिति को गंभीरता से लिया जा रहा है। आने वाले चुनावों में उनकी भूमिका अहम हो सकती है, और सुरक्षा के इस कदम से यह साफ है कि विजय का राजनीतिक सफर अब एक नई दिशा में बढ़ने वाला है।