Zelensky and Donald Trump Argument: हाल ही में व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच एक तीखी बहस हुई, जिसने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। यह घटना रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका और यूक्रेन के संबंधों में तनाव को उजागर करती है।
ओवल ऑफिस में क्या हुआ?
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान उपराष्ट्रपति वेंस ने जेलेंस्की पर “प्रचार यात्राएं” करने का आरोप लगाया। वेंस ने कहा, “मुझे लगता है कि आपके लिए ओवल ऑफिस में आकर अमेरिकी मीडिया के सामने इस मुद्दे को उठाना अनादरपूर्ण है। आप लोग जनशक्ति की समस्याओं के कारण सैनिकों को जबरन मोर्चे पर भेज रहे हैं। आपको राष्ट्रपति का धन्यवाद करना चाहिए।”
इस पर जेलेंस्की ने पलटकर पूछा, “क्या आप कभी यूक्रेन गए हैं?” वेंस ने जवाब दिया, “आप लोगों को प्रचार यात्रा पर लाते हैं। क्या आपको लगता है कि यह सम्मानजनक है कि आप अमेरिकी प्रशासन पर हमला करें जो आपके देश को विनाश से बचाने की कोशिश कर रहा है? आप अक्टूबर में पेंसिल्वेनिया गए और विपक्ष के लिए प्रचार किया। संयुक्त राज्य अमेरिका और उस राष्ट्रपति के लिए कुछ शब्दों में प्रशंसा व्यक्त करें जो आपके देश को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।”
पृष्ठभूमि में बढ़ता तनाव
यह विवाद ऐसे समय में हुआ है जब ट्रंप प्रशासन और जेलेंस्की के बीच संबंध पहले से ही तनावपूर्ण हैं। ट्रंप ने हाल ही में जेलेंस्की को “बिना चुनाव का तानाशाह” कहा था और आरोप लगाया था कि वे चुनाव नहीं करवा रहे क्योंकि उन्हें अपनी हार का डर है।
जवाब में, जेलेंस्की ने कहा कि ट्रंप रूस द्वारा फैलाई गई गलत सूचनाओं पर भरोसा कर रहे हैं।
We are grateful to the United States for the support,” says Zelensky after a heated meeting with US President Donald Trump in the Oval House@siddhantvm shares more details@akankshaswarups | #TrumpZelenskyMeeting #RussiaUkraineWar pic.twitter.com/6NhY8ZMn4u
— News18 (@CNNnews18) March 1, 2025
अमेरिकी सहायता पर सवाल
ट्रंप प्रशासन ने यूक्रेन को दी जा रही आर्थिक और सैन्य सहायता पर भी सवाल उठाए हैं। ट्रंप ने सुझाव दिया है कि अमेरिकी करदाताओं के अरबों डॉलर की सहायता के बदले में, यूक्रेन को अमेरिकी कंपनियों को अपने प्राकृतिक संसाधनों तक प्राथमिक पहुंच प्रदान करनी चाहिए।
यह प्रस्ताव यूक्रेन के लिए एक नई चुनौती प्रस्तुत करता है, क्योंकि यह उसके संप्रभुता और आर्थिक हितों से संबंधित है।
यूरोपीय सहयोगियों की भूमिका
इस बीच, यूरोपीय नेताओं की निष्क्रियता पर भी ट्रंप ने नाराजगी जताई है। उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की आलोचना की है कि वे रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। ट्रंप ने कहा, “मैक्रों ने कुछ नहीं किया है। वह मेरे मित्र हैं, लेकिन किसी ने यूरोप में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।”
आगे की राह
ओवल ऑफिस में हुई इस तीखी बहस ने अमेरिका और यूक्रेन के बीच संबंधों में बढ़ते तनाव को उजागर किया है। ट्रंप प्रशासन स्पष्ट रूप से चाहता है कि यूक्रेन युद्ध को शीघ्र समाप्त करे और अमेरिकी सहायता के बदले में ठोस कदम उठाए। वहीं, जेलेंस्की अपने देश की संप्रभुता और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन की उम्मीद कर रहे हैं।
यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच संबंध किस दिशा में जाते हैं। क्या यह तनावपूर्ण स्थिति और बढ़ेगी, या दोनों पक्ष संवाद के माध्यम से समाधान की ओर बढ़ेंगे? अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें इस पर टिकी हैं, क्योंकि इसका प्रभाव न केवल अमेरिका और यूक्रेन पर, बल्कि वैश्विक राजनीति पर भी पड़ेगा।